Vikrant Shekhawat : May 26, 2021, 12:28 PM
नई दिल्ली | कोरोना वायरस की दूसरी लहर भारत के लिए किसी अभिशाप जैसी साबित हो रही है। रोजाना के संक्रमण के मामले और मौतों की संख्या भयानक है। इसको लेकर बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि कोविड-19 के बाद धरती पहले जैसा नहीं रहेगी। उन्होंने कहा कि भविष्य में होने वाली घटनाओं को प्री या पोस्ट कोविड के रूप में याद किया जाएगा।उन्होंने कहा, 'अब इस महामारी को लेकर, बेहतर समझ विकसित हो गई है। हमारे पास टीके उपलब्ध हैं जो लोगों की जान बचाने और महामारी को हराने के लिए महत्वपूर्ण है। भारत को अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है।' प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत इस चुनौती का मजबूती से मुकाबला कर रहा है और इसमें टीके की भूमिका महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री ने इस महामारी में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा कि इस महामारी में जिन्होंने अपने प्रियजन को खोया और जो इससे पीड़ित रहे, वह उनके दुख में शामिल हैं।बुद्ध पूर्णिमा पर "वर्चुअल वेसाक ग्लोबल सेलिब्रेशन" के अवसर पर भाषण देते हुए उन्होंने कहा कि दुनिया ने एक सदी में इस तरह की महामारी नहीं देखी है। उन्होंने कहा, हालांकि अब भारत में महामारी की बेहतर समझ है, और जीवन बचाने और वायरस को हराने के लिए वैक्सीन सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। इस दौरान प्रधानमंत्री ने इन लोगों के प्रति भी संवेदना व्यक्त की, जिन्होंने महामारी में अपने प्रियजनों को खो दिया। पीएम मोदी ने कहा कि वह उन सभी के दुख में उनके साथ हैं।बता दें कि वेसाक ग्लोबल सेलिब्रेशन का यह आयोजन भारत सरकार का संस्कृति मंत्रालय अंतरराष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ (आईबीसी) के सहयोग से करता है। इसमें दुनिया भर के बौद्ध संघों के सर्वोच्च प्रमुख शामिल रहे। पीएमओ के मुताबिक इस समारोह को दुनिया के 50 से अधिक प्रमुख बौद्ध धार्मिक नेता संबोधित करेंगे। वेसाक बुद्ध पूर्णिमा को गौतम बुद्ध के जन्म, बुद्धत्व की प्राप्ति और महा परिनिर्वाण दिवस के रूप में मनाया जाता है।