इंडिया / भारतीय नौसेना की पहली महिला पायलट बनीं सब लेफ्टिनेंट शिवांगी, उड़ाएंगी 'सबसे ताकतवर' विमान

सब लेफ्टिनेंट शिवांगी आज पहली नौसैनिक महिला पायलट बन गईं। भारतीय नौसेना के अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी। शिवांगी कोच्चि नौसेना बेस में तैनात हुई हैं। वह भारतीय नौसेना के 'डोर्नियर सर्विलांस' विमान को उड़ाएंगी। नौसेना में महिला पायलट नियुक्त होने पर शिवांगी ने कहा- मैं बहुत लंबे समय से इसका इंतजार कर रही थी और आखिरकार यह मौका आ ही गया। इसलिए यह एक शानदार पल है।

AMAR UJALA : Dec 02, 2019, 01:02 PM
सब लेफ्टिनेंट शिवांगी आज पहली नौसैनिक महिला पायलट बन गईं। भारतीय नौसेना के अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी। शिवांगी कोच्चि नौसेना बेस में तैनात हुई हैं। वह भारतीय नौसेना के 'डोर्नियर सर्विलांस' विमान को उड़ाएंगी। 

नौसेना में महिला पायलट नियुक्त होने पर शिवांगी ने कहा- मैं बहुत लंबे समय से इसका इंतजार कर रही थी और आखिरकार यह मौका आ ही गया। इसलिए यह एक शानदार पल है। मैं अपने प्रशिक्षण के तीसरे चरण को पूरा करने के लिए उत्सुक हूं। नौसेना के मुताबिक, सब लेफ्टिनेंट शिवांगी ने शार्ट सर्विस कमीशन (एसएससी) का 27वें एनओसी कॉर्स में प्रवेश लिया था और पिछले साल जून में केरल के ऐझीमाला स्थित इंडियन नेवल अकादमी में अपनी कमीशनिंग पूरी कर ली थी। शिवांगी ने करीब डेढ़ साल तक पायलट का परीक्षण लिया, जिसके बाद दो दिसंबर को शिवांगी को नौसेना की पहली महिला पायलट बनने का गौरव हासिल हुआ। 


कोच्चि स्थित नौसेना की दक्षिणी कमान में सैन्य परंपरा के अनुरूप शिवांगी को पायलट के तौर पर शामिल किया गया। बता दें कि हर साल चार दिसंबर को नौसेना अपना स्थापना दिवस मनाती है। ये स्थापना दिवस 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारतीय नौसेना की बड़ी और निर्णायक कार्रवाई में विजय के तौर पर मनाया जाता है।  48वें स्थापना दिवस से पहले भारतीय नौसेना ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए पहली महिला पायलट नियुक्त किया। शिवांगी उस 'डोर्नियर सर्विलांस' विमान को उड़ाएंगी, जो समुद्र में देश की समुद्री सीमाओं की निगरानी करता है।

वर्तमान में नौसेना में करीब 70 हजार नौसेनिक और अधिकारी अपनी सेवा दे रहे हैं। लेकिन महिलाओं की संख्या केवल 400 है। अभी तक नौसेना में महिलाएं प्रशासन, कम्युनिकेशन, इंजीनियरिंग, एजुकेशन इत्यादि ब्रांच में ही थी,अब कॉकपिट के दरवाजे भी खुल गए हैं। लेकिन महिलाएं अभी भी युद्धपोत पर नहीं तैनात की जा सकती हैं, लेकिन वायुसेना ने महिलाओं को कॉम्बेट रोल दे दिया। वायुसेना की तीन महिला पायलट फाइटर एयरक्राफ्ट उड़ा रही हैं।