व्यापार / लगातार दूसरे दिन घटे पेट्रोल के दाम, डीजल के भाव में बदलाव नहीं

सप्‍ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को एक बार फिर पेट्रोल की कीमत कम हो गई। तेल विपणन कंपनियों ने देश की राजधानी दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल के दाम में 5 पैसे प्रति लीटर की कटौती की। इस कटौती के बाद दिल्ली, कोलकता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल के भाव घटकर क्रमश: 74.89 रुपये, 77.55 रुपये, 80.54 रुपये और 77.86 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं। यह लगातार दूसरा दिन है जब पेट्रोल के भाव कम हुए हैं।

AajTak : Dec 13, 2019, 01:20 PM
सप्‍ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को एक बार फिर पेट्रोल की कीमत कम हो गई। तेल विपणन कंपनियों ने देश की राजधानी दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल के दाम में 5 पैसे प्रति लीटर की कटौती की। इस कटौती के बाद दिल्ली, कोलकता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल के भाव घटकर क्रमश: 74.89 रुपये, 77.55 रुपये, 80.54 रुपये और 77.86 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं। यह लगातार दूसरा दिन है जब पेट्रोल के भाव कम हुए हैं। इससे पहले गुरुवार को भी पेट्रोल की कीमत में 5 से 6 पैसे तक की कटौती दर्ज की गई थी।

डीजल के भाव में बदलाव नहीं

हालांकि डीजल के दाम में लगातार चौथे दिन स्थिरता बनी रही। दिल्ली, कोलकता, मुंबई और चेन्नई में डीजल की कीमत पूर्ववत क्रमश: 66.04 रुपये, 68.45 रुपये, 69.27 रुपये और 69.81 रुपये प्रति लीटर पर बनी हुई है। इस बीच, अंतरष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में दो दिनों से तेजी का रुख बना हुआ है।

क्‍या है कच्‍चे तेल का भाव

इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज पर बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड के फरवरी डिलीवरी अनुबंध में पिछले सत्र से 0.65 फीसदी की तेजी के साथ 64.62 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था, जबकि कारोबार के दौरान कच्चे तेल के दाम में 64.71 डॉलर प्रति बैरल तक की तेजी दर्ज की गई। वहीं, न्यूयार्क मर्केंटाइल एक्सचेंज पर अमेरिकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट के जनवरी डिलीवरी अनुबंध में 0.52 फीसदी की बढ़त के साथ 59.49 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था, जबकि कारोबार के दौरान डब्ल्यूटीआई का भाव 59.61 डॉलर प्रति बैरल तक उछला।

वहीं कमोडिटी बाजार विशेषज्ञ बताते हैं कि अमेरिका और चीन के बीच 18 महीने से चल रहे व्यापारिक तकरार का हल निकलने की संभावनाओं से बाजार में तेजी का रुख है जिससे कच्चे तेल की कीमत तकरीबन 3 महीने के ऊंचे स्तर पर चली गई है।