जयपुर | राजस्थान की सियासी सरगर्मी की आंच दिल्ली तक पहुंच गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राजस्थान के मुख्य सचिव से फोन टैपिंग मामले पर रिपोर्ट तलब कर ली है। उधर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शाम को राज्यपाल कलराज मिश्र से मिलने राजभवन पहुंचे जिससे तमाम अटकलें लगाई जाने लगीं। वहीं भाजपा नेता अशोक सिंह और भारत मलानी ने फोन टैपिंग मामले की जांच के लिए अपनी आवाज के नमूने (Voice Sample) देने से इनकार कर दिया है। बता दें कि कथित खरीद फरोख्त के सनसनीखेज ऑडियो टेप सामने आने के बाद राजस्थान कांग्रेस और भाजपा दोनों आमने-सामने आ गए हैं। राजस्थान एसओजी भी इस मामले की तेजी से छानबीन में जुट गई है।
राज्यपाल कलराज मिश्र (Kalraj Mishra) से शनिवार शाम को राजभवन में मुख्यमंत्रीअशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने मुलाकात की. राज्यपाल कलराज मिश्र से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की यह शिष्टाचार भेंट बताई गई जिसमें मुख्यमंत्री गहलोत ने राज्यपाल को प्रदेश में कोरोना वैश्विक महामारी के बचाव के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी. राज्यपाल से मुख्यमंत्री की यह मुलाकात 45 मिनिट की रही. हालांकि, राजभवन की ओर से इसे शिष्टाचार मुलाकात बताया जा रहा है लेकिन असल में प्रदेश में सियासी उठापटक के बीच इस मुलाकात को अहम माना जा रहा है. यह भी समझा जा रहा है कि मुख्यमंत्री की ओर से वर्तमान में चल रहै राजनैतिक घटनाक्रम की जानकारी राज्यपाल कलराज मिश्र को अवगत करवाया है. इसके अलावा बताया जा रहा है कि विधानसभा सत्र (Assembly session) आहूत करने को लेकर चर्चा भी हुई है. सूत्रों के मुताबिक बुधवार से शॉर्ट टर्म पर सत्र बुलाया जा सकता है. वर्तमान में प्रदेश में सियासी उठा पटक के बीच माना जा यह भी जा रहा है कि बहुमत सिद्ध करने के लिए के सत्र बुलाया जा सकता है .
राजस्थान में विधायकों के खरीद-फरोख्त (Horse Trading) मामले में जल्द बड़ी कार्रवाई हो सकती है. जानकारी के मुताबिक एसओजी (SOG) ने एफआईआर (FIR) संख्या 48, 49 की जांच तेज कर दी है. एफआईआर में दर्ज आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के निर्देश भी दे दिए गए हैं. कार्रवाई के लिए एटीएस एसओजी एडीजी अशोक राठौड़ ने एक टीम भी गठित की है. आईपीएस विकास शर्मा को लीड करेंगे. टीम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र यादव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जगदीश व्यास, पुलिस उप अधीक्षक मनीष शर्मा सहित कई आरपीएस और पुलिस अधिकारी शामिल रहेंगे. टीम ने मामले की तफ्तीश तेज कर दी है. एटीएस एसओजी मुख्यालय ने एफआईआर में दर्ज आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर पेश करने के निर्देश दिए हैं. पूरी जांच को एटीएस एसओजी एडीजी अशोक राठौड़ मॉनिटर करेंगे.