Bundelkhand Expressway / पीएम नरेंद्र मोदी ने बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का किया उद्घाटन, हाईवे की ये हैं खूबियां

पीएम नरेंद्र मोदी ने जालौन में 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का लोकार्पण किया. एक्सप्रेसवे के निर्माण से अब दिल्ली से चित्रकूट की दूरी लगभग आधी कम हो जाएगी.पीएम नरेंद्र मोदी ने फरवरी 2020 में एक्सप्रेसवे का शिलान्यास किया था जिसे फरवरी 2023 में पूरा किया जाने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन कोरोना संकट के बावजूद इसे 8 महीने पहले ही पूरा कर लिया गया है

Vikrant Shekhawat : Jul 16, 2022, 06:05 PM
Bundelkhand Expressway : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को जालौन में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया। इसके बाद जनसभा में कह कि देश में मुफ्त की रेवड़ी बांटकर वोट बटोरने का कल्चर लाने की कोशिश हो रही है। ये देश के विकास के लिए बहुत घातक है। इससे बहुत सावधान रहना है।


PM ने भाषण बुंदेली भाषा में शुरू करते हुए कहा- वेदव्यास की जन्मस्थली बुंदेलखंड, हमारी बाईसा लक्ष्मीबाई की धरती पे बेर-बेर आबे को अवसर मिलो, हमें बहुतइ प्रसन्नता भई। बुंदेलखंड की एक और चुनौती को कम करने के लिए हमारी सरकार निरंतर काम कर रही है। हर घर तक पाइप से पानी पहुंचाने के लिए हम जल जीवन मिशन पर काम कर रहे हैं।


योगीजी से कहूंगा यहां यूरोप जैसा टूरिज्म सर्किट बनाएं

PM ने यहां उड़ीसा के कलाकारों की बनाई झांकी भी देखी। PM ने कहा, 'यूरोप के कई देश ऐसे हैं, जहां पर पुराने किले देखने का पैटर्न है। यह बहुत बड़ा टूरिज्म सेक्टर बनता है। आज मैं योगी जी से कहूंगा यहां टूरिज्म सर्किट बनाएं। इससे दुनिया भर के लोग यहां आएं और किले देखें।'


मोदी ने योगी की तारीफ करते हुए कहा, 'उत्तर प्रदेश के लोगों ने मिलकर CM योगी के नेतृत्व में UP की तस्वीर बदल दी है। यहां कानून व्यवस्था सुधरी है। कनेक्टिविटी भी बढ़ रही है।


2020 में पीएम मोदी ने किया था शिलान्यास

पीएम नरेंद्र मोदी ने फरवरी 2020 में एक्सप्रेसवे का शिलान्यास किया था जिसे फरवरी 2023 में पूरा किया जाने का लक्ष्य रखा गया था लेकिन कोरोना संकट के बावजूद इसे 8 महीने पहले ही पूरा कर लिया गया है. एक्सप्रेसवे के निर्माण से सरकार और इस परियोजना से जुड़े अधिकारियों में उत्साह है वहीं विपक्ष विशेषकर समाजवादी पार्टी लगातार हमलावर रही है. 


296 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे की यह है खासियत

296 किलोमीटर के दायरे में फैले एक्सप्रेसवे से अब दिल्ली से चित्रकूट जाने का समय लगभग आधा हो जाएगा. पहले जहां 12 से 14 घंटे लगते थे वहीं यह दूरी अब 6 घंटे में पूरी कर ली जाएगी. बताया जाता है कि इस एक्सप्रेसवे की जमीन खरीदने में 2200 करोड़ रुपये लगे थे और निर्माण 14,850 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. एक्सप्रेसवे की दूसरी खासियत यह है कि इस पर 15 से ज्यादा फ्लाईओवर, 10 से अधिक बड़े पुल, 250 से अधिक छोटे पुल, 6 टोल प्लाजा और चार रेलवे पुल मौजूद हैं.