Giorgia Meloni / डीपफेक की शिकार हुई पीएम मेलोनी, आपत्तिजनक वीडियो पोस्ट करने पर मांगा एक लाख यूरो का हर्जाना

भारत में सुर्खियां बटोर चुकीं इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी डीपफेक की शिकार हो गई है। उन्होंने डीपफेक आपत्तिजनक ​वीडियो बनाने और उसे ऑनलाइन पोस्ट करने के आरोपी पर अपना गुस्सा जताया है। साथ ही आरोपी से एक लाख यूरो की राशि का हर्जाना मांगा है। यह राशि भारतीय रुपयों में 90 लाख रुपए के करीब होती है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ऐसा दावा किया जा रहा है कि दो आरोपियों ने मेलोनी का फेस वयस्क फिल्म स्टार के चेहरे पर लगा

Vikrant Shekhawat : Mar 22, 2024, 08:53 AM
Giorgia Meloni:  भारत में सुर्खियां बटोर चुकीं इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी डीपफेक की शिकार हो गई है। उन्होंने डीपफेक आपत्तिजनक ​वीडियो बनाने और उसे ऑनलाइन पोस्ट करने के आरोपी पर अपना गुस्सा जताया है। साथ ही आरोपी से एक लाख यूरो की राशि का हर्जाना मांगा है। यह राशि भारतीय रुपयों में 90 लाख रुपए के करीब होती है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ऐसा दावा किया जा रहा है कि दो आरोपियों ने मेलोनी का फेस वयस्क फिल्म स्टार के चेहरे पर लगा दिया और उसे अमेरिकी पोर्न साइट पर अपलोड करने की हरकत की।

पिता पुत्र हैं आरोपी

मेलोनी की डीपफेक वीडियो बनाने वाले आरोपियों में पिता-पुत्र शामिल हैं। बेटे की उम्र 40 साल और उसके पिता की उम्र 73 साल है। दोनों ने मिलकर मेलोनी का आपत्तिजनक वीडियो बनाया। दोनों आरोपियों पर मेलोनी ने मानहानि का मुकदमा दायर किया है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। 

इस तरह पकड़ में आए आरोपी

पुलिस ने कहा, उसने मोबाइल डिवाइस को ट्रैक करके आरोपी को सर्च किया गया और तब वे पकड़ में आ सके। इसका इस्तेमाल उन्होंने वीडियो को ऑनलाइन पोस्ट करने के लिए किया था। डीपफेक वीडियो 2022 में उनके देश के पीएम बनने से पहले का है। इस वीडियो को अब तक लाखों बार देखा जा चुका है। इस संबंध में पीएम मेलोनी ससारी कोर्ट में 2 जुलाई को गवाही देंगी।

मुआवजे की राशि दान करेंगी मेलोनी 

उधर, पीएम जॉर्जिया मेलोनी की कानूनी टीम का कहना है कि हर्जाने के रूप में मिलने वाली 90 लाख की मुआवजा राशि को वे हिंसा की शिकार महिलाओं की सहायता के लिए दान में दे देंगी। हर्जाने की राशि प्रतीकात्मक कार्रवाई का हिस्सा है।  मेलोनी  की वकील मारिया गिउलिया मारोंगिउ ने कहा कि मुआवजे की मांग इस तरह की हिंसा की शिकार महिलाओं के लिए एक संदेश है।