Vikrant Shekhawat : Aug 30, 2023, 06:16 PM
NDA vs INDIA: विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A) की तीसरी बैठक 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई के ग्रांड हयात होटल में होगी। इस बैठक से पहले हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में NCP नेता शरद पवार ने कहा- हम परिवर्तन के लिए एक साथ आए हैं। 28 पार्टियों का सम्मेलन कल से शुरू होगा। चुनाव में परिवर्तन के लिए विकल्प जरूरी है। हमारा भरोसा है कि देश को एक बढ़िया विकल्प मिलेगा। शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता उद्धव ठाकरे ने कहा- हमारा गठबंधन बनते ही सरकार ने गैस के दाम कम कर दिए हैं। देखते जाइए, आगे से फ्री सिलेंडर भी देंगे। नौ साल से इन्हें बहनों की याद नहीं आई, इस बार रक्षाबंधन का गिफ्ट दे रहे हैं। क्या पहले रक्षाबंधन नहीं मनाया गया था।हमारी विचारधारा अलग-अलग जरूर है, हमारा उद्देश्य एक है, संविधान की रक्षा करना। हमारे पास प्रधानमंत्री बनाने के लिए कई चॉइस हैं, लेकिन भाजपा के पास मोदी के अलावा कोई विकल्प ही नहीं है।कांग्रेस नेता नाना पटोले ने कहा- हमारे गठबंधन में 11 मुख्यमंत्री हैं। गठबंधन में शामिल पार्टियों को पिछले चुनाव में 23 करोड़ वोट मिले थे, जबकि भाजपा को 22 करोड़ वोट मिले थे। तब हम अलग-अलग थे, इसलिए भाजपा जीत गई थी।लालू-तेजस्वी मुंबई पहुंचेइंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A) की तीसरी बैठक कल से शुरू हो रही है। RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे तेजस्वी मंगलवार को ही मुंबई पहुंच चुके हैं।पहली मीटिंग बिहार के CM नीतीश कुमार की जेडीयू द्वारा 23 जून को पटना में आयोजित की गई थी। दूसरी बैठक बेंगलुरु में 17-18 जुलाई को आयोजित की गई थी और इसकी मेजबानी कांग्रेस ने की थी। इस बार शिवसेना (उद्धव गुट) और एनसीपी (शरद गुट) मीटिंग की मेजबानी कर रहे हैं।1 सितंबर को कन्वीनर के नाम की घोषणा हो सकती हैबेंगलुरु की बैठक में विपक्षी दलों ने अपने गठबंधन को इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A) नाम दिया था। 1 सितंबर को होने वाली मीटिंग में विपक्षी गठबंधन के कन्वीनर के नाम की घोषणा हो सकती है। बिहार के CM नीतीश कुमार और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे इस रेस में आगे चल रहे हैं।इसके अलावा बैठक में सीट शेयरिंग, 11 सदस्यीय कोऑर्डिनेशन कमेटी और सेंट्रल सेक्रेटेरिएट यानी एक कॉमन ऑफिस दिल्ली में बनाने को लेकर भी फैसला हो सकता है। मुंबई की बैठक में नए गठबंधन का झंडा और लोगो भी लॉन्च किया जा सकता है।उद्धव ठाकरे 31 को डिनर होस्ट करेंगेविपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A के नेता 31 अगस्त को मुंबई में जुटेंगे। इस दिन महाराष्ट्र के पूर्व CM उद्धव ठाकरे गठबंधन के नेताओं के लिए डिनर होस्ट करेंगे। इसके अगले दिन सुबह करीब 10 बजे से बैठक शुरू होगी। इसमें 26 दलों के नेता शामिल होंगे। इससे पहले बेंगलुरु की बैठक के पहले दिन सोनिया गांधी ने डिनर होस्ट किया था।NDA के कुछ साथी I.N.D.I.A में आ सकते हैंकांग्रेस ने दावा किया है कि 18 जुलाई को दिल्ली में NDA की हुई बैठक में शामिल नॉर्थ-ईस्ट के कुछ दल भी विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A की बैठक में शामिल होंगे। विपक्ष की बैठक को लेकर कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने मीडिया से कहा कि बिहार के CM नीतीश कुमार ने ऐसा संकेत दिया है कि मीटिंग मे कुछ क्षेत्रीय पार्टिया भी शामिल हो सकती हैं।ये दल हैं INDIA का हिस्साINDIA गठबंधन में 26 दल शामिल हैं। इसमें कांग्रेस, TMC, DMK, आप, JDU, RJD, JMM, NCP (शरद गुट), शिवसेना (उद्वव गुट), SP, एनसी, PDP, CPM, CPI, RLD, MDMK, केएमडीके, वीसीके, आरएसपी, सीपीआई-एमएल (लिबरेशन), फॉरवर्ड ब्लॉक, आईयूएमएल, केरल कांग्रेस (जोसेफ), केरल कांग्रेस (मणि), अपना दल (कामेरावादी) और एमएमके शामिल हैं।पटना में 23 जून को विपक्षी पार्टियों की पहली बैठक के बाद जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल शामिल नहीं हुए। वे प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले ही दिल्ली के लिए रवाना हो गए। उनके जाने के बाद आम आदमी पार्टी ने स्टेटमेंट जारी करके कहा कि कांग्रेस केंद्र सरकार के काले अध्यादेश पर अपना रुख साफ करे, नहीं तो उनके साथ किसी भी बैठक में शामिल नहीं होंगे। 17-18 जुलाई को बेंगलुरु में हुई विपक्षी एकता की दूसरी बैठक में विपक्ष के 26 दल एक साथ आए। बैठक में विपक्षी दलों के गठबंधन का नाम INDIA तय किया गया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- भाजपा ने लोकतंत्र की सभी एजेंसियों ED, CBI आदि को नष्ट कर दिया है। हमारे बीच राजनीतिक भेद हैं, लेकिन हम देश को बचाने के लिए साथ आए हैं।दिल्ली में 18 जुलाई को हुई NDA की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी गठबंधन पर कहा- ये साथ तो आ सकते हैं, पास नहीं। केरल में लेफ्ट और कांग्रेस एक-दूसरे के खून के प्यासे हैं, लेकिन बेंगलुरु में हाथ पकड़कर हंस रहे हैं। बंगाल में लेफ्ट और तृणमूल कांग्रेस लड़ रहे हैं, लेकिन बेंगलुरु में साथ खड़े हैं। जनता जानती है ये मिशन नहीं मजबूरियां है। इन्हें अपने कार्यकर्ताओं की भी चिंता नहीं।