पीएम मोदी की अपील / मॉनसून में एहतियात बरतें देशवासी, जानें किन बीमारियों से सावधान रहना जरूरी

मॉनसून के मौसम में बारिश के साथ ही मच्छर बढ़ने लगते हैं। इस मौसम में एक तरफ वायरल फीवर या मौसमी फ्लू का खतरा रहता है तो दूसरी ओर मच्छरजनित रोगों का भी डर बना रहता है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोगों से अपील की है कि मॉनसून के मौसम में एहतियात बरतें। उन्होंने ट्वीट कर कहा है, "यह वर्षाजनित और मच्छरजनित रोगों का मौसम है।

AMAR UJALA : Aug 18, 2020, 07:39 PM
लाइफस्टाइल डेस्क | मॉनसून के मौसम में बारिश के साथ ही मच्छर बढ़ने लगते हैं। इस मौसम में एक तरफ वायरल फीवर या मौसमी फ्लू का खतरा रहता है तो दूसरी ओर मच्छरजनित रोगों का भी डर बना रहता है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोगों से अपील की है कि मॉनसून के मौसम में एहतियात बरतें। उन्होंने ट्वीट कर कहा है, "यह वर्षाजनित और मच्छरजनित रोगों का मौसम है। मैं आप सबसे अपील करता हूं कि ठीक तरीके से एहतियात बरतें। सरकार भी स्थिति पर नजर बनाए हुए है और प्रभावित लोगों की देखभाल सुनिश्चित कर रही है। सुरक्षित रहिए, खुश रहिए।"

आइए जानते हैं उन बीमारियों के बारे में जिसके फैलने की संभावना इस मौसम में ज्यादा रहती है। यह भी जानना जरूरी है कि इन बीमारियों से बचने के लिए कौन सी सावधानियां बरतनी जरूरी है।

डेंगू:

बारिश के मौसम में डेंगू जैसी मच्छरजनित बीमारियां फैलने की खूब संभावना रहती है। इस बीमारी के लक्षणों की बात करें तो इसमें मरीज को ठंड के साथ तेज बुखार, सिर और मांसपेशियों में दर्द, कमजोरी, स्वाद नहीं आना, आंखों के पिछले हिस्से में दर्द, भूख न लगना, जी मिचलाना, जोड़ों में हड्डीतोड़ दर्द आदि शामिल हैं। सामान्यत: डेंगू 5-7 दिन के इलाज से ठीक हो जाता है। लेकिन डेंगू शॉक सिंड्रोम और हेमरेजिक फीवर को खतरनाक बताया जाता है।

क्या एहतियात बरतें:

  • घर और आसपास मच्छरों को फैलने से रोकें। 
  • खुले में पानी जमा न होनें दें और पानी की टंकी का ढक्कन बंद रखें। 
  • घर के अंदर और बाहर हफ्ते में एक बार मच्छरनाशक रसायन का छिड़काव जरूर करें। 
  • मच्छरों के काटने से खुद को बचाएं। पूरी बांह की शर्ट और फुल पैंट पहनें। 
मलेरिया: 

गंदे पानी में पनपने वाली मादा 'एनाफिलीज' मच्छर के काटने के बाद 'प्लाज्मोडियम' नाम के पैरासाइट से यह बीमारी होती है। इसमें मरीज के शरीर में हिमोग्लोबिन की कमी हो जाती है जो जानलेवा हो सकती है। मलेरिया में आमतौर पर एक दिन छोड़कर बुखार आता है। इसके साथ ही मरीज को कंपकंपी, अचानक ठंड के साथ तेज बुखार, फिर गर्मी के साथ तेज बुखार, कमजोरी आदि महसूस होती रहती है। 

क्या एहतियात बरतें:

  • घर में मच्छर ना होने दें। पानी न जमने दें। साफ-सफाई रखें। 
  • मच्छरों को रोकने के लिए खिड़कियों और दरवाजों पर महीन जाली लगवाएं। 
  • मच्छरों से बचने और उन्हें भगाने या मारने के लिए क्रीम, स्प्रे, कॉइल आदि का इस्तेमाल करें।
  • पीने के पानी में क्लोरीन की गोली मिलाएं या पानी उबालकर पीएं। 
  • पूरी बाजू के कपड़े और फुल पैंट या पायजामा पहनकर ही बाहर निकलें। 
चिकनगुनिया: 

बारिश के मौसम में चिकनगुनिया का भी प्रकोप बढ़ता है। इसके लक्षणों की बात करें तो इसमें मरीज को तेज बुखार रहता है और जोड़ों में तेज दर्द होता है। सिरदर्द, शरीर में दर्द, शरीर पर  चकत्ते होना इसके लक्षणों में से हैं। इस बीमारी में शरीर में पानी की कमी हो जाती है जो घातक साबित हो सकती है। 

क्या एहतियात बरतें:

  • मच्छरों के काटने से खुद को बचाएं और आसपास मच्छरों को फैलने न दें। 
  • जमा हुए पानी में मच्छर पैदा हो सकते हैं, इसलिए घर व आसपास पानी जमने न दें। 
  • पूरी बांह की शर्ट और फुल पैंट पहनकर बाहर निकलें। 
  • घर में मच्छर हों तो मच्छरदानी लगाकर सोना ज्यादा बेहतर रहेगा। 
इम्यूनिटी मजबूत बनाए रखें

मॉनसून के मौसम में वायरल फ्लू होने की भी संभावना रहती है। अगर आपको सर्दी, खांसी,  बुखार, सिरदर्द जैसे कोई लक्षण दिखते हैं, तो डॉक्टर से जरूर मिलें। डॉ. प्रवीण सिंह बताते हैं कि फिलहाल तो कोरोना काल चल रहा है, लेकिन यह महामारी नहीं भी रहती, तो भी मॉनसून के समय में लोगों के बीमार होने की संभावना रहती है। इसलिए अपनी इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाए रखना बहुत जरूरी है।