Vikrant Shekhawat : Jun 11, 2023, 12:53 PM
Sachin Pilot: राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने रविवार को दौसा में अपने पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि के अवसर पर उनकी प्रतिमा अनावरण किया. यह प्रतिमा गुर्जर छात्रावास में लगाया गया है. इस मौके पर सचिन पायलट भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि कहा कि 23 साल पहले आज ही के दिन उनके पिता की सड़क दुर्घटना में मौत हुई थी. कहा कि वह दृष्य उन्हें आज भी याद हैं. सचिन पायलट ने कहा कि उन्होंने अपने पिता से राजनीति सीखी है.पायलट ने कहा कि उनके पिता पहले फौज में थे. वहां काफी तपने के बाद राजनीति में आए. यहां उन्होंने राजनीति में अपनी लाइन डोरी तय की. उन्होंने अन्याय के खिलाफ कभी समझौता नहीं किया. उनके लिए जनहित के मामले सर्वोपरि होते थे. सचिन पायलट ने कहा कि वह अपने पिता को अपना आदर्श मानते हैं और उनकी ही तरह वह भी अपने स्वाभिमान और आदर्शों से कभी समझौता नहीं करेंगे. कहा कि मेरी राजनीतिक सोच स्पष्ट है, लेकिन भविष्य में निराशा दिखती है. इसलिए अब मन नहीं करता काम करने का. उन्होंने कहा कि वह अपने पिता का ही अनुशरण करते हुए हमेशा नौजवानों के हितों की बात की है.देश और समाज से भ्रष्टाचार मिटाने की बात की है. युवाओं के लिए रोजगार की बात की है. सचिन पायलट पिता की यादों को साझा करते हुए भावुक हो गए. कहा कि आज मौका राजनीति बात करने का नहीं है. इसलिए वह इस मंच से कोई राजनीतिक बात नहीं करेंगे.गुर्जर छात्रावास में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सचिन पायलट ने राजस्थान कांग्रेस में जारी उथल पुथल पर साफ साफ तो कुछ नहीं कहा. हालांकि वह इशारों में ही बहुत कुछ कह गए. उन्होंने अपरोक्ष रूप से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमला किया. कहा कि हर गलती सजा मांगती है और इस गलती की भी सजा मिलेगी.उन्होंने कहा कि राज्य की जनता को न्याय जरूर मिलेगा. इसी के साथ उन्होंने साफ कर दिया कि वह भ्रष्टाचार और नौजवानों के मुद्दे पर पीछे नहीं हटेंगे और उनकी लड़ाई जारी रहेगी. प्रतिमा के अनावरण के बाद मंच पर चढ़ने के साथ ही सचिन पायलट ने तीखे तेवर दिखाए. उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर तंज कसने के साथ की. कहा कि खदानों के आवंटन में गड़बड़ी पकड़े जाने पर पहले रद्द किया गया और फिर उन्हीं लोगों को आवंटित भी कर दिया गया. यह गलती है और ‘हर गलती सजा मांगती है.’ सचिन पायलट के भाषण के दौरान उनके समर्थकों ने एक तरफ उनके जयकारे लगाए तो दूसरी ओर अशोक गहलोत मुर्दाबाद के नारे भी लगाए.