Vikrant Shekhawat : Jan 15, 2021, 05:30 PM
नई दिल्ली। आपने कुंभकर्ण के बारे में सुना होगा। जी हां हम बात कर रहे हैं लंकापति रावण के भाई कुंभकर्ण की। कुंभकर्ण अपनी नींद के लिए जाना जाता था। वह साल में 6 महीने सोते थे और 6 महीने जागते थे। आज भी अगर कोई ज्यादा सोता है, तो उसे कुंभ का दर्जा दिया जाता है। दुनिया में एक गांव है, जहां लोग कुंभकर्ण की तरह भी सोते हैं।
एक ऐसा गाँव है, जहाँ लोग कई महीनों तक लगातार (स्लीपिंग डिसऑर्डर) रहते हैं। आपको सुनकर हैरानी हुई होगी, लेकिन यह पूरी तरह सच है। इस विचित्र गांव (अजीब गांव) का नाम कलाची है। जानिए इस गांव से जुड़ी एक बहुत ही अजीब बात।
कजाकिस्तान में कलाची गांव में, लोग कई महीनों तक सोए रहते हैं। इस वजह से इस गांव को स्लीपी हॉलो विलेज भी कहा जाता है। यहां के लोग अक्सर सोते हुए देखे जाते हैं। इस कारण से इन लोगों पर कई शोध भी किए गए हैं।
इस गाँव के लोगों को नींद के बारे में बताया जाता है कि यहाँ बहुत सारी यूरेनियम ज़हरीली गैस निकलती है, जिसके कारण यहाँ के लोग सोते रहते हैं। यूरेनियम की जहरीली गैस के कारण इस गाँव का पानी भी बहुत दूषित हो गया है। वैज्ञानिकों ने अपने अध्ययन में पाया कि यहां के पानी में कार्बन मोनोऑक्साइड गैस है, जिसके कारण यहां के लोग महीनों तक सोते हैं।
कजाकिस्तान के कलाची गांव में लगभग 600 लोग रहते हैं। सोने के बाद इन लोगों को कुछ भी याद नहीं रहता (Sleeping Disorder)। इस गांव के ज्यादातर लोग इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं। ये लोग अन्य लोगों द्वारा बताई गई चीजों को याद करते हैं।
इस गांव के लोगों की एक और बात सुनकर आप हैरान रह जाएंगे। यहां के लोग कभी भी और कहीं भी सोना शुरू कर देते हैं। अजीबोगरीब स्लीपिंग डिसऑर्डर से पीड़ित लोग चलते-फिरते, खाना खाते, नहाते हुए कभी भी सो जाते हैं। इस विचित्र गांव के लोगों का कहना है कि उन्हें नींद के बारे में जानकारी नहीं है।
एक ऐसा गाँव है, जहाँ लोग कई महीनों तक लगातार (स्लीपिंग डिसऑर्डर) रहते हैं। आपको सुनकर हैरानी हुई होगी, लेकिन यह पूरी तरह सच है। इस विचित्र गांव (अजीब गांव) का नाम कलाची है। जानिए इस गांव से जुड़ी एक बहुत ही अजीब बात।
कजाकिस्तान में कलाची गांव में, लोग कई महीनों तक सोए रहते हैं। इस वजह से इस गांव को स्लीपी हॉलो विलेज भी कहा जाता है। यहां के लोग अक्सर सोते हुए देखे जाते हैं। इस कारण से इन लोगों पर कई शोध भी किए गए हैं।
इस गाँव के लोगों को नींद के बारे में बताया जाता है कि यहाँ बहुत सारी यूरेनियम ज़हरीली गैस निकलती है, जिसके कारण यहाँ के लोग सोते रहते हैं। यूरेनियम की जहरीली गैस के कारण इस गाँव का पानी भी बहुत दूषित हो गया है। वैज्ञानिकों ने अपने अध्ययन में पाया कि यहां के पानी में कार्बन मोनोऑक्साइड गैस है, जिसके कारण यहां के लोग महीनों तक सोते हैं।
कजाकिस्तान के कलाची गांव में लगभग 600 लोग रहते हैं। सोने के बाद इन लोगों को कुछ भी याद नहीं रहता (Sleeping Disorder)। इस गांव के ज्यादातर लोग इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं। ये लोग अन्य लोगों द्वारा बताई गई चीजों को याद करते हैं।
इस गांव के लोगों की एक और बात सुनकर आप हैरान रह जाएंगे। यहां के लोग कभी भी और कहीं भी सोना शुरू कर देते हैं। अजीबोगरीब स्लीपिंग डिसऑर्डर से पीड़ित लोग चलते-फिरते, खाना खाते, नहाते हुए कभी भी सो जाते हैं। इस विचित्र गांव के लोगों का कहना है कि उन्हें नींद के बारे में जानकारी नहीं है।