Viral News / अजीबोगरीब व्यवस्था, इस देश की महिला सैनिकों को पहनने पड़ते हैं पुरुषों के अंडरवियर

स्विट्जरलैंड की सेना में एक बेहद अजीबोगरीब व्यवस्था अब तक चलती आई है। स्विस आर्मी की मौजूदा व्यवस्था के हिसाब से पुरूषों के साथ ही महिलाओं को भी जेंट्स अंडरवियर ही पहनने पड़ते थे। हालांकि अब ये व्यवस्था बदलने जा रही है। लोकल मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, इससे महिलाओं की सेना में भागीदारी काफी बढ़ सकती है।

Vikrant Shekhawat : Apr 01, 2021, 12:00 PM
स्विट्जरलैंड की सेना में एक बेहद अजीबोगरीब व्यवस्था अब तक चलती आई है। स्विस आर्मी की मौजूदा व्यवस्था के हिसाब से पुरूषों के साथ ही महिलाओं को भी जेंट्स अंडरवियर ही पहनने पड़ते थे। हालांकि अब ये व्यवस्था बदलने जा रही है। लोकल मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, इससे महिलाओं की सेना में भागीदारी काफी बढ़ सकती है। 

स्विस आर्मी के प्रवक्ता काज गनर सिएवर्ट ने स्विस न्यूज वेबसाइट वाटसन के साथ बातचीत में कहा मिलिट्री द्वारा उपलब्ध होने वाले कपड़े और कुछ चीजें पूरी तरह से बीते दौर की बात हो चुकी हैं। ये आउटडेटेड हैं और हमें मॉर्डन दौर के हिसाब से बदलाव की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इससे पहले आर्मी की यूनिफॉर्म और उपकरण महिला सैनिकों की सुविधाओं के हिसाब से नहीं होते थे और हमने इस मामले में कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। 

सिएवर्ट ने कहा कि महिलाओं के लिए गर्मियों में शॉर्ट अंडरवियर और सर्दियों के लिए लॉन्ग अंडरवियर की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा कॉम्बेट क्लोदिंग, प्रोटेक्टिव वेस्ट और बैकपेक को भी बेहतर करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारा पूरा फोकस फिट और फंक्शनल यूनिफॉर्म पर होगा।  

स्विट्जरलैंड की रक्षा मंत्री वायोला एमहर्ड ने भी इस कदम का स्वागत किया है वही स्विस नेशनल काउंसिल की सदस्य मेरिएन बाइंडर ने कहा है कि इस कदम से महिलाएं सेना को जॉइन करने के लिए प्रोत्साहित होंगी। स्विस इंफो की रिपोर्ट के अनुसार, स्विस आर्मी यूनिफॉर्म 80 के दशक से चलती आ रही थी।

अगले महीने इस योजना का ट्रायल शुरू होने जा रहा है। गौरतलब है कि स्विस आर्मी में महिलाओं की भागीदारी महज 1 प्रतिशत ही है। हालांकि आर्मी में महिलाओं को पुरुषों की तरह ही सभी काम करने होते हैं। स्विस आर्मी के डिफेंस चीफ को उम्मीद है कि इस फैसले के बाद साल 2030 तक स्विस आर्मी में महिलाओं की भागीदारी बढ़कर 10 प्रतिशत तक पहुंच जाएगी।