Vikrant Shekhawat : Nov 16, 2024, 02:20 PM
Russia-Ukraine News: रूस ने शुक्रवार को ऑस्ट्रिया को सूचित किया कि वह शनिवार से यूक्रेन के माध्यम से गैस आपूर्ति को निलंबित करेगा। यह कदम यूरोप के लिए रूस के सबसे पुराने गैस निर्यात मार्ग के अंत का संकेत है, जो सोवियत काल से चल रहा है। इस घटनाक्रम ने पूरे यूरोप में चिंता की लहर दौड़ा दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि यह मार्ग स्थायी रूप से बंद हो जाता है, तो यूरोप को गंभीर ऊर्जा संकट का सामना करना पड़ सकता है।
यूक्रेनी मार्ग: यूरोप का पारंपरिक गैस स्रोत
यूक्रेन के रास्ते यूरोप तक गैस आपूर्ति सोवियत काल से चल रही थी। हालांकि, रूस और यूक्रेन के बीच संबंध खराब होने और हालिया युद्ध के कारण यह मार्ग अब संकट में है। यूक्रेन ने पहले ही संकेत दिया है कि वह रूस की गैस कंपनी गज़प्रॉम के साथ पारगमन समझौते का नवीनीकरण नहीं करेगा। मौजूदा समझौता 2024 के अंत में समाप्त हो जाएगा, और इसके बाद 1 जनवरी 2025 से इस मार्ग के पूरी तरह से बंद होने की संभावना है।यूरोप पर पड़ने वाले प्रभाव
रूस ने 2023 में इस मार्ग से लगभग 15 बिलियन क्यूबिक मीटर (बीसीएम) गैस यूरोप को भेजी। यह मात्रा रूस के कुल गैस निर्यात का लगभग 8% है। 2022 में यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद, यूरोपीय संघ ने रूसी गैस पर अपनी निर्भरता कम करने की दिशा में तेजी से कदम उठाए। इसके बावजूद, कई यूरोपीय देश अभी भी अपनी ऊर्जा जरूरतों के लिए रूसी गैस पर निर्भर हैं।- ऑस्ट्रिया और स्लोवाकिया पर बड़ा असर: ऑस्ट्रिया अभी भी अपनी अधिकांश गैस यूक्रेन के माध्यम से प्राप्त करता है। स्लोवाकिया, जो अपनी गैस जरूरतों का लगभग दो-तिहाई हिस्सा रूस से पूरा करता है, गंभीर रूप से प्रभावित हो सकता है।
- हंगरी: रूस हंगरी की गैस आपूर्ति का लगभग दो-तिहाई हिस्सा देता है, और यूक्रेनी मार्ग के बंद होने से उसकी ऊर्जा सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है।
गैस कीमतों में वृद्धि की संभावना
रूसी गैस आपूर्ति में कमी के कारण पहले ही यूरोपीय संघ में गैस की कीमतें बढ़ी थीं। 2022 में, यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बाद गैस की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गईं। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यूक्रेनी मार्ग बंद हो जाता है, तो गैस की कीमतों में और वृद्धि हो सकती है, जिससे यूरोपीय उपभोक्ताओं पर वित्तीय दबाव बढ़ेगा।वैकल्पिक गैस आपूर्ति मार्ग
यूरोप के लिए अधिकांश रूसी गैस मार्ग पहले ही बंद हो चुके हैं। इनमें शामिल हैं:- यमल-यूरोप पाइपलाइन (बेलारूस के माध्यम से)
- नॉर्ड स्ट्रीम पाइपलाइन (बाल्टिक सागर के नीचे)