कोरोना अलर्ट / इस देश में लगे 'चावल के एटीएम', लॉकडाउन में ऐसे मिलता है फ्री चावल

कोरोना वायरस के कहर पर लगाम लगाने के लिए कई देशों में लॉकडाउन लगाया गया है जिसके चलते कई लोगों को खाने की दिक्कतें हो रही हैं तो वहीं कई लोगों का रोजगार छिन गया है। ऐसे में एक देश ने जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए एक अनोखा तरीका निकाला है। इससे सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहेगी साथ ही उन्हें पूरे दिन के लिए चावल भी मिल सकेगा।

AajTak : Apr 14, 2020, 02:15 PM
कोरोना वायरस के कहर पर लगाम लगाने के लिए कई देशों में लॉकडाउन लगाया गया है जिसके चलते कई लोगों को खाने की दिक्कतें हो रही हैं तो वहीं कई लोगों का रोजगार छिन गया है। ऐसे में एक देश ने जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए एक अनोखा तरीका निकाला है। इससे सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहेगी साथ ही उन्हें पूरे दिन के लिए चावल भी मिल सकेगा।

वो देश है वियतनाम, जहां लॉकडाउन में खाने की दिक्कतों को देखते हुए 'राइस एटीएम' (चावल देने वाली मशीनें) लगाई गई हैं जिससे कोई भी बैंक के एटीएम की तरह इस मशीन से फ्री में चावल निकाल सकता है। ये 'राइस एटीएम' 24 घंटे काम करता है। वियतनम के एक बिजनेसमैन ने 'राइस एटीएम' मशीन लगवाने की पहल की है ताकि लॉकडाउन के समय जरूरतमंद लोगों की मदद की जा सके। ये पहल काफी हद कारगर भी साबित हो रही है।

बताया जा रहा है कि वियतनाम में अभी तक कोरोना वायरस के  262 मामले सामने आए हैं। हलांकि अभी तक किसी व्यक्ति की मौत की सूचना नहीं मिली है। लेकिन 31 मार्च से पूरे देश में लॉकडाउन घोषित किया गया है। लोगों ने भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना शुरू कर दिया है। लॉकडाउन की वजह से छोटे-छोटे बिजनेस ठप हो गए हैं। वहीं, हजारों लोगों को अस्थायी रूप से काम से निकाल दिया गया है।

रॉयटर्स के मुताबिक, गुयेन थी ले नामक महिला के पति उन लोगों में से एक हैं जिन्होंने लॉकडाउन के चलते अपनी नौकरी खो दी है। उनका कहना है कि यह 'राइस  एटीएम' काफी मददगार साबित हो रहा है। चावल का एक बैग एक दिन के लिए पर्याप्त होता है। तीन बच्चों की मां गुयेन का कहना है कि हमें कुछ ही भोजन की आवश्यकता है। हमारे पड़ोसी कभी-कभी हमें कुछ बचा हुआ भोजन दे देते हैं नहीं तो हम नूडल्स खाकर गुजारा कर लेते हैं। 

इस चावल के एटीएम से 1।5 किलो चावल निकलता है। ये एटीएम खासकर उन लोगों के लिए मददगार साबित हो रहा है जो लोग स्ट्रीट सेलर, हाउसकीपिंग, लॉटरी टिकट बेचने का काम करके पैसे कमाते हैं। 'राइस एटीएम' की पहल व्यवसायी होआंग तुआन नामक व्यक्ति ने की है। उन्होंने इससे पहले मिन्ह सिटी के अस्पतालों को स्मार्ट डोरबेल दान की थी। राज्य के मीडिया के मुताबिक, हनोई, ह्यू और दानंग जैसे अन्य बड़े शहरों में भी इसी तरह के और भी 'राइस एटीएम' लगाए गए हैं।