जयपुर: प्रदेश में अब राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) और राजस्थान राज्य कर्मचारी चयन बोर्ड (RSSB) को राजस्थान भर्ती कैलेंडर को समयबद्ध रूप से पूरा करना होगा. मुख्यमंत्री आवास पर लंबित भर्तियां को लेकर हुई उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने कहा है कि संघ लोक सेवा आयोग की तरह ही समय पर भर्ती विज्ञापन निकलें.
सीएम ने कहा कि नियमित परीक्षा हो और साक्षात्कार भी समय पर हों ताकि भर्तियां ज्यादा लंबित नहीं रहें. उन्होंने कहा कि किसी भी विभाग की भर्ती की अभ्यर्थना भेजे जाने के बाद परीक्षा आयोजित होने और परिणाम जारी होने में ज्यादा समय नहीं लगना चाहिए. इसके लिए विभाग आरपीएससी और राज्य कर्मचारी चयन बोर्ड के साथ समन्वय स्थापित करें.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सेवा नियमों की अड़चनों के कारण कई बार भर्तियां अटकती हैं. ऐसे में आवश्यकता पड़ने पर सेवा नियामों में संशोधन किया जाए. जहां तक संभव हो भर्ती का विज्ञापन निकालने से पहले ही संबंधित विभाग यह सुनिश्चित करें कि उस परीक्षा की तिथि पर कोई अन्य परीक्षा पहले से ही निर्धारित नहीं हो, जिससे परीक्षा स्थगित करने की नौबत नहीं आए.
वीसी के दौरान प्रमुख शासन सचिव कार्मिक श्रीमती रोली सिंह ने बताया कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में 10 अगस्त, 2020 तक 76 हजार 265 नियुक्तियां दी जा चुकी हैं. 2560 के परिणाम जारी हो चुके हैं और 1571 के साक्षात्कार होने हैं. 7053 पदों के लिए परीक्षा आयोजित हो चुकी है और परिणाम जारी करना शेष है. जबकि 21500 पदों की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी हो चुके हैं और परीक्षा आयोजित होनी है.
उन्होंने बताया कि कोविड-19 (COVID-19) महामारी के प्रकोप के कारण भी कई भर्ती परीक्षाएं आयोजित करने में देरी हो रही है. वहीं, गहलोत ने न्यायिक निर्णयों के कारण लंबित भर्तियों के संदर्भ में पिछले चार महीने में हुई प्रगति और करीब 6 हजार भर्तियों पर स्थगन आदेश हटने और भर्तियां पूरी होने पर संतोष व्यक्त किया.