Vikrant Shekhawat : Aug 06, 2021, 05:37 PM
Farmers Protest: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और कई अन्य विपक्षी नेताओं ने जंतर-मंतर पहुंच कर तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के साथ एकजुटता प्रकट की.राहुल गांधी समेत कई विपक्षी नेता संसद से एक बस में सवार होकर जंतर-मंतर पहुंचे जहां किसान संगठन अपनी मांगों को लेकर पिछले कुछ दिनों से सांकेतिक ‘किसान संसद’ का आयोजन किए हुए हैं. किसान संगठनों की मांग तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी का कानून बनाने की है.किसानों का समर्थन करने के लिए पहुंचने वाले नेताओं में राहुल गांधी के अलावा राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, शिवसेना के संजय राउत, राजद के मनोज झा, भाकपा के विनय विश्वम, समाजवादी पार्टी के एसटी हसन और अन्य विपक्षी नेता शामिल थे. विपक्षी दलों के मार्च में आम आदमी पार्टी, टीएमसी और बीएसपी शामिल नहीं हुई.सूत्रों के अनुसार, विपक्षी नेताओं की बैठक में यह भी तय किया गया कि पेगासस जासूसी मामला और महंगाई के मुद्दे पर सरकार को आगे भी घेरा जाएगा. पेगासस, कृषि कानूनों और कुछ अन्य मुद्दों को लेकर, संसद के मॉनसून सत्र में शुरू से ही दोनों सदनों में गतिरोध बना हुआ है. 19 जुलाई से यह सत्र आरंभ हुआ था, लेकिन अब तक दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित होती रही है.राहुल गांधी ने जंतर मंतर पर कहा कि विपक्षी दलों के नेता किसानों के समर्थन में यहां इकट्ठे हुए हैं और काला कानून का विरोध कर रहे हैं. हम संसद में चर्चा चाहते हैं लेकिन केंद्र सरकार चर्चा नहीं चाहती है. मोदी सरकार सभी भारतीयों का फोन टैप कर रही है.विपक्षी दलों के जंतर मंतर मार्च पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र मोदी ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि अगर विपक्ष सच में किसानों को लेकर चिंतित होचा तो, दोनों सदनों में चर्चा करता. सरकार चर्चा के लिए तैयार है. विपक्ष क्यों नहीं चर्चा के लिए तैयार है? सुर्खियों में बने रहने के लिए विपक्ष ये हरकत कर रहा है.