देश / गुजरात में दिलचस्प हुआ राज्यसभा चुनाव, कांग्रेस बोली- दूसरी सीट के लिए बस एक वोट की जरूरत

गुजरात में होने वाला राज्यसभा चुनाव दिलचस्प मोड़ पर पहुंच गया है। गुजरात कांग्रेस से लगातार विधायकों के इस्तीफे का दौर जारी है, इसके बावजूद पार्टी के हौसले पस्त नहीं हुए हैं। गुजरात कांग्रेस ने दावा किया है कि राज्यसभा चुनाव में उनकी सीट भले ही कम हुई है, लेकिन उनकी दो सीटें अब पक्की होती दिख रही हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अब दूसरी सीट के लिए केवल एक वोट की जरूरत है।

News18 : Jun 08, 2020, 03:35 PM
अहमदाबाद। गुजरात (Gujarat) में होने वाला राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha election) दिलचस्प मोड़ पर पहुंच गया है। गुजरात कांग्रेस (Gujarat Congress) से लगातार विधायकों के इस्तीफे का दौर जारी है, इसके बावजूद पार्टी के हौसले पस्त नहीं हुए हैं। गुजरात कांग्रेस ने दावा किया है कि राज्यसभा चुनाव में उनकी सीट भले ही कम हुई है, लेकिन उनकी दो सीटें अब पक्की होती दिख रही हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस (Congress) को अब दूसरी सीट के लिए केवल एक वोट की जरूरत है। हालांकि यह कैसे संभव हो सकेगा इसके बारे में पार्टी ने बताने से इनकार कर दिया है।

गुजरात के कांग्रेस प्रभारी राजीव साटव ने बताया, हमने राज्यसभा चुनाव की तैयारी कर ली है। हमारे कुछ विधायकों ने चुनाव से पहले पार्टी का साथ छोड़ दिया है। इसके बावजूद कांग्रेस पार्टी गुजरात राज्यसभा चुनाव में दो सीट पर कब्जा करेगी। उन्होंने कहा कि दूसरी सीट के लिए अब उन्हें केवल एक वोट की जरूरत है। राजीव ने कहा कि हम नंबर पर चर्चा इसलिए नहीं कर रहे हैं, क्योंकि यह हमारी रणनीति का हिस्सा है। हालांकि उन्होंने इस दौरान 2017 राज्यसभा में अहमद पटेल केस का उदाहरण दिया और यह भी कहा कि हम संख्याबल पर काम कर रहे हैं और बेकार नहीं बैठे हैं।

गौरतलब है कि कांग्रेस ने बीजेपी पर विधायकों के खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया है। पिछले दिनों ट्वीट करते हुए कांग्रेस ने कहा था कि गुजरात में बीजेपी सरकार कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में सफल नहीं हो सकी है, लेकिन विधायकों के खरीद फरोख्त पर उसका पूर्ण नियंत्रण है। क्या कोई भी सरकार या कोई भी पार्टी इस स्तर पर पहुंच सकती है।

क्या है गुजरात में राज्यसभा का गणित?

राज्यसभा के गणित को समझें तो गुजरात विधानसभा में बीजेपी के पास 103 विधायक हैं, जबकि एनसीपी से एक और बीटीपी के 2 विधायकों का भी उसे समर्थन है। कुल मिलाकर 106 विधायक बीजेपी के पास है। अभी तक कांग्रेस के पास 73 विधायक थे, जबकि निर्दलीय उम्मीदवार जिग्नेश मेवानी का भी साथ था। लेकिन नए समीकरण में 8 कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद कांग्रेस के पास 65 विधायक ही रह गए हैं। जिग्नेश मेवानी को लेकर 66 विधायकों की संख्या है।