Vikrant Shekhawat : Oct 09, 2020, 07:46 AM
नई दिल्ली। MPC की तीन दिवसीय बैठक के परिणाम आज सुबह 10 बजे जारी किए जाएंगे। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से यह जानकारी देंगे। यह माना जाता है कि ब्याज दरों में एक बार फिर कटौती हो सकती है। इससे पहले अगस्त में हुई एमपीसी की 24 वीं बैठक में आरबीआई ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया था। यह चार प्रतिशत पर बना हुआ है और रिवर्स रेपो दर को भी 3.35 प्रतिशत पर स्थिर रखा गया है।अगर इस मीटिंग में रेपो रेट कम किया जाता है, तो ग्राहकों को ईएमआई में राहत मिलेगी। रिजर्व बैंक के गवर्नर की अध्यक्षता वाले एमपीसी को 31 मार्च 2021 तक वार्षिक मुद्रास्फीति दर को 4% पर रखने का काम दिया गया है। यह 6% तक और 2% के रूप में कम हो सकता है।
केंद्रीय बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने सितंबर में कहा था कि जरूरत के मुताबिक मौद्रिक नीतियों में बदलाव हो सकता है और ब्याज दरों में भी कटौती की गुंजाइश है। एसोचैम के महासचिव दीपक सूद ने कहा था कि आरबीआई को ब्याज दरों को कम करने की प्रक्रिया जारी रखनी चाहिए। बैंकरों का कहना है कि मुद्रास्फीति के दबाव में रेपो को कम करना संभव नहीं है। इसी समय, अधिकांश विशेषज्ञों का मानना है कि रेपो दर में कटौती की बहुत कम गुंजाइश है। बाजार विश्लेषकों का कहना है कि जीडीपी के पहली तिमाही में रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंचने के बाद होने वाली पहली बैठक को बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
केंद्रीय बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने सितंबर में कहा था कि जरूरत के मुताबिक मौद्रिक नीतियों में बदलाव हो सकता है और ब्याज दरों में भी कटौती की गुंजाइश है। एसोचैम के महासचिव दीपक सूद ने कहा था कि आरबीआई को ब्याज दरों को कम करने की प्रक्रिया जारी रखनी चाहिए। बैंकरों का कहना है कि मुद्रास्फीति के दबाव में रेपो को कम करना संभव नहीं है। इसी समय, अधिकांश विशेषज्ञों का मानना है कि रेपो दर में कटौती की बहुत कम गुंजाइश है। बाजार विश्लेषकों का कहना है कि जीडीपी के पहली तिमाही में रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंचने के बाद होने वाली पहली बैठक को बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।