Russia-Ukraine News / रूस बंद करेगा यूक्रेन के रास्ते ऑस्ट्रिया समेत अन्य देशों को गैस सप्लाई, यूरोप में हाहाकार

रूस ने ऑस्ट्रिया को शुक्रवार को बताया कि वह शनिवार से यूक्रेन के माध्यम से गैस वितरण रोक देगा, जिससे यूरोपीय देशों में हड़कंप मच गया है। यह घटनाक्रम यूरोप में मॉस्को के अंतिम गैस प्रवाह के तेजी से समाप्त होने का संकेत दे रहा है। यूक्रेन के माध्यम से यूरोप को रूसी गैस की आपूर्ति 1 जनवरी 2025 से पूरी तरह से बंद हो सकती है

Vikrant Shekhawat : Nov 16, 2024, 02:20 PM
Russia-Ukraine News: रूस ने शुक्रवार को ऑस्ट्रिया को सूचित किया कि वह शनिवार से यूक्रेन के माध्यम से गैस आपूर्ति को निलंबित करेगा। यह कदम यूरोप के लिए रूस के सबसे पुराने गैस निर्यात मार्ग के अंत का संकेत है, जो सोवियत काल से चल रहा है। इस घटनाक्रम ने पूरे यूरोप में चिंता की लहर दौड़ा दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि यह मार्ग स्थायी रूप से बंद हो जाता है, तो यूरोप को गंभीर ऊर्जा संकट का सामना करना पड़ सकता है।

यूक्रेनी मार्ग: यूरोप का पारंपरिक गैस स्रोत

यूक्रेन के रास्ते यूरोप तक गैस आपूर्ति सोवियत काल से चल रही थी। हालांकि, रूस और यूक्रेन के बीच संबंध खराब होने और हालिया युद्ध के कारण यह मार्ग अब संकट में है। यूक्रेन ने पहले ही संकेत दिया है कि वह रूस की गैस कंपनी गज़प्रॉम के साथ पारगमन समझौते का नवीनीकरण नहीं करेगा। मौजूदा समझौता 2024 के अंत में समाप्त हो जाएगा, और इसके बाद 1 जनवरी 2025 से इस मार्ग के पूरी तरह से बंद होने की संभावना है।

यूरोप पर पड़ने वाले प्रभाव

रूस ने 2023 में इस मार्ग से लगभग 15 बिलियन क्यूबिक मीटर (बीसीएम) गैस यूरोप को भेजी। यह मात्रा रूस के कुल गैस निर्यात का लगभग 8% है। 2022 में यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद, यूरोपीय संघ ने रूसी गैस पर अपनी निर्भरता कम करने की दिशा में तेजी से कदम उठाए। इसके बावजूद, कई यूरोपीय देश अभी भी अपनी ऊर्जा जरूरतों के लिए रूसी गैस पर निर्भर हैं।

  • ऑस्ट्रिया और स्लोवाकिया पर बड़ा असर: ऑस्ट्रिया अभी भी अपनी अधिकांश गैस यूक्रेन के माध्यम से प्राप्त करता है। स्लोवाकिया, जो अपनी गैस जरूरतों का लगभग दो-तिहाई हिस्सा रूस से पूरा करता है, गंभीर रूप से प्रभावित हो सकता है।

  • हंगरी: रूस हंगरी की गैस आपूर्ति का लगभग दो-तिहाई हिस्सा देता है, और यूक्रेनी मार्ग के बंद होने से उसकी ऊर्जा सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है।

गैस कीमतों में वृद्धि की संभावना

रूसी गैस आपूर्ति में कमी के कारण पहले ही यूरोपीय संघ में गैस की कीमतें बढ़ी थीं। 2022 में, यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बाद गैस की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गईं। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यूक्रेनी मार्ग बंद हो जाता है, तो गैस की कीमतों में और वृद्धि हो सकती है, जिससे यूरोपीय उपभोक्ताओं पर वित्तीय दबाव बढ़ेगा।

वैकल्पिक गैस आपूर्ति मार्ग

यूरोप के लिए अधिकांश रूसी गैस मार्ग पहले ही बंद हो चुके हैं। इनमें शामिल हैं:

  • यमल-यूरोप पाइपलाइन (बेलारूस के माध्यम से)
  • नॉर्ड स्ट्रीम पाइपलाइन (बाल्टिक सागर के नीचे)
वर्तमान में, ब्लैक सी के नीचे तुर्की तक ब्लू स्ट्रीम और तुर्कस्ट्रीम पाइपलाइनों से कुछ गैस आपूर्ति हो रही है। तुर्की, रूस से मिलने वाली गैस का एक हिस्सा हंगरी सहित यूरोपीय देशों को भेजता है, लेकिन यह आपूर्ति सीमित है और यूरोप की कुल जरूरतें पूरी करने में नाकाफी है।

रूसी गैस पर निर्भरता की बहस

हालांकि फ्रांस और जर्मनी जैसे बड़े यूरोपीय देश रूसी गैस खरीदने से इनकार कर चुके हैं, लेकिन स्लोवाकिया, हंगरी और ऑस्ट्रिया जैसे देश अब भी रूस से गैस खरीदते हैं। इन देशों का तर्क है कि रूसी गैस अन्य विकल्पों की तुलना में अधिक किफायती है।

रूसी गैस की बिक्री से होने वाली कमाई भी एक महत्वपूर्ण पहलू है। 1,000 क्यूबिक मीटर गैस पर 200 डॉलर की औसत कीमत के आधार पर रूस ने 2023 में यूक्रेन के माध्यम से गैस बिक्री से 3 अरब डॉलर से अधिक कमाए।

भविष्य की राह

रूस-यूक्रेन गैस मार्ग के बंद होने से यूरोप को अपनी ऊर्जा रणनीति में बड़े बदलाव करने होंगे। नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों पर निवेश बढ़ाना, वैकल्पिक गैस आपूर्ति मार्ग तलाशना और ऊर्जा कुशलता बढ़ाने की दिशा में तेजी से काम करना यूरोप के लिए अनिवार्य हो गया है।

हालांकि, अल्पावधि में गैस आपूर्ति के संकट से बचने के लिए यूरोपीय संघ को रूस के अलावा नॉर्वे, कतर और अमेरिका जैसे विकल्पों पर निर्भर रहना पड़ेगा। लेकिन सवाल यह है कि क्या यूरोप इस संकट से उभरकर अपनी ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत कर पाएगा या यह संकट लंबे समय तक जारी रहेगा।