Maharashtra News / PM मोदी कि महाराष्ट्र को 30 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात, जानें क्या-क्या मिला

देश में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर जारी सियासत और उत्सव के माहौल के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को महाराष्ट्र में थे। उन्होंने महाराष्ट्र में कुल 30,500 करोड़ रुपये से ज्यादा लागत की कई परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इनमें समुद्र पर बना देश का सबसे लंबा पुल 'अटल सेतु' और उपनगरीय रेल गलियारे का विस्तार शामिल है। प्रधानमंत्री मोदी ने रत्नों एवं आभूषणों के लिए एक विशाल सुविधा केंद्र का उद्घाटन

Vikrant Shekhawat : Jan 12, 2024, 10:26 PM
Maharashtra News: देश में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर जारी सियासत और उत्सव के माहौल के बीच  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को महाराष्ट्र में थे। उन्होंने महाराष्ट्र में कुल 30,500 करोड़ रुपये से ज्यादा लागत की कई परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इनमें समुद्र पर बना देश का सबसे लंबा पुल 'अटल सेतु' और उपनगरीय रेल गलियारे का विस्तार शामिल है। प्रधानमंत्री मोदी ने रत्नों एवं आभूषणों के लिए एक विशाल सुविधा केंद्र का उद्घाटन करने के साथ दक्षिण मुंबई में एक सुरंग वाली सड़क की आधारशिला भी रखी। 

अटल सेतु का उद्घाटन

महाराष्ट्र के दौरे पर आए प्रधानमंत्री ने सबसे पहले 17,840 करोड़ रुपये की लागत से बने अटल बिहारी वाजपेयी सेवरी-न्हावा शेवा अटल सेतु का उद्घाटन किया। इस पुल को मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक भी कहा जाता है, जो मुंबई और उपनगर नवी मुंबई के बीच की दूरी को कुछ घंटों से घटाकर महज 15-20 मिनट कर देगा। इससे एक बड़े बंदरगाह और एक निर्माणाधीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे वाले इस क्षेत्र में विकास को बढ़ावा मिलने की संभावना है। देश का यह सबसे लंबा पुल 21.8 किलोमीटर लंबा है जिसमें समुद्र के ऊपर का 16.5 किलोमीटर हिस्सा शामिल है। इसके शुरू होने से मुंबई महानगर से नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की दूरी कम होगी और पुणे, गोवा एवं दक्षिण भारतीय शहरों तक की यात्रा का समय भी घट जाएगा। अधिकारियों ने कहा कि इस पुल के चालू होने से मुंबई बंदरगाह और पड़ोसी जिले रायगढ़ के न्हावा शेवा में स्थित जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह के बीच संपर्क सुविधा बेहतर होगी। अटल सेतु की आधारशिला प्रधानमंत्री मोदी ने दिसंबर, 2016 में रखी थी। इसके निर्माण पर कोविड-19 महामारी की वजह से आए व्यवधान के बावजूद ज्यादा असर नहीं पड़ा। 

सब अर्बन रेल कॉरीडोर का उद्घाटन

नवी मुंबई के उल्वे में आयोजित एक समारोह में प्रधानमंत्री मोदी ने बेलापुर-सीवुड्स-उरण उपनगरीय गलियारे के 14.60 किलोमीटर लंबे खारकोपर-उरण खंड का भी उद्घाटन किया। इसे 2973.35 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है, जिसे महाराष्ट्र सरकार के नियोजन प्राधिकरण सिडको और रेलवे के बीच 67:33 अनुपात में साझा किया गया था। इस रेल गलियारे पर 1990 के दशक से ही काम चल रहा है लेकिन इसमें कई बार देरी का सामना करना पड़ा है। प्रधानमंत्री ने गलियारे के जिस खंड का उद्घाटन किया उसमें पांच स्टेशन और कई पुल हैं। फिलहाल इस मार्ग पर 40 उपनगरीय सेवाएं संचालित हैं और उरण तक विस्तार होने से एसईजेड सहित आसपास के इलाके में संपर्क बढ़ेगा। 

दीघा गांव रेलवे लाइन का उद्घाटन

प्रधानमंत्री ने मध्य रेलवे की ठाणे-वाशी ट्रांसहार्बर लाइन पर दीघा गांव रेलवे लाइन का भी उद्घाटन किया। इससे इस मार्ग पर ठाणे और ऐरोली स्टेशनों पर भीड़भाड़ कम होगी। इसके साथ ही उन्होंने खार और गोरेगांव के बीच छठी लाइन भी राष्ट्र को समर्पित की। करीब 425 करोड़ रुपये की लागत से बनी 8.8 किलोमीटर लंबी लाइन नवंबर में बनकर तैयार हुई है। 

9.2 किलोमीटर लंबी सुरंग का शिलान्यास 

इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने ईस्टर्न फ्रीवे और मरीन ड्राइव पर ऑरेंज गेट को जोड़ने वाली महत्वाकांक्षी 9.2 किलोमीटर लंबी सुरंग की आधारशिला रखी। इसे 8,700 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा। इससे मुंबई बंदरगाह, सीएसएमटी और जीपीओ के साथ महानगर के प्रतिष्ठित नरीमन प्वाइंट के आसपास यातायात की गति तेज होगी। 

सूर्या क्षेत्रीय थोक पेयजल परियोजना

उन्होंने सूर्या क्षेत्रीय थोक पेयजल परियोजना के पहले चरण को समर्पित किया, जिसे 1,975 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। इससे ठाणे और पालघर जिलों में जलापूर्ति सुधरेगी। मोदी ने मुंबई में सांताक्रूज़ इलेक्ट्रॉनिक निर्यात प्रसंस्करण क्षेत्र एसईजेड में रत्न और आभूषण क्षेत्र के लिए विशाल सुविधा केंद्र 'भारत रत्नम' का भी उद्घाटन किया। यह बेहतरीन मशीनों के साथ भारत में अपनी तरह का पहला केंद्र है जिसमें 3डी मेटल प्रिंटिंग भी शामिल है। अधिकारियों ने कहा कि भारत रत्नम में दिव्यांग छात्रों एवं रत्न-आभूषण क्षेत्र के कार्यबल को कुशल बनाने के लिए एक प्रशिक्षण केंद्र भी खोला जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने इस एसईजेड में न्यू एंटरप्राइजेज एंड सर्विसेज टॉवर का भी उद्घाटन किया। यह टॉवर मुख्य रूप से रत्न और आभूषण इकाइयों के लिए है।