AajTak : Jul 13, 2020, 07:22 AM
राजस्थान में अशोक गहलोत सरकार पर संकट के बादल मंडराये हुए हैं। राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने बागी तेवर अख्तियार कर लिए हैं। वहीं अब सूत्रों का कहना है कि सचिन पायलट सोमवार सुबह बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ मुलाकात कर सकते हैं।
वहीं अगर सचिन पायलट बीजेपी का दामन थामते हैं तो यह राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार के लिए बड़ा झटका होगा। दूसरी तरफ सचिन पायलट का दावा है कि उनके साथ 30 विधायकों का समर्थन है। इनमें कांग्रेस और निर्दलीय विधायक शामिल है। ऐसे में विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल होने के कारण गहलोत सरकार अल्पमत में आ जाएगी।सूत्रों का कहना है कि सचिन पायलट के साथ 27 कांग्रेस विधायक भी बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा तीन निर्दलीय विधायक भी पायलट को समर्थन दे रहे हैं और वे भी बीजेपी से जुड़ सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि सुबह होने वाली कांग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले विधानसभा अध्यक्ष को सचिन पायलट के समर्थक विधायक अपना इस्तीफा भेज सकते हैं।
सिंधिया से मुलाकातसचिन पायलट ने कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी मुलाकात की। ज्योतिरादित्य सिंधिया के आवास पर सचिन पायलट उनसे मिलने पहुंचे थे। दोनों नेताओं के बीच करीब 40 मिनट तक चली इस मुलाकात के बाद सचिन पायलट के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों को और भी ज्यादा बल मिला।
वहीं अगर सचिन पायलट बीजेपी का दामन थामते हैं तो यह राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार के लिए बड़ा झटका होगा। दूसरी तरफ सचिन पायलट का दावा है कि उनके साथ 30 विधायकों का समर्थन है। इनमें कांग्रेस और निर्दलीय विधायक शामिल है। ऐसे में विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल होने के कारण गहलोत सरकार अल्पमत में आ जाएगी।सूत्रों का कहना है कि सचिन पायलट के साथ 27 कांग्रेस विधायक भी बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा तीन निर्दलीय विधायक भी पायलट को समर्थन दे रहे हैं और वे भी बीजेपी से जुड़ सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि सुबह होने वाली कांग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले विधानसभा अध्यक्ष को सचिन पायलट के समर्थक विधायक अपना इस्तीफा भेज सकते हैं।
सिंधिया से मुलाकातसचिन पायलट ने कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी मुलाकात की। ज्योतिरादित्य सिंधिया के आवास पर सचिन पायलट उनसे मिलने पहुंचे थे। दोनों नेताओं के बीच करीब 40 मिनट तक चली इस मुलाकात के बाद सचिन पायलट के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों को और भी ज्यादा बल मिला।