G20 Summit 2023 / G-20 बैठक में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति पुतिन नहीं आएंगे भारत- जानें किस वजह से रद्द किया प्लान

अगले महीने यानी सितंबर में भारत की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में G-20 समिट की बैठक होनी है. इस दौरान कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष और संगठनों के प्रमुख दिल्ली में आएंगे. चर्चा हो रही थी कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी दिल्ली में होने वाली G-20 समिट की बैठक में हिस्सा ले सकते हैं. हालांकि रूस ने इन कयासों को पूरी तरह साफ कर दिया है और कहा है कि पुतिन भारत में होने वाली G-20 समिट की बैठक में शामिल नहीं होंगे.

Vikrant Shekhawat : Aug 25, 2023, 05:51 PM
G20 Summit 2023: अगले महीने यानी सितंबर में भारत की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में G-20 समिट की बैठक होनी है. इस दौरान कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष और संगठनों के प्रमुख दिल्ली में आएंगे. चर्चा हो रही थी कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी दिल्ली में होने वाली G-20 समिट की बैठक में हिस्सा ले सकते हैं. हालांकि रूस ने इन कयासों को पूरी तरह साफ कर दिया है और कहा है कि पुतिन भारत में होने वाली G-20 समिट की बैठक में शामिल नहीं होंगे. रूस के राष्ट्रपति पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव का कहना है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भारत में होने वाली G-20 समिट की बैठक में शामिल होने की कोई योजना नहीं है. ये बैठक सितंबर में दिल्ली में होनी थी और इसमें स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन पर चर्चा होनी थी.

BRICS की बैठक में भी नहीं पहुंचे थे पुतिन

रूस के राष्ट्रपति पुतिन हाल ही में साउथ अफ्रीक में हुई BRICS सम्मेलन की बैठक में भी व्यक्तिगत तौर पर शामिल नहीं हुए थे. पुतिन ने BRICS बिजनेस फोरम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया था. BRICS बैठक में पुतिन की जगह विदेश मंत्री सरजई लावरोव साउथ अफ्रीका पहुंचे थे.

विदेश दौरे पर गिरफ्तार हो सकते हैं पुतिन?

दरअसल राष्ट्रपति पुतिन रूस और यूक्रेन के युद्ध के आगाज के बाद से किसी भी ऐसे अंतरराष्ट्रीय संगठन के मंच पर व्यक्तिगत तौर पर नहीं पहुंचे हैं. इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (ICC) ने पुतिन के खिलाफ यूक्रेन में युद्ध अपराधों के तहत गिरफ्तारी का वारंट जारी किया है. रूस ने ICC के इस फैसले पर सख्ती से विरोध भी जताया है. बताया जाता है कि इस वारंट के बाद अगर पुतिन किसी अन्य देश की यात्रा करते हैं तो उन्हें गिरफ्तार भी किया जा सकता है.

वैगनर ग्रुप का भी हो सकता है डर

वैसे तो माना जा रहा था कि पुतिन जी-20 में भाग लेने जरूर आएंगे। वह दक्षिण अफ्रीका के ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भी शामिल होने के लिए जाने वाले थे। मगर दक्षिण अफ्रीका आईसी का सदस्य है। इसलिए पुतिन के वहां जाने पर, उस पर उनकी गिरफ्तारी का दबाव बनता। जबकि बारत आइईसी का सदस्य नहीं है। इसलिए पुतिन को भारत में जी-20 सम्मेलन में शरीक होने के आने के लिए कोई खतरा नहीं था। इसीलिए पुतिन ने भारत आने से अब तक इनकार नहीं किया था। मगर अभी दो दिन पहले ही पुतिन से बगावत करने वाले रूस की निजी सेना वैगनर ग्रुप के चीफ येवगिनी प्रिगोझिन की विमान हादसे में मौत हो गई है। वैगनर ग्रुप इसे साजिश बता रहा है। उसने प्रिगोझिन की मौत का बदला लेने की धमकी भी दी है। कहा जा रहा है कि एक वजह ये भी हो सकती है कि पुतिन सुरक्षा की दृष्टि से ऐसे हालात में विदेश यात्रा करने से बचना चाह रहे हैं।

दिल्ली में 8, 9 10 सितंबर को G-20 की बैठक

इन्हीं संभावनाओं के बीच रूस की तरफ से ये साफ कर दिया गया है कि राष्ट्रपति पुतिन अगले महीने भारत में होने वाली G-20 समिट की बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे. भारत इस बार G-20 समिट की अध्यक्षता कर रहा है. इस दौरान देश के अलग-अलग शहरों में G-20 समिट की अलग-अलग बैठकें आयोजित की गई हैं. अब राजधानी दिल्ली में 8, 9 और 10 सितंबर को G-20 की बैठक होनी है.