Vikrant Shekhawat : Jun 23, 2022, 09:55 AM
आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा उपचुनाव के लिए आज सुबह 7 बजे से मतदान हो रहा है। दोनों सीटों पर मतदान के लिए वोटरों में उत्साह दिखाई दे रहा है। सुबह से ही बूथों पर वोटरों की कतार लगी हुई है। सुबह 9 बजे तक रामपुर में 7.86 फीसदी और आजमगढ़ में 9.21 फीसदी मतदान हुआ। दोनों सीटों पर सपा और भाजपा की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। मतगणना 26 जून को होगी। बसपा ने रामपुर में प्रत्याशी नहीं दिया है। आजमगढ़ में गुड्डू जमाली बसपा के उम्मीदवार हैं। सपा-भाजपा और बसपा तीनों अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे हैं। भाजपा ने दोनों सीटों पर इस बार अपनी पूरी ताकत झोंकी है। जबकि अखिलेश यादव ने खुद को उपचुनाव प्रचार से दूर रखा। वह न तो आजमगढ़ में प्रचार के लिए गए, न ही रामपुर में।
पिछले विधानसभा चुनाव में जीत के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और आजम खान द्वारा लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिए जाने के कारण आजमगढ़ और रामपुर की सीटों पर उपचुनाव कराना पड़ा है। समाजवादी पार्टी ने आजमगढ़ में बदायूं के पूर्व सांसद धर्मेन्द्र यादव को मैदान में उतारा है जबकि भाजपा ने दिनेश लाल यादव निरहुआ को अपना प्रत्याशी बनाया है। निरहुआ ने 2019 का लोकसभा चुनाव भी आजमगढ़ से बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर लड़ा था लेकिन अखिलेश यादव ने उन्हें चुनाव हरा दिया था। इस बार निरहुआ और पूरी भाजपा उनकी जीत के दावे कर रही है।आजम खान के गढ़ रामपुर में समाजवादी पार्टी ने उन्हीं के करीबी आसिम रजा को मैदान में उतारा है। जबकि भाजपा ने घनश्याम लोधी पर दांव लगाया है। घनश्याम लोधी भी आजम खान के करीबी रह चुके हैं। वह 2004 में एमएलसी और 2007 में एमएलए बने। 2009 का लोकसभा चुनाव वह हार गए थे। सपा से पहले घनश्याम लोधी बसपा में भी रह चुके हैं। 2022 में ही उन्होंने बीजेपी ज्वाइन की है। रामपुर में आजम खान सेहतमंद न रहते हुए भी चुनाव प्रचार में काफी सक्रिय रहे। शायद यह पहला मौका है जब कांग्रेस का सबसे बड़ा स्थानीय चेहरा बिना पार्टी छोड़े पूरे चुनाव में भाजपा के साथ रहा। अब देखना यह है कि पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां द्वारा मुस्लिमों से आजम और सपा को नकारने के लिए खुले तौर पर की गई अपील कितनी कारगर रहती है। फिलहाल माना जा रहा है मुकाबला सपा-भाजपा के बीच सिमटा हुआ है। सुरक्षा के कड़े इंतजाम आजममढ़ में पांच विधानसभा क्षेत्रों में 18.39 लाख वोटर हैं। कुल 13 प्रत्याशी मैदान में हैं। मतदान शाम 6 बजे तक होगा। मतदान के लिए संसदीय क्षेत्र को 15 जोन में बांटा गया है। कुल 1149 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनकी निगरानी के लिए जोनल मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है। इन जोन को 137 सेक्टरों में बांट कर उस पर सेक्टर मजिस्ट्रेटों को तैनात किया गया है। वहीं रामपुर में 17 लाख से ज्यादा वोटर छह प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे। 2058 बूथों पर हो रहे मतदान के लिए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। आजमगढ़ में शांतिभंग की आशंका में कई को किया गया पाबंद आजमगढ़ में शांति भंग की आशंका में कई लोगों को पाबंद किया गया है। एसपी अनुराग आर्य ने एएनआई से कहा, 'ऐसे सभी लोग जो शांति भंग कर सकते हैं उनको अलग-अलग विधिक प्रावधानों के अंतर्गत पाबंद किया गया और उनपर कार्रवाई की गई। मैं जनता को आश्वासन दिलाना चाहूंगा कि पूरी शांति व्यवस्था के साथ मतदान हो रहा है। सभी सुरक्षाकर्मी मुस्तैदी के साथ अपनी ड्यूटी कर रहे हैं।
