Live Hindustan : Jan 25, 2020, 10:29 AM
नई दिल्ली | निर्भया गैंगरेप के चारों दोषियों को एक फरवरी को दिल्ली के तिहाड़ जेल में फांसी की सजा दी जाएगी। इसे देखते हुए जेल प्रशासन विशेष निगरानी बरत रहा है। चारों दोषियों को विशेष निगरानी में रखा गया है। देश के सबसे बड़े इस जेल में अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन, दिल्ली का डॉन नीरज बवाना, बिहार के बाहुलबली नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन सहित के साथ-साथ निर्भया गैंगरेप के चारों दोषी भी बंद हैं।नाम नहीं लेने की शर्त पर जेल के एक अधिकारी ने बताया है कि मुकेश सिंह, पवन कुमार गुप्ता, अक्षय ठाकुर और विनय शर्मा को तिहाड़ के जेल नंबर तीन में 16 जनवरी को लाया गया, जहां उन्हें फांसी दी जानी है। चारों दोषियों पर फिलहाल विशेष निगरानी बरती जा रही है। जेल अधिकारी के मुताबिक चारों दोषियों को 'सुसाइड वॉच' (विशेष निगरानी) में रखा गया है। एक ही सेल में चारों को आलग-अलग 48 वर्गफीट की कोठरी में रखा गया है। सभी की कोठरी के बाहर एक गार्ड को तैनात किया गया है। वहां कोई भी लोहे की रेलिंग या बीम नहीं है। सेल के किसी भी हिस्से में कोई कपड़ा नहीं है। सेल को दिन में दो बार चेक किया जाता है। सभी सेल में दो सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिससे हर पर निगरानी रखी जा रही है। वहीं, निर्भया गैंगरेप के दो दोषियों पवन और अक्षय की एक याचिका पर आज यानी शनिवार को दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में सुनवाई होगी। दोनों के वकील के द्वारा दायर की गई याचिका में कहा गया है कि तिहाड़ जेल के द्वारा अभी तक कागजात नहीं दिए गए हैं जिससे कि अक्षय और पवन के लिए दया याचिका और क्यूरेटिव पेटिशन फाइल किए जाएं।दोषियों के वकील एपी सिंह ने यह आरोप लगाते हुए कोर्ट में अर्जी लगाई है कि जेल प्रशासन ने अब तक वह दस्तावेज नहीं सौंपे हैं जिनकी अक्षय कुमार सिंह (31) और पवन सिंह (25) के लिए सुधारात्मक याचिका दायर करने के लिए जरूरत है। इस अर्जी पर शनिवार को सुनवाई होने की संभावना है।