Coronavirus Vaccine / क्या प्रेग्नेंट महिलाओं को लगवानी चाहिए कोरोना वैक्सीन? सरकार ने दिया यह जवाब

कोरोना वायरस महामारी पर जीत हासिल करने के लिए केंद्र सरकार तेज गति से लोगों को टीका लगवा रही है। पिछले दिनों एक दिन में 80 लाख से ज्यादा कोरोना टीके लगाए गए, लेकिन इसके बावजूद भी कुछ लोगों के अंदर वैक्सीन को लेकर तरह-तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। कई लोगों के मन में यह भी सवाल है कि क्या अगर कोई महिला प्रेग्नेंट है तो वह वैक्सीन लगवा सकती है या नहीं। इसको लेकर इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने जवाब दिया है।

Vikrant Shekhawat : Jun 26, 2021, 07:23 AM
Delhi: कोरोना वायरस महामारी पर जीत हासिल करने के लिए केंद्र सरकार तेज गति से लोगों को टीका लगवा रही है। पिछले दिनों एक दिन में 80 लाख से ज्यादा कोरोना टीके लगाए गए, लेकिन इसके बावजूद भी कुछ लोगों के अंदर वैक्सीन को लेकर तरह-तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। कई लोगों के मन में यह भी सवाल है कि क्या अगर कोई महिला प्रेग्नेंट है तो वह वैक्सीन लगवा सकती है या नहीं। इसको लेकर इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने जवाब दिया है।

आईसीएमआर के डायरेक्टर-जनरल डॉ। बलराम भार्गव ने बताया है कि प्रेग्नेंट महिलाओं को कोविड-19 की वैक्सीन जरूर लगवानी चाहिए, क्योंकि यह उनके लिए उपयोगी है।


'प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए उपयोगी है टीका'

आईसीएमआर के डायरेक्टर-जनरल (डीजी) डॉ। बलराम भार्गव ने कहा, 'स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन है कि प्रेग्नेंट महिलाओं को टीका लगाया जा सकता है। टीकाकरण प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए उपयोगी है और इसे दिया जाना चाहिए।'

देश में कोविड-19 की स्थिति पर प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए भार्गव ने कहा कि सिर्फ एक देश ही बच्चों को कोविड-19 की वैक्सीन दे रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि कि 2-18 आयु वर्ग के बच्चों पर एक छोटी स्टडी की गई है और माना जा रहा है कि सितंबर तक परिणाम आ जाएंगे।


प्रेग्नेंट महिलाओं के वैक्सीनेशन पर गाइडलाइन जल्द

डॉ। बलराम भार्गव ने कहा कि क्या बहुत छोटे बच्चों को कभी टीके की जरूरत होगी, यह अब भी एक सवाल है। उन्होंने कहा, 'जब तक हमारे पास बच्चों के टीकाकरण के बारे में अधिक आंकड़े नहीं होंगे, हम बड़े पैमाने पर बच्चों का टीकाकरण नहीं कर पाएंगे।' वहीं, सरकार जल्द ही कोरोना के खिलाफ प्रेग्नेंट महिलाओं के टीकाकरण के लिए दिशा-निर्देश जारी करेगी।

दूसरी लहर में प्रेग्नेंट महिलाएं अधिक प्रभावित

आईसीएमआर की हाल ही में की गई एक स्टडी से पता चला है कि प्रेग्नेंट महिलाएं भारत में दूसरी कोविड -19 लहर के दौरान पहले की तुलना में अधिक गंभीर रूप से प्रभावित हुईं हैं। इस साल मृत्यु दर और संक्रमित मामलों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है।

अप्रैल-मई महीने में कोरोना की दूसरी लहर ने काफी तबाही बचाई थी। इस दौरान, रोजाना सामने आने वाले मामलों की संख्या ने रिकॉर्ड तोड़ दिया था। अब जब दैनिक मामलों में तेजी से कमी आई है तो सरकार ने तीसरी लहर को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं। सरकार जल्द-से-जल्द अधिक लोगों को कोविड-19 का टीका लगाने की कोशिश कर रही है।