News18 : Dec 02, 2019, 11:22 AM
मुंबई. भारतीय जनता पार्टी (BJP) की नेता पंकजा मुंडे (Pankaja Munde) ने अपने ट्विटर (Twitter) हैंडल से बीजेपी शब्द हटा लिया है. इससे पहले उनकी प्रोफाइल का यूजरनेम पंकजा मुंडे बीजेपी था, लेकिन अब उनके ट्विटर पेज पर सिर्फ @Pankajamunde ही लिखा दिख रहा है. माना जा रहा है कि उनका फैसला कोई बड़ा संकेत है.इससे पहले पंकजा मुंडे ने महाराष्ट्र (Maharashtra) में बदले राजनीतिक परिदृश्य के मद्देनजर अपनी 'भावी यात्रा' को लेकर फेसबुक पर रविवार को एक पोस्ट लिखकर खलबली पैदा कर दी है.
पूर्ववर्ती भाजपा नीत महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रहीं पंकजा ने अपने समर्थकों को अपने दिवंगत पिता एवं पूर्व भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे की जयंती के मौके पर 12 दिसंबर को गोपीनाथगढ़ आने का न्योता दिया है. गोपीनाथगढ़ बीड जिले में गोपीनाथ मुंडे का स्मारक है.भावी यात्रा पर फैसला किए जाने की जरूरत- पंकजापंकजा ने मराठी में लिखी फेसबुक पोस्ट में कहा था, ' राज्य में बदले राजनीतिक परिदृश्य को देखते हुए यह सोचने और निर्णय लेने की आवश्यकता है कि आगे क्या किया जाए. मुझे स्वयं से बात करने के लिए आठ से 10 दिन की आवश्यकता है. मौजूदा राजनीतिक बदलावों की पृष्ठभूमि में भावी यात्रा पर फैसला किए जाने की आवश्यकता है. 'उन्होंने कहा, ' अब क्या करना है? कौन सा मार्ग चुनना है? हम लोगों को क्या दे सकते हैं? हमारी ताकत क्या है? लोगों की अपेक्षाएं क्या हैं? मैं इन सभी पहलुओं पर विचार करूंगी और आपके सामने 12 दिसंबर को आऊंगी. 'पंकजा ने लिखा कि उन्होंने चुनाव में मिली हार स्वीकार कर ली है और वह आगे बढ़ गई हैं. उन्होंने कहा, ' मैं पार्टी (भाजपा) की बैठकों में शामिल हुई थी. 'बीजेपी प्रवक्ता ने कहा- पंकजा भाजपा से नाखुश नहींइस पोस्ट के मद्देनजर महाराष्ट्र भाजपा प्रवक्ता शिरीष बोरलकर ने कहा, ' मैंने पंकजा मुंडे की फेसबुक पोस्ट पढ़ी है. इस पोस्ट में कहीं नहीं लिखा है कि पंकजा भाजपा से नाखुश हैं. उन्होंने भाजपा की कोर समिति की बैठकों में भाग लिया. वह गोपीनाथ मुंडे की बेटी हैं, जिन्होंने राज्य में भाजपा के निर्माण में बड़ा योगदान दिया था. 'महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद शिवसेना ने अपनी पुरानी सहयोगी भाजपा का हाथ छोड़कर अपने प्रतिद्वंद्वी रह चुके राकांपा और कांग्रेस के साथ गठबंधन करके महाराष्ट्र विकास आघाडी सरकार बनाई है.
पूर्ववर्ती भाजपा नीत महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रहीं पंकजा ने अपने समर्थकों को अपने दिवंगत पिता एवं पूर्व भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे की जयंती के मौके पर 12 दिसंबर को गोपीनाथगढ़ आने का न्योता दिया है. गोपीनाथगढ़ बीड जिले में गोपीनाथ मुंडे का स्मारक है.भावी यात्रा पर फैसला किए जाने की जरूरत- पंकजापंकजा ने मराठी में लिखी फेसबुक पोस्ट में कहा था, ' राज्य में बदले राजनीतिक परिदृश्य को देखते हुए यह सोचने और निर्णय लेने की आवश्यकता है कि आगे क्या किया जाए. मुझे स्वयं से बात करने के लिए आठ से 10 दिन की आवश्यकता है. मौजूदा राजनीतिक बदलावों की पृष्ठभूमि में भावी यात्रा पर फैसला किए जाने की आवश्यकता है. 'उन्होंने कहा, ' अब क्या करना है? कौन सा मार्ग चुनना है? हम लोगों को क्या दे सकते हैं? हमारी ताकत क्या है? लोगों की अपेक्षाएं क्या हैं? मैं इन सभी पहलुओं पर विचार करूंगी और आपके सामने 12 दिसंबर को आऊंगी. 'पंकजा ने लिखा कि उन्होंने चुनाव में मिली हार स्वीकार कर ली है और वह आगे बढ़ गई हैं. उन्होंने कहा, ' मैं पार्टी (भाजपा) की बैठकों में शामिल हुई थी. 'बीजेपी प्रवक्ता ने कहा- पंकजा भाजपा से नाखुश नहींइस पोस्ट के मद्देनजर महाराष्ट्र भाजपा प्रवक्ता शिरीष बोरलकर ने कहा, ' मैंने पंकजा मुंडे की फेसबुक पोस्ट पढ़ी है. इस पोस्ट में कहीं नहीं लिखा है कि पंकजा भाजपा से नाखुश हैं. उन्होंने भाजपा की कोर समिति की बैठकों में भाग लिया. वह गोपीनाथ मुंडे की बेटी हैं, जिन्होंने राज्य में भाजपा के निर्माण में बड़ा योगदान दिया था. 'महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद शिवसेना ने अपनी पुरानी सहयोगी भाजपा का हाथ छोड़कर अपने प्रतिद्वंद्वी रह चुके राकांपा और कांग्रेस के साथ गठबंधन करके महाराष्ट्र विकास आघाडी सरकार बनाई है.