पिछले विधानसभा चुनाव में जीत के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और आजम खान द्वारा लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिए जाने के कारण आजमगढ़ और रामपुर की सीटों पर उपचुनाव कराना पड़ा है। समाजवादी पार्टी ने आजमगढ़ में बदायूं के पूर्व सांसद धर्मेन्द्र यादव को मैदान में उतारा है जबकि भाजपा ने दिनेश लाल यादव निरहुआ को अपना प्रत्याशी बनाया है। निरहुआ ने 2019 का लोकसभा चुनाव भी आजमगढ़ से बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर लड़ा था लेकिन अखिलेश यादव ने उन्हें चुनाव हरा दिया था। इस बार निरहुआ और पूरी भाजपा उनकी जीत के दावे कर रही है।आजम खान के गढ़ रामपुर में समाजवादी पार्टी ने उन्हीं के करीबी आसिम रजा को मैदान में उतारा है। जबकि भाजपा ने घनश्याम लोधी पर दांव लगाया है। घनश्याम लोधी भी आजम खान के करीबी रह चुके हैं। वह 2004 में एमएलसी और 2007 में एमएलए बने। 2009 का लोकसभा चुनाव वह हार गए थे। सपा से पहले घनश्याम लोधी बसपा में भी रह चुके हैं। 2022 में ही उन्होंने बीजेपी ज्वाइन की है। रामपुर में आजम खान सेहतमंद न रहते हुए भी चुनाव प्रचार में काफी सक्रिय रहे। शायद यह पहला मौका है जब कांग्रेस का सबसे बड़ा स्थानीय चेहरा बिना पार्टी छोड़े पूरे चुनाव में भाजपा के साथ रहा। अब देखना यह है कि पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खां उर्फ नवेद मियां द्वारा मुस्लिमों से आजम और सपा को नकारने के लिए खुले तौर पर की गई अपील कितनी कारगर रहती है। फिलहाल माना जा रहा है मुकाबला सपा-भाजपा के बीच सिमटा हुआ है। सुरक्षा के कड़े इंतजाम आजममढ़ में पांच विधानसभा क्षेत्रों में 18.39 लाख वोटर हैं। कुल 13 प्रत्याशी मैदान में हैं। मतदान शाम 6 बजे तक होगा। मतदान के लिए संसदीय क्षेत्र को 15 जोन में बांटा गया है। कुल 1149 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनकी निगरानी के लिए जोनल मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है। इन जोन को 137 सेक्टरों में बांट कर उस पर सेक्टर मजिस्ट्रेटों को तैनात किया गया है। वहीं रामपुर में 17 लाख से ज्यादा वोटर छह प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे। 2058 बूथों पर हो रहे मतदान के लिए प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। आजमगढ़ में शांतिभंग की आशंका में कई को किया गया पाबंद आजमगढ़ में शांति भंग की आशंका में कई लोगों को पाबंद किया गया है। एसपी अनुराग आर्य ने एएनआई से कहा, 'ऐसे सभी लोग जो शांति भंग कर सकते हैं उनको अलग-अलग विधिक प्रावधानों के अंतर्गत पाबंद किया गया और उनपर कार्रवाई की गई। मैं जनता को आश्वासन दिलाना चाहूंगा कि पूरी शांति व्यवस्था के साथ मतदान हो रहा है। सभी सुरक्षाकर्मी मुस्तैदी के साथ अपनी ड्यूटी कर रहे हैं।