Vikrant Shekhawat : Apr 11, 2023, 05:28 PM
Sachin Pilot Protest: कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने राजस्थान की राजधानी जयपुर में अपना एकदिवसीय अनशन समाप्त कर दिया है. अनशन खत्म करने के बाद उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा, राजस्थान की पिछली सरकार के करप्शन की जांच को लेकर अनशन किया. भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा.सचिन पायलट ने आगे कहा कि राहुल गांधी ने भी अपनी आवाज को रखा. जेपीसी की मांग की है. बीजेपी शासन में करप्शन की जांच हो. जनता से सत्ता में आने पर जांच का वादा किया था. उन्होंने कहा, करप्शन के खिलाफ हमारी जीरो टॉलरेंस नीति है. स्थापित भ्रष्टाचार के खिलाफ आज तक कार्रवाई नहीं हुई. सरकार से सम्बंधित मामला था. इसलिए कई बार सूबे के सीएम को चिट्ठी लिखी. संसद में भी कांग्रेस और विपक्षी पार्टियों ने मुद्दा उठाया, वसुंधरा जी का भ्रष्टाचार सामने आना चाहिए. सत्ता में होते हुए हमें इस मुद्दे को उठाना चाहिए.गहलोत ने जारी किया वीडियोइससे पहले पायलट के अनशन के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक वीडियो जारी किया. 6 मिनट 49 सेकंड के वीडियो में उन्होंने राजस्थान के लोगों के लिए कई घोषणाएं की. उन्होंने 24 अप्रेल से शुरू हो रहे महंगाई राहत कैम्प और उसके फायदों पर फोकस करते हुए अपनी बात रखी. उन्होंने बजट सत्र के दौरान घोषित 10 महत्वपूर्ण योजनाओं का ज़िक्र करते हुए लोगों से महंगाई राहत कैम्प से राहत पाने की अपील की.इससे पहले सचिन पायलट ने कांग्रेस पार्टी द्वारा दी गई चेतावनी को दरकिनार करते हुए मंगलवार को पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यकाल में हुए कथित भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई की मांग को लेकर एक दिवसीय ‘अनशन’ किया. वह शहीद स्मारक पर पूर्वाह्न 11 बजे से शाम चार बजे तक अनशन पर बैठे. धरनास्थल पर बड़ी संख्या में पायलट समर्थक मौजूद रहे, हालांकि पार्टी का कोई बड़ा चेहरा नजर नहीं आया. इस अनशन के लिए शहीद स्मारक के पास एक तंबू लगाया गया था. वहां बनाए गए छोटे मंच पर केवल सचिन पायलट बैठे. उनके समर्थक व अन्य कार्यकर्ता आसपास नीचे बैठे.मंच के पास महात्मा गांधी व ज्योतिबा फुले की तस्वीरें रखी गईं. मंच के पीछे केवल महात्मा गांधी की फोटो के साथ 'वसुंधरा सरकार में हुए भ्रष्टाचार के विरुद्ध अनशन' लिखा गया. कांग्रेस पार्टी ने पायलट के इस कदम को 'पार्टी विरोधी' करार दिया था. पार्टी के स्थानीय मीडिया ग्रुप में प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा का एक बयान जारी किया गया था, जिसके अनुसार पायलट का अनशन पार्टी के हितों के खिलाफ है और पार्टी विरोधी गतिविधि है. वहीं बीजेपी के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने ट्वीट किया, राजस्थान कांग्रेस में घमासान सड़कों पर आया. गहलोत सरकार में महिलाओं पर अत्याचार, दलित शोषण, खान घोटालों और पेपर लीक घोटाले में कांग्रेस जन मौन क्यों हैं? पुजारी और संतों की मौत का जिम्मेदार कौन, तुष्टिकरण के मामलों से बहुसंख्यकों की विरोधी सरकार की दुर्गति निश्चित है.