महाराष्ट्र / राउत ने राम मंदिर के कथित ज़मीन घोटाले को लेकर ट्रस्ट से मांगा स्पष्टीकरण

शिवसेना सांसद संजय राउत ने अयोध्या (उत्तर प्रदेश) में राम मंदिर के कथित ज़मीन घोटाले को लेकर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और अन्य नेताओं से स्पष्टीकरण मांगा है। राउत ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को सामने आना चाहिए क्योंकि वे भी मंदिर के भूमिपूजन कार्यक्रम में शामिल हुए थे।

Vikrant Shekhawat : Jun 15, 2021, 07:01 AM
मुंबई: शिवसेना नेता संजय राउत ने श्री राम जन्मभूमि तीथ क्षेत्र ट्रस्ट पर मंदिर निर्माण में कथित भ्रष्टाचार के मामले में हमला बोला है। संजय राउत ने कहा कि इस मामले से लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। रविवार को ही समाजवादी पार्टी के नेता तेज नारायण पांडे ने एक लैंड डील में ट्रस्ट पर करप्शन का आरोप लगाया था। मीडिया से बात करते हुए संजय राउत ने कहा, 'अयोध्या में राम मंदिर के निर्माम के लिए ट्रस्ट को सभी अधिकार दिए गए हैं। दुनिया भऱ से भगवान राम के भक्तों ने इसके लिए दान  किया है। यहां तक कि शिवसेना ने भी राम मंदिर के निर्माण के लिए अपनी ओर से योगदान दिया है।'

संजय राउत ने कहा कि हमें राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में पूरा यकीन है। उम्मीद है कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में किसी भी तरह का करप्शन नहीं होगा। राम मंदिर से जुड़ी एक लैंड डील में करप्शन के आरोपों ने हमारी भावनाओं को आहत किया है। शिवसेना सांसद ने कहा कि इस मामले में ट्रस्ट के मुखिया को सामने आना चाहिए और पूरे मामले पर अपना पक्ष रखना चाहिए। समाजवादी पार्टी के नेता ने रविवार को लैंड डील में करप्शन का आरोप लगाते हुए कहा था कि इस मामले में सच को सामने लाने के लिए सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिए।

समाजवादी पार्टी ने लगाया था, घोटाले का आरोप

तेज नारायण पांडे ने रविवार को मीडिया से बात करते हुए कहा था कि ट्रस्ट ने जमीन के एक टुकड़े ट्रस्ट ने 18.5 करोड़ रुपये में खरीदा है। वहीं इस जमीन को 10 मिनट पहले ही रवि मोहन तिवारी और सुल्तान अंसानी नाम के शख्स ने महज 2 करोड़ रुपये में ही खरीदा था। समाजवादी पार्टी के नेता ने कहा कि ट्रस्ट  की ओर से रवि मोहन तिवारी और सुल्तान अंसारी के बैंक खाते में आरटीजीएस के जरिए 17 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए थे। पांडे ने इस मामले में जांच करने की मांग की थी। 

पीएम मोदी ने किया था, राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट के गठन का ऐलान

समाजवादी पार्टी नेता के इन आरोपों पर ट्रस्ट ने जवाब देते हुए कहा है कि ऐसे सभी आरोप राजनीति से प्रेरित हैं। ट्रस्ट के जनरल सेक्रेटरी चंपत राय ने कहा कि ऐसे सभी आरोप भ्रामक हैं और राजनीतिक घृणा से प्रेरित हैं। बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से फरवरी 2020 में राम मंदिर निर्माण के लिए राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के गठन का ऐलान किया गया था।