Viral News / यहां मिट्टी में गाड़े जा रहे हैं सफेद अंडरवियर, दिलचस्प है इसकी वजह

स्विट्जरलैंड से एक अजीबोगरीब एक्सपेरिमेंट सामने आया है, यहां करीब दो हजार सफेद अंडरवियर मिट्टी में गाड़े जा रहे हैं और यह सब वैज्ञानिकों की देखरेख में किया जा रहा है। 'द टाइम्स डॉट यूके' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, स्विट्जरलैंड में किसान और बागों के मालिक मिट्टी की क्वालिटी जांचने से जुड़ी एक रिसर्च के लिए सफेद अंडरवियर जमीन में गाड़ रहे हैं। इसके जरिए मिट्टी की हेल्थ का पता लगाया जा रहा है।

Vikrant Shekhawat : Apr 16, 2021, 11:58 AM
स्विट्जरलैंड से एक अजीबोगरीब एक्सपेरिमेंट सामने आया है, यहां करीब दो हजार सफेद अंडरवियर मिट्टी में गाड़े जा रहे हैं और यह सब वैज्ञानिकों की देखरेख में किया जा रहा है। 'द टाइम्स डॉट यूके' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, स्विट्जरलैंड में किसान और बागों के मालिक मिट्टी की क्वालिटी जांचने से जुड़ी एक रिसर्च के लिए सफेद अंडरवियर जमीन में गाड़ रहे हैं। इसके जरिए मिट्टी की हेल्थ का पता लगाया जा रहा है। 

रिपोर्ट के मुताबिक, स्टेट रिसर्च इंस्टीट्यूट, एग्रोस्कोप इस अध्ययन में शामिल वॉलिंटियर्स को मिट्टी में गाड़ने के लिए सफेद अंडरवियर भेज रहा है। बाद में इन कच्छों को निकालकर जांच की जाएगी और यह देखा जाएगा कि आखिर छोटे जीवों ने उन्हें कितना नष्ट किया है। 

इकोलॉजिस्ट और इस प्रोजेक्ट के प्रमुख मार्सेल हेडन ने बताया कि इस तरह का प्रयोग कनाडा में किया जा चुका है, लेकिन इस स्तर पर नहीं हुआ है। यह पहले से ही मालूम है कि टी-बैग्स को जमीन में गाड़कर मिट्टी की हेल्थ का पता लगाया जा सकता है।

एग्रोस्कोप के इस प्रयोग में शामिल होने वाले किसान और बाग मालिक, टी बैग्स को भी मिट्टी में गाड़ेंगे ताकि उनकी तुलना की जा सके। अंडरवियर वाले प्रयोग की विश्वसनीयता का परीक्षण करने के लिए वे बाद में मिट्टी के सैंपल भी अपने साथ ले जा सकेंगे। 

प्रयोग के तहत इन अंडरवियर को घास के मैदान, खेत और पेड़-पौधों के नीचे गाड़ा जाएगा। सबसे पहले एक अंडरवियर को मिट्टी से निकाला जाएगा और उसकी तस्वीर खींची जाएगी। इसके एक महीने बाद दूसरा अंडरवियर निकाला जाएगा। 

अंडरवियर को मिट्टी से बाहर निकालने के बाद उसके प्राकृतिक रेशों के मिट्टी में मिलने का विश्लेषण डिजिटल तौर पर होगा। अगर अंडरवियर में ज्यादा छेद होंगे तो इसका मतलब हुआ मिट्टी स्वस्थ है। इसकी अंतिम रिपोर्ट भी जारी की जाएगी कि किस प्रकार यह एक्सपेरिमेंट काम करता है।