Russia Ukraine War / इस देसी जुगाड़ से यूक्रेन छुड़ा रहा रूस के छक्के, दूर बैठे-बैठे कर देता है बड़ा धमाका

रूस और यूक्रेन के बीच पिछले 7 महीने से चल रही लड़ाई अब बड़ी होती जा रही है. हाल ही में खबर मिली थी कि यूक्रेन की खुफिया एजेंसियों ने रूस और क्रीमिया को जोड़ने वाले समुद्री पुल पर बड़ा धमाका किया था. उसके बाद से रूस बौखलाया हुआ है और उसने यूक्रेन पर जबरदस्त बमबारी शुरू कर दी है. उसने यूक्रेन की राजधानी कीव में लगातार कई मिसाइलें दागीं, जिसमें कई लोग मारे गए लेकिन इस लड़ाई में यूक्रेन ने भी अब तक हार नहीं मानी है.

Vikrant Shekhawat : Oct 12, 2022, 05:55 PM
Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच पिछले 7 महीने से चल रही लड़ाई अब बड़ी होती जा रही है. हाल ही में खबर मिली थी कि यूक्रेन की खुफिया एजेंसियों ने रूस और क्रीमिया (Crimea) को जोड़ने वाले समुद्री पुल पर बड़ा धमाका किया था. उसके बाद से रूस बौखलाया हुआ है और उसने यूक्रेन (Ukraine) पर जबरदस्त बमबारी शुरू कर दी है. उसने यूक्रेन की राजधानी कीव में लगातार कई मिसाइलें दागीं, जिसमें कई लोग मारे गए लेकिन इस लड़ाई में यूक्रेन ने भी अब तक हार नहीं मानी है. यह युद्ध रूस की उम्मीद से ज्यादा लंबा खींचता चला जा रहा है. इस बीच यूक्रेन को कई पश्मिची देशों से पूरा सहयोग मिल रहा है. खबर है कि रूस का गुरूर तोड़ने के लिए यूक्रेन एक अलग तरह के हथियार का इस्तेमाल कर रहा है.  

कौन सा है वो हथियार? 

क्रीमिया के Black Sea के किनारे रूसी सैनिकों को एक बोट दिखाई पड़ी. यह बोट सामान्य से काफी छोटी थी और इसकी सबसे बड़ी खासियत है कि यह मानवरहित है यानी कि इसे चलाने के लिए किसी इंसान की जरूरत नहीं पड़ती है. रूसी सैनिकों ने इस नाव का पता पिछले महीने लगाया था. यह एक तरह की ड्रोन बोट है जो पानी में काफी स्पीड में चलती है. ये नाव मिलने के बाद रूसी सोशल मीडिया पर इसे यूक्रेन की साजिश बताया गया. आपको जानकर हैरानी होगी कि पिछले तीन हफ्तों में ऐसे कई नाव रूसी युद्ध पोतो के आस पास देखे गए. ये छोटे आकार के नाव विस्फोटकों से भरे हुए थे.

क्या है इस बोट की खासियत

अब तक इस बात का ठीक से पता नहीं चल पाया है कि इसे किसने बनाया है. आपको बता दें कि 112 किलोमीटर की स्पीड से चलने वाली यह बोट विस्फोटकों से भरी हुई है. इसके साथ इसमें ब्लास्ट के लिए इंपैक्ट फ्यूज टेक्नोलोजी का इस्तेमाल किया गया है. यानी जब इस नाव का अगला हिस्सा किसी चीज से टकराता है तो अंदर रखा विस्फोटक एक्टिव हो जाता है और एक बड़ा ब्लास्ट करता है. ऐसा कहा जाता है कि इसका कान्सेप्ट इटली से आया था. आकार में छोटे और तेज गति होने के चलते इन पर हमला करना आसान नहीं होता है. इस तरह की विस्फोटक नावों का इस्तेमाल दूसरे विश्व युद्ध के दौरान मुसोलिनी ने सबसे ज्यादा किया था.