Vikrant Shekhawat : Mar 26, 2021, 05:42 PM
उदयपुर। उदयपुर के गोगुंदा थाना इलाके में मंदबुद्धि युवती के अपहरण और गैंगरेप के मामले में 3 दरिंदों को आज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। तीनों आरोपी ओगणा इलाके के रहने वाले हैं। गिरफ्तार आरोपियों में लक्ष्मण, हरीश और रमेश शामिल है। इन आरोपियों में शामिल लक्ष्मण के खिलाफ अंबामाता, नाई और ओगणा थाना क्षेत्र में चोरी लूट के मामले पूर्व में भी दर्ज है। आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की 12 टीमों का गठन किया गया। एएसपी अनंत कुमार के नेतृत्व में 3 डीएसपी और 200 पुलिसकर्मियों ने दो दिन तक सर्च ऑपरेशन चलाकर आरोपियों को पकड़ने में सफलता पाई।
उदयपुर SP राजीव पचार ने बताया कि यह तीनों आरोपी 21 मार्च को दिहाड़ी के लिए उदयपुर आए थे। हालांकि मजदूरी नहीं मिलने पर जब तीनों बाइक पर घर लौट रहे थे, रास्ते में इन्होंने युवती को अकेला देखा तो इनकी नियत बिगड़ गई। सूरजगढ़ से होकर सेनवाड़ की तरफ जाते समय आमली गांव के पास युवती खड़ी मिली। उससे रास्ता पूछने के बहाने बात की तो युवती के मंदबुद्धि होने की जानकारी मिली। उसके मंदबुद्धि होने का फायदा उठाकर बाइक से ही उसका अपहरण किया और जंगल में ले जाकर पहाड़ियों के बीच सुनसान इलाके में हाथ पैर बांधकर तीनों ने बारी-बारी से दुष्कर्म किया। युवती द्वारा विरोध करने पर पत्थरों से उसके चेहरे पर हमला भी किया और फिर मौके से फरार हो गए।युवती के मंदबुद्धि होने के चलते पुलिस को आरोपियों के बारे में पुख्ता जानकारी नहीं मिल रही थी। ऐसे में पुलिस में 12 टीमों का गठन किया। एएसपी अनंत कुमार के नेतृत्व में 3 डीएसपी और 200 पुलिसकर्मियों को आरोपियों को पकड़ने की जिम्मेदारी दी गई। जंगल का एरिया होने के चलते पुलिस की टीम को पुरानी पुलिसिंग प्रक्रिया के माध्यम से आरोपियों की तलाश करनी पड़ी। पुलिस ने उस इलाके की समस्त शराब की दुकान, पेट्रोल पंप, नाई की दुकान, किराए की दुकान और टैक्सी चालकों से जिनकी उम्र 18 से 30 वर्ष के करीब थी, उनसे संपर्क कर पूछताछ की। इस कार्रवाई में मुख्य रूप से गोवर्धन विलास थाना के हेड कांस्टेबल मनोहर सिंह, गणेश, दिनेश और राजेंद्र का विशेष योगदान रहा है।
उदयपुर SP राजीव पचार ने बताया कि यह तीनों आरोपी 21 मार्च को दिहाड़ी के लिए उदयपुर आए थे। हालांकि मजदूरी नहीं मिलने पर जब तीनों बाइक पर घर लौट रहे थे, रास्ते में इन्होंने युवती को अकेला देखा तो इनकी नियत बिगड़ गई। सूरजगढ़ से होकर सेनवाड़ की तरफ जाते समय आमली गांव के पास युवती खड़ी मिली। उससे रास्ता पूछने के बहाने बात की तो युवती के मंदबुद्धि होने की जानकारी मिली। उसके मंदबुद्धि होने का फायदा उठाकर बाइक से ही उसका अपहरण किया और जंगल में ले जाकर पहाड़ियों के बीच सुनसान इलाके में हाथ पैर बांधकर तीनों ने बारी-बारी से दुष्कर्म किया। युवती द्वारा विरोध करने पर पत्थरों से उसके चेहरे पर हमला भी किया और फिर मौके से फरार हो गए।युवती के मंदबुद्धि होने के चलते पुलिस को आरोपियों के बारे में पुख्ता जानकारी नहीं मिल रही थी। ऐसे में पुलिस में 12 टीमों का गठन किया। एएसपी अनंत कुमार के नेतृत्व में 3 डीएसपी और 200 पुलिसकर्मियों को आरोपियों को पकड़ने की जिम्मेदारी दी गई। जंगल का एरिया होने के चलते पुलिस की टीम को पुरानी पुलिसिंग प्रक्रिया के माध्यम से आरोपियों की तलाश करनी पड़ी। पुलिस ने उस इलाके की समस्त शराब की दुकान, पेट्रोल पंप, नाई की दुकान, किराए की दुकान और टैक्सी चालकों से जिनकी उम्र 18 से 30 वर्ष के करीब थी, उनसे संपर्क कर पूछताछ की। इस कार्रवाई में मुख्य रूप से गोवर्धन विलास थाना के हेड कांस्टेबल मनोहर सिंह, गणेश, दिनेश और राजेंद्र का विशेष योगदान रहा है।