Farmers Protest / प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दे दिये साफ संकेत- नए कृषि कानून वापस नहीं होंगे

नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों का आंदोलन पिछले ढाई महीने से चल रहा है। इस आंदोलन में अब तक 100 से अधिक किसान अपनी जान गंवा चुके हैं। आंदोलन की आड़ में दिल्ली में हिंसा हुई, लेकिन किसान अब भी अपनी मांग पर अड़े हैं। वह नए कृषि कानूनों की वापसी से कम कुछ भी स्वीकार नहीं करता है।

Vikrant Shekhawat : Feb 09, 2021, 07:34 AM
Delhi: नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों का आंदोलन पिछले ढाई महीने से चल रहा है। इस आंदोलन में अब तक 100 से अधिक किसान अपनी जान गंवा चुके हैं। आंदोलन की आड़ में दिल्ली में हिंसा हुई, लेकिन किसान अब भी अपनी मांग पर अड़े हैं। वह नए कृषि कानूनों की वापसी से कम कुछ भी स्वीकार नहीं करता है।

उसी समय, सरकार के साथ कई दौर की बातचीत के बाद, समझौता नहीं हो सका, अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट संकेत दिया है कि नए कानूनों को वापस नहीं लिया जाएगा। राज्यसभा में अपने संबोधन के दौरान, पीएम ने केवल कानून में संशोधन पर जोर दिया। ऐसे में अब गेंद किसानों के पाले में है। क्या वे आंदोलन जारी रखेंगे या वे बैकफुट पर आएंगे, इन सवालों के जवाब का अब इंतजार है। साथ ही विपक्ष की भूमिका क्या होगी, यह भी देखना होगा।

एमएसपी था, एमएसपी है और एमएसपी होगा ...

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों से राज्य में कृषि कानूनों की भयंकर लड़ाई के बीच सोमवार को राज्यसभा में आंदोलन समाप्त करने की अपील की। प्रधानमंत्री ने कहा कि MSP था, MSP है और MSP ही रहेगा, किसानों को आंदोलन खत्म करना चाहिए। सदन में केवल आंदोलन की बात हुई है, कानून में सुधार पर चर्चा नहीं हुई।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब लाल बहादुर शास्त्री को कृषि सुधार करना था, तब भी उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था। लेकिन वह पीछे नहीं हटे। उस समय वामपंथी कांग्रेस को अमेरिका का एजेंट कहते थे, आज वे मुझे गाली दे रहे हैं। पीएम ने कहा कि कोई भी कानून आए, सुधार कुछ समय बाद होते हैं। बुजुर्ग आंदोलन में बैठे हैं, उन्हें घर जाना चाहिए। आंदोलन को समाप्त करें और चर्चा को आगे बढ़ाएं।