Vikrant Shekhawat : Dec 15, 2020, 05:59 PM
Delhi: शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने भारतीय जनता पार्टी पर हमला किया है। उन्होंने कहा है कि बीजेपी देश का एक असली मोहरा है। साथ ही बादल ने किसान आंदोलन के दौरान देश को तोड़ने का भी आरोप लगाया। सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि भाजपा ने राष्ट्रीय एकता को टुकड़ों में तोड़ दिया है, बेशर्मी से मुसलमानों के खिलाफ हिंदुओं को उकसाया और अब अपने सिख भाइयों के खिलाफ ऐसा कर रही है। बीजेपी देशभक्ति वाले पंजाब को सांप्रदायिक आग में धकेल रही है।
किसानों को देशद्रोही कैसे कहा जाए?हाल ही में, सुखबीर सिंह बादल ने आंदोलन में खालिस्तान की उपस्थिति की अफवाहों पर आक्रामक रुख दिखाया था। उन्होंने कहा था कि इस आंदोलन में कई बूढ़ी महिलाएं भी शामिल हैं। क्या वह खालिस्तानी दिखती है? क्या यह देश के किसानों को संबोधित करने का कोई तरीका है? यह किसानों का अपमान है।बादल ने कहा था कि उन्होंने हमारे किसानों को देशद्रोही कहने की हिम्मत की? भाजपा या किसी और को किसानों को देशद्रोही कहने का अधिकार किसने दिया? किसानों ने अपना पूरा जीवन देश के लिए समर्पित कर दिया है और आप उन्हें देशद्रोही कह रहे हैं? जो उन्हें गद्दार कह रहे हैं, वे खुद गद्दार हैं।हरसिमरत कौर ने इस्तीफा दे दिया था
किसानों को देशद्रोही कैसे कहा जाए?हाल ही में, सुखबीर सिंह बादल ने आंदोलन में खालिस्तान की उपस्थिति की अफवाहों पर आक्रामक रुख दिखाया था। उन्होंने कहा था कि इस आंदोलन में कई बूढ़ी महिलाएं भी शामिल हैं। क्या वह खालिस्तानी दिखती है? क्या यह देश के किसानों को संबोधित करने का कोई तरीका है? यह किसानों का अपमान है।बादल ने कहा था कि उन्होंने हमारे किसानों को देशद्रोही कहने की हिम्मत की? भाजपा या किसी और को किसानों को देशद्रोही कहने का अधिकार किसने दिया? किसानों ने अपना पूरा जीवन देश के लिए समर्पित कर दिया है और आप उन्हें देशद्रोही कह रहे हैं? जो उन्हें गद्दार कह रहे हैं, वे खुद गद्दार हैं।हरसिमरत कौर ने इस्तीफा दे दिया था
बता दें कि बादल परिवार द्वारा कृषि कानूनों का विरोध किया जा रहा है। हरसिमरत कौर बादल ने केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया और केंद्र के नए कानूनों को किसानों के साथ बड़ा धोखा बताया। इतना ही नहीं, सुखबीर बादल ने पंजाब चुनाव में अकेले लड़ने का ऐलान किया था, और अकाली दल के एनडीए से अलग होने की घोषणा की थी।प्रकाश सिंह बादल ने पुरस्कार लौटायाउसी महीने, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और अकाली दल के वरिष्ठ नेता प्रकाश सिंह बादल ने कृषि कानूनों के विरोध में अपना पद्म विभूषण सम्मान लौटा दिया। उनके अलावा, अकाली दल के नेता सुखदेव सिंह ढींडसा ने सिर्फ पद्म भूषण सम्मान लौटाने की बात कही थी। आपको बता दें कि प्रकाश सिंह बादल एनडीए के उन नेताओं में से रहे हैं, जिनका नरेंद्र मोदी सार्वजनिक मंचों से मंच छूकर आशीर्वाद लेते रहे हैं। हालांकि, अब भाजपा और अकाली दल कृषि कानूनों पर आमने-सामने आ गए हैं।BJP is the real #TukdeTukdeGang in the country. It has smashed national unity to pieces,shamelessly inciting Hindus against Muslims & now desperate setting peace loving Punjabi Hindus against their Sikh brethren esp #farmers. They're pushing patriotic Punjab into communal flames. pic.twitter.com/7adwVmoDgj
— Sukhbir Singh Badal (@officeofssbadal) December 15, 2020