Vikrant Shekhawat : Aug 08, 2022, 06:08 PM
नोएडा के सेक्टर-93 बी की ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी में महिला से बदसलूकी कर चर्चा में आए गालीबाज नेता श्रीकांत त्यागी (Shrikant Tyagi) का पुलिस और प्रशासन में भी काफी रसूख था। उसके रसूख का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शुरुआत में इस मामले में भी पुलिस का उस पर नरम रुख रहा। हालांकि, अब उस पर पुलिस और प्रशासन का चौतरफा शिकंजा कसता जा रहा है। इसके साथ ही श्रीकांत त्यागी को शह देने वाले यूपी पुलिस के अफसरों पर भी गाज गिरने लगी है। अब तक काम में लापरवाही बरतने के चलते थाना प्रभारी समेत 6 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।एसएचओ सहित 6 पुलिस कर्मी सस्पेंडएडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने बताया कि इस मामले में डीजीपी द्वारा थाना फेस-2 के एसएचओ सुजीत उपाध्याय सहित सोसाइटी की सुरक्षा में तैनात किए गए एक सब-इंस्पेक्टर और चार सिपाहियों को भी काम में लापरवाही बरतने के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है। इसके साथ ही पीड़ित महिला को भी दो सुरक्षा कर्मी उपलब्ध कराए गए हैं। बताया जा रहा है कि सोसाइटी में आने वाले हर व्यक्ति की गहनता से जांच की जा रही है। उक्त महिला ने त्यागी द्वारा सोसायटी के साझा क्षेत्र में पौधे लगाने पर आपत्ति जताई थी, जिससे वह भड़क उठा था।महिला के साथ बदसलूकी का वीडियो वायरल होने के बाद से ही श्रीकांत त्यागी फरार है। पुलिस द्वारा उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है और पुलिस की 8 टीमें उसकी तलाश में जुटी हैं। श्रीकांत त्यागी पुलिस से बचने को भागा-भागा फिर रहा है। उत्तर प्रदेश से लेकर उत्तराखंड तक सरगर्मी से उसकी तलाश जारी है। मीडिया रिपोर्टों में दावा किया जा रहा है कि उसकी लास्ट लोकेशन ऋषिकेश की बताई जा रही है। बता दें कि, कथित तौर पर खुद को भाजपा नेता बताने वाले श्रीकांत त्यागी का वीडियो वायरल होने के बाद भाजपा ने उससे पल्ला झाड़ लिया था। स्थानीय भाजपा सांसद डॉ. महेश शर्मा ने शनिवार को त्यागी के भाजपा सदस्य होने से इनकार किया था। उन्होंने कहा था कि आरोपी पर कड़ी कार्रवाई होगी और 48 घंटे के अंदर उसे गिरफ्तार किया जाएगा। इस घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए थे, जिनमें से एक में त्यागी महिला के खिलाफ कथित तौर पर गंदी-गंदी गालियां देने के साथ अपशब्दों का इस्तेमाल करते और हाथापाई करते दिख रहा है। त्यागी ने महिला के पति के लिए भी कथित तौर पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए अपमानजनक टिप्पणी की थी।