दिल्लीवाले सावधान / ओमिक्रॉन के सामुदायिक प्रसार के मिले संकेत, वैक्सीन की दोनों डोज लेने वाले भी हुए संक्रमित

यह अध्ययन पिछले वर्ष 25 नवंबर से लेकर 23 दिसंबर की अवधि के बीच में कराया गया। जिसको लेकर दिल्ली के अलग-अलग पांच जिलों से जीनोम सिक्वेसिंग को लेकर नमूने लिए गए थे। अध्ययन में लगभग 60.9 फीसदी संक्रमित लोगों में सामुदायिक प्रसार दिखा। इस अध्ययन में 264 मामलों में 68.9 फीसदी (182) में डेल्टा और दूसरे वैरिएंट मिले थे। जबकि 31.06 फीसदी (82) में कोरोना के ओमिक्रॉन स्वरूप की पुष्टि हुई।

Vikrant Shekhawat : Jan 16, 2022, 08:02 AM
दिल्ली में ओमिक्रॉन के सामुदायिक प्रसार के संकेत मिले है। यात्रा का इतिहास (ट्रैवल हिस्ट्री) न होने वाले लोगों में भी कोरोना के ओमिक्रॉन स्वरूप की पुष्टि हुई। इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बिलियरी साइंस के क्लिनिकल वायरोलॉजी विभाग के अध्ययन में इसका पता चला है। ओमिक्रॉन को लेकर देश में इस तरह का यह पहला अध्ययन था।

यह अध्ययन पिछले वर्ष 25 नवंबर से लेकर 23 दिसंबर की अवधि के बीच में कराया गया। जिसको लेकर दिल्ली के अलग-अलग पांच जिलों से जीनोम सिक्वेसिंग को लेकर नमूने लिए गए थे। अध्ययन में लगभग 60.9 फीसदी संक्रमित लोगों में सामुदायिक प्रसार दिखा। इस अध्ययन में 264 मामलों में 68.9 फीसदी (182) में डेल्टा और दूसरे वैरिएंट मिले थे। जबकि 31.06 फीसदी (82) में कोरोना के ओमिक्रॉन स्वरूप की पुष्टि हुई।

अध्ययन में यह भी सामने आया कि 50.61 फीसदी ओमिक्रॉन के मामले लक्षणहीन थे। ऐसे संक्रमितों को अस्पताल में भर्ती कराने की आवश्यकता नहीं पड़ी। जबकि कुल 87.8 फीसदी (72) मामलों में टीकाकरण पूरी तरह से हो चुका था। लगभग 39.1 फीसदी (32) ने यात्रा करने और उनके संपर्क में आने का इतिहास था। जबकि 60.9 फीसदी (50) में सामुदायिक प्रसार दिखा।

अध्ययन के अनुसार समुदाय में ओमिक्रॉन के मामलों की 1.8 फीसदी से लेकर 54 फीसदी दैनिक वृद्धि देखने को मिली। देश का यह ऐसा पहला अध्ययन था जिसमें ओमिक्रॉन के सामुदायिक प्रसार के प्रमाण मिले। जिसमें संक्रमण में बढ़ोतरी और अस्पताल में भर्ती होने की दर में कमी देखने को मिली। मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली में 13 जनवरी तक 549 ओमिक्रॉन के मामलों की पुष्टि हुई थी।