राजस्थान / राजेंद्र राठौड़ बोले- मैं वसुंधरा के खिलाफ नहीं

राजस्थान बीजेपी के सीनियर लीडर और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा है कि वसुंधरा राजे हमारी पार्टी की नेता हैं और उनका कार्यकाल अच्छा था। उस समय कानून व्यवस्था भी सुदृढ थी। वसुंधरा बीजेपी की नेता हैं, लेकिन चेहरा तो हाईकमान ही तय करेगा। शनिवार को अलवर आए राठौड़ ने खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने वसुंधरा राज के कार्यकाल की तारीफ भी की।

Vikrant Shekhawat : May 01, 2022, 06:14 PM
राजस्थान बीजेपी के सीनियर लीडर और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा है कि वसुंधरा राजे हमारी पार्टी की नेता हैं और उनका कार्यकाल अच्छा था। उस समय कानून व्यवस्था भी सुदृढ थी। वसुंधरा बीजेपी की नेता हैं, लेकिन चेहरा तो हाईकमान ही तय करेगा। शनिवार को अलवर आए राठौड़ ने खास बातचीत की। इस दौरान उन्होंने वसुंधरा राज के कार्यकाल की तारीफ भी की।


हम सब एक हैं, संगठन के साथ खड़े हैं

राठौड़ ने पार्टी के बड़े नेताओं में आपसी फूट होने को लेकर कहा कि नहीं, हम सब एक हैं। संगठन के साथ खड़े हैं। पार्टी एक साथ मिलकर काम कर रही हैं। उपनेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मैं खुद सीएम की दौड़ में नहीं हूं। एक कार्यकर्ता हूं। वसुंधरा राजे को दुबारा लाना या नहीं लाना भविष्य के गर्भ में है। ये आलाकमान तय करेगा। हमारे बीच में कोई धड़ेबंदी नहीं है। हम सब एक हैं। संगठनात्मक रूप से कार्य करेंगे।


रोहिताश्व शर्मा काे पार्टी से निकालने का दुख

राठौड़ ने कहा कि निश्चित रूप से पूर्व मंत्री डॉ दिगंबर सिंह का जाना व डॉ रोहिताश्व शर्मा काे पार्टी से निकालने से उनकी व्यक्तिगत क्षति हुई है। रोहिताश्व शर्मा से पुराने संबंध हैं। राजनीतिक रूप से कहीं भी रहें। उनसे अच्छे रिश्ते हैं। डॉ शर्मा हमेशा वसुंधरा के पक्ष में खड़े दिखते हैं। इस सवाल के जवाब में राठौड़ ने कहा कि मैं भी वसुंधरा के विपक्ष में नहीं हूं।


क्या मंदिर तोड़ने का बड़ा मुद्दा पार्टी को मिल गया?

अलवर में अपराध भी बड़ा मुद्दा है। यहां कानून व्यवस्था खराब है और अपराध में अलवर शीर्ष पर आ गया है। जिले से सरकार के खिलाफ लड़ाई प्रारंभ करने का निर्णय किया गया है। 5 मई को अलवर में हुंकार रैली होगी। जिसके जरिए सरकार के कुकृत्य जनता के सामने लेकर आएंगे। राठौड़ ने कहा कि सिंहद्वार से हुंकार भरी जाएगी।


क्या प्रशासन का फेलियर भाजपा को लाभ पहुंचाएगा ? राठौड़ ने कहा कि प्रशासन के फेलियर को बीजेपी राजनीतिक दृष्टि से नहीं देखती है, लेकिन सब विधायक अपने-अपने हिसाब से अधिकारी लगाएंगे तो उसका परिणााम यहीं होगा। उनको भ्रष्टाचार की खुली छूट दी जाती है। इस कारण मुद्दे सरकार दे रही है। इस विषय पर सरकार को घेरेंगे।