राजनीतिक / नाराज पंकजा मुंडे ने कहा- नहीं छोड़ूंगी BJP, पार्टी चाहे तो ले सकती है फैसला

बीजेपी नाराज चल रही पंकजा मुंडे ने एक बार फिर पार्टी छोड़ने की बात से इनकार किया है। गुरुवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री और अपने पिता गोपीनाथ मुंडे की जयंती पर पंकजा ने एक दिन के भूख हड़ताल की घोषणा की। पंकजा ने कहा कि वो पार्टी नहीं छोड़ेंगी लेकिन पार्टी यदि चाहे तो वो उनपर फैसला ले सकती है। उन्होंने कहा कि वो 27 जनवरी को औरंगाबाद में एक दिन के लिए सांकेतिकभूख हड़ताल पर रहेंगी।

News18 : Dec 12, 2019, 05:51 PM
दिल्ली: बीजेपी (BJP) से नाराज चल रही पंकजा मुंडे (Pankaja Munde) ने एक बार फिर पार्टी छोड़ने की बात से इनकार किया है।  गुरुवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री और अपने पिता गोपीनाथ मुंडे (Gopinath Munde) की जयंती पर पंकजा ने एक दिन के भूख हड़ताल (Fasting) की घोषणा की।  पंकजा ने कहा कि वो पार्टी नहीं छोड़ेंगी लेकिन पार्टी यदि चाहे तो वो उनपर फैसला ले सकती है।  उन्होंने कहा कि वो 27 जनवरी को औरंगाबाद में एक दिन के लिए सांकेतिक भूख हड़ताल पर रहेंगी।  उनकी हड़ताल किसी पार्टी या व्यक्ति विशेष के खिलाफ नहीं है।  बल्कि वो मराठवाड़ा के लंबित मुद्दों की तरफ पार्टी का ध्यान दिलाने के लिए ऐसा करेंगी।  पंकजा मुंडे ने गुरुवार को ये बातें बीड के परली में गोपीनाथ मुंडे की जयंती पर बुलाई गई सभा में कही। 

पंकजा ने कहा कि वो बीजेपी नहीं छोड़ेंगी और 27 जनवरी को मराठवाड़ा क्षेत्र के लंबित मुद्दों को लेकर अनशन करेंगी।  साथ ही कहा कि वो समूचे महाराष्ट्र का दौरा कर गोपीनाथ मुंडे के नाम पर बने संगठन के लिए काम करेंगी।

 

सभा में बीजेपी का सिंबल और PM मोदी की तस्वीरें नहीं लगी

इस सभा में पार्टी (बीजेपी) का प्रतीक चिन्ह कमल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य नेताओं की तस्वीरें नदारद रहीं।  पंकजा की बहन और स्थानीय बीजेपी सांसद प्रीतम मुंडे से बैनरों में प्रधानमंत्री, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और महाराष्ट्र के वरिष्ठ पार्टी नेताओं की तस्वीरें नहीं होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वो गोपीनाथ मुंडे की छवि को किसी विशेष राजनीतिक दल तक सीमित नहीं रखना चाहते। 

बता दें कि एक दिसंबर को पंकजा मुंडे ने महाराष्ट्र के ताजा राजनीतिक हालात के मद्देनजर फेसबुक पर अपनी 'भावी यात्रा' के संबंध में एक पोस्ट कर राजनीति में अपने अगले कदम को लेकर अटकलों का बाजार गर्म कर दिया था।  इसके अगले दिन सोमवार को उन्होंने अपने ट्विटर के बायो से ‘बीजेपी’ और अपने राजनीतिक सफर का विवरण हटाकर अफवाहों को और बल दे दिया था।