Pakistan / पाकिस्तान बोला- भारत 5 राफेल ले आए या 500, हम तैयार हैं

पाकिस्तान की सेना के प्रवक्ता ने गुरुवार को आंतरिक और बाहरी सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को लेकर बुलाई गई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये बातें कहीं। आज पाकिस्तान अपना स्वतंत्रता दिवस भी मना रहा है। भारत की राफेल खरीद से पैदा हुए खतरे के सवाल पर सेना प्रवक्ता ने कहा कि भारत का सैन्य खर्च दुनिया में सबसे ज्यादा है और वो हथियारों की होड़ में शामिल है।

AajTak : Aug 14, 2020, 02:07 PM
Pakistan: भारतीय वायुसेना में राफेल फाइटर जेट शामिल होने के बाद से ही पाकिस्तान की बेचैनी बढ़ गई है। पाकिस्तानी आर्मी ने गुरुवार को एक बार फिर भारत के सैन्य खर्च बढ़ने को लेकर चिंता जताने के साथ राफेल का जिक्र किया। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता जनरल बाबर इफ्तिकार ने कहा कि पाकिस्तान भारत के सैन्य खर्च और रक्षा बजट में बढ़ोतरी को लेकर चिंतित है लेकिन भारत के फ्रांस से पांच राफेल जेट खरीदने के बावजूद सेना किसी भी हमले का जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

पाकिस्तान की सेना के प्रवक्ता ने गुरुवार को आंतरिक और बाहरी सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को लेकर बुलाई गई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये बातें कहीं। आज पाकिस्तान अपना स्वतंत्रता दिवस भी मना रहा है। भारत की राफेल खरीद से पैदा हुए खतरे के सवाल पर सेना प्रवक्ता ने कहा कि भारत का सैन्य खर्च दुनिया में सबसे ज्यादा है और वो हथियारों की होड़ में शामिल है।

इफ्तिकार ने कहा, जिस तरह से राफेल को फ्रांस से भारत पहुंचाने के रास्ते में कवर किया गया, उससे उनकी असुरक्षा के स्तर का पता चल जाता है। वैसे, वे चाहे पांच राफेल खरीदें या 500, हमें कोई फर्क नहीं पड़ता है। हम पूरी तरह से तैयार हैं और हमें अपनी क्षमता पर कोई शक नहीं है। हम इस बात को पहले भी साबित कर चुके हैं और राफेल के आने से कोई अंतर नहीं आने वाला है। लेकिन उनके रक्षा खर्च और हमारे रक्षा बजट का फर्क क्षेत्र में पारंपरिक संतुलन को प्रभावित कर रहा है। जब ऐसी चीजें होती हैं तो अंतरराष्ट्रीय समुदाय को ध्यान देना चाहिए।

पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने दबे सुर में सैन्य बजट कम होने की शिकायत भी की। उन्होंने कहा, पाकिस्तान में कई लोग कहते हैं कि रक्षा बजट बहुत ज्यादा है, वर्तमान में आर्मी, नेवी और एयरफोर्स को मिलाकर बजट का 17 फीसदी सेना पर खर्च होता है। पिछले 10 सालों में पाकिस्तान का रक्षा बजट लगातार कम होता जा रहा है। पिछले दो सालों में रक्षा बजट में महंगाई की दर के हिसाब से भी बढ़ोतरी नहीं हुई। लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि इससे हमारी तैयारी पर कोई असर पड़ा है। कम संसाधनों में भी हम अपने दुश्मनों का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।

इफ्तिकार ने कहा, इसलिए आप चाहे राफेल ले आइए या S-400 मिसाइल सिस्टम। हमारी अपनी तैयारी है और हम हर बात का अपने तरीके से जवाब देंगे।

पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कश्मीर मुद्दे पर भी जमकर बयानबाजी की और अपना पुराना प्रोपेगैंडा जारी रखा। इफ्तिकार ने बेबुनियाद आरोप लगाया कि भारत पूर्वनियोजित तरीके से कश्मीर की जनसांख्यिकी बदलने और मुस्लिमों को वहां से खाली कराने की कोशिश कर रहा है। बाबर इफ्तिकार ने कहा कि कश्मीरियों की समस्या दुनिया के सामने लाने में पाकिस्तान ने कोई कसर नहीं छोड़ी।

उन्होंने कहा, "पाकिस्तान की सरकार ने सभी क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों से कश्मीर मुद्दे को लेकर आवाज उठाई है। पिछले एक साल में संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर का मुद्दा तीन बार उठा जिससे ये साबित होता है कि दुनिया की नजरों में कश्मीर मुद्दे की कितनी अहमियत है। कश्मीरियों की लड़ाई एक दिन जरूर कामयाब होगी।"

सेना प्रवक्ता ने कहा कि भारत अपने रक्षा बजट में बढ़ोतरी कर रहा है और हथियारों की रेस में शामिल हो गया है। इफ्कितार ने कहा, भारत सबसे ज्यादा हथियार खरीदने वाले देशों की सूची में शीर्ष पर है। पाकिस्तान भारत के इरादों और उसकी क्षमता से अच्छी तरह वाकिफ है लेकिन युद्ध केवल हथियारों के दम पर नहीं लड़े जाते हैं बल्कि लोगों का भरोसा और देश की इच्छाशक्ति आर्मी के असली हथियार होते हैं।

पाकिस्तान के नए राजनीतिक नक्शा जारी किए जाने के सवाल पर इफ्तिकार ने कहा कि ये नक्शा हमारे दावे की स्वीकार्यता है और हमारे इरादे को जाहिर करता है। पाकिस्तान ने दुनिया को स्पष्ट कर दिया है कि ये विवादित इलाका है। बता दें कि पाकिस्तान ने कुछ दिनों पहले ही विवादित नक्शा जारी किया था जिसमें भारत के कश्मीर से लेकर जूनागढ़ को भी शामिल कर लिया था। भारत ने इसे मूर्खतापूर्ण कदम बताते हुए खारिज कर दिया था।

कश्मीर मुद्दे को लेकर सऊदी अरब और पाकिस्तान के रिश्तों में भी दरार पड़ गई है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने एक बयान में कहा था कि सऊदी को कश्मीर पर नेतृत्व के लिए आगे आना चाहिए नहीं तो पाकिस्तान दूसरे मुस्लिम देशों के साथ सऊदी से अलग जाकर कश्मीर मुद्दे पर बैठक करने के लिए मजबूर हो जाएगा। इस बयान से नाराज हुए सऊदी को मनाने के लिए अब पाकिस्तान के आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा सऊदी के दौरे पर जाने वाले हैं।

पाकिस्तान और सऊदी के बीच इस तनातनी को लेकर भी पाकिस्तानी आर्मी के प्रवक्ता से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इस्लामिक दुनिया में सऊदी के केंद्र होने को लेकर कोई शक नहीं है और दोनों देशों के संबंध ऐतिहासिक थे और रहेंगे।

उन्होंने कहा, "पाकिस्तानियों का दिल सऊदी के लोगों के साथ धड़कता है इसलिए हमारे संबंधों को लेकर किसी भी तरह का सवाल ही नहीं पैदा होता है। इफ्तिकार ने कहा कि बाजवा का सऊदी दौरा पहले से तय था और ये दोनों देशों के सैन्य सहयोग से जुड़ा हुआ है। इस दौरे के ज्यादा अर्थ निकालने की कोई जरूरत नहीं है। सब कुछ ठीक है।"