Vikrant Shekhawat : Nov 03, 2021, 05:47 PM
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को उन 40 से अधिक जिलों के जिलाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की जिन जिलों में कम संख्या में लोगों का टीकाकरण हुआ है। वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हुई इस बैठक में उन जिलों के अधिकारी शामिल हैं जहां पर 50 फीसदी से भी कम लोगों के टीके की पहली खुराक मिली है और दूसरी खुराक लगवाने वाले लोगों की संख्या भी जहां पर कम है। इस दौरान प्रधानमंत्री ने टीकाकरण पर धर्मगुरुओं के संदेश को जनता तक पहुंचाने पर विशेष जोर देने के लिए कहा।इस दौरान पीएम मोदी ने अधिकारियों को कई मंत्र दिए। पीएम मोदी ने कहा, ''कोविड टीकाकरण के लिए स्थानीय स्तर पर रणनीति बनानी होगी। हर घर पर दस्तक देते समय, पहली डोज़ के साथ-साथ दूसरी डोज़ पर भी उतना ही ध्यान देना होगा। टीकाकरण में महिला सहयोगियों की मदद ली जाए। टीकाकरण पर धर्मगुरुओं के संदेश को भी हमें जनता तक पहुंचाने पर विशेष जोर देना होगा।''बैठक के दौरान पीएम मोदी ने कहा, ''आपकी मेहनत के कारण ही अब तक की प्रगति हुई है। प्रशासन के हर सदस्य, आशा कार्यकर्ताओं ने बहुत काम किया, मीलों पैदल चलकर दूर-दराज के स्थानों पर टीकाकरण किया। लेकिन अगर हम 1 बिलियन के बाद ढीले हो जाते हैं, तो एक नया संकट आ सकता है।''उन्होंने कहा, ''कभी भी बीमारी और दुश्मनों को कम करके नहीं आंकना चाहिए। उनका अंत तक मुकाबला करना है। इसलिए, मैं चाहता हूं कि हम थोड़ी सी भी ढिलाई न बरतें।''प्रधानमंत्री ने कहा कि 100 साल की इस सबसे बड़ी महामारी में देश को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। कोरोना के खिलाफ देश की लड़ाई में एक महत्वपूर्ण बात यह थी कि हमने नए उपाय खोजे, नए तरीकों का इस्तेमाल किया। आपको भी अपने क्षेत्रों में टीकाकरण बढ़ाने के लिए नवीन तरीकों पर अधिक काम करना होगा।पीएम मोदी ने आगे कहा, ''आपको यह याद रखना होगा कि जिन राज्यों ने वैक्सीन की 100% पहली खुराक देने का लक्ष्य हासिल कर लिया है, उन्हें भी कई क्षेत्रों में अलग-अलग चुनौतियों का सामना करना पड़ा। भौगोलिक स्थिति, संसाधनों की चुनौतियां थीं लेकिन इन जिलों ने आगे बढ़ने के लिए उन चुनौतियों पर काबू पा लिया।''प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से बताया गया कि ये 40 जिले झारखंड, मणिपुर, नगालैंड, अरूणाचल प्रदेश, महाराष्ट्र और मेघालय समेत अन्य राज्यों से हैं। प्रधानमंत्री मोदी जी20 और सीओपी26 बैठकों में शामिल होकर विदेश से लौटने के तुरंत बाद यह बैठक कर रहे हैं।टीकाकरण के दायरे और रफ्तार दोनों बढ़ाने की जरूरत पर जोर देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने हाल में कहा था कि देश में 10.34 करोड़ से अधिक संख्या में ऐसे लोग हैं जिन्होंने निर्धारित तारीख के बाद भी कोविड रोधी टीके की दूसरी खुराक नहीं ली है।