Vikrant Shekhawat : Aug 25, 2024, 04:40 PM
PM Modi Ukraine Tour: पाकिस्तानी मीडिया की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विमान पोलैंड और यूक्रेन की यात्रा से लौटते वक्त 46 मिनट तक पाकिस्तान के एयरस्पेस में रहा। इस घटना ने पाकिस्तान के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण और राजनीतिक हलकों में खलबली मचा दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र का उपयोग बिना किसी पूर्व सूचना या सद्भावना संदेश के किया, जिससे दोनों देशों के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों पर नई चर्चा शुरू हो गई है।प्रधानमंत्री मोदी की विमान यात्रा: एक संक्षिप्त विश्लेषणपाकिस्तानी मीडिया का कहना है कि पीएम मोदी की विमान यात्रा पोलैंड से लौटते वक्त पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र से गुजरते हुए इस्लामाबाद और लाहौर के ऊपर से हुई। इस रिपोर्ट के अनुसार, पीएम मोदी के विमान ने चित्राल से पाकिस्तान में प्रवेश किया और अमृतसर की ओर बढ़ते हुए इस्लामाबाद और लाहौर के ऊपर से उड़ान भरी। इस दौरान, पाकिस्तान के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने इस यात्रा को लेकर कोई विशेष प्रतिक्रिया नहीं दी।विमानन उद्योग के सूत्रों का कहना है कि सद्भावना संदेश एक परंपरा है, लेकिन यह कोई कानूनी आवश्यकता नहीं है। सूत्रों ने यह भी बताया कि पीएम मोदी को हवाई क्षेत्र के उपयोग के लिए विशेष अनुमति की आवश्यकता नहीं होती है। इसे कॉल साइन आवंटित किया जा सकता है, जैसा कि अन्य राष्ट्राध्यक्षों के मामलों में होता है।पाकिस्तान का हवाई क्षेत्र: ऐतिहासिक संदर्भ2019 में बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद से पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया था। इस कदम ने दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया था। पाकिस्तान ने मार्च 2019 में कुछ समय के लिए अपना हवाई क्षेत्र आंशिक रूप से खोला, लेकिन भारतीय विमानों के लिए इसे प्रतिबंधित रखा। इस स्थिति के कारण, पाकिस्तान ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जर्मनी की उड़ान के लिए हवाई क्षेत्र उपयोग के अनुरोध को भी अस्वीकार कर दिया था।हालांकि, दो साल बाद पाकिस्तान ने भारतीय प्रधानमंत्री की अमेरिका के लिए नॉन-स्टॉप उड़ान को अपने हवाई क्षेत्र से गुजरने की अनुमति दे दी थी। यह घटना दर्शाती है कि पाकिस्तान और भारत के बीच हवाई यातायात पर निर्भरता और अनुमति की नीति समय-समय पर बदलती रही है।वर्तमान स्थिति और भविष्य की संभावनाएँप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पाकिस्तान के एयरस्पेस में 46 मिनट की यात्रा ने दोनों देशों के बीच राजनीतिक और सैन्य दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण प्रश्न उठाए हैं। इसने यह स्पष्ट किया है कि हवाई क्षेत्र की अनुमति और विशेष सहमति की प्रथाएँ अभी भी जटिल और संवेदनशील हैं।यह घटना पाकिस्तान और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंधों में एक नई जटिलता जोड़ती है, जिससे भविष्य में अधिक सावधानी और पारदर्शिता की आवश्यकता होगी। दोनों देशों को हवाई यातायात और सुरक्षा प्रोटोकॉल पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी स्थितियों से बचा जा सके और द्विपक्षीय संबंधों में सुधार किया जा सके।