Vikrant Shekhawat : Jul 31, 2024, 12:15 PM
IND vs SL T20 Series: भारत ने श्रीलंका से तीसरा और आखिरी T20 भी रोमांचक अंदाज में जीत लिया. इसी के साथ टीम इंडिया ने श्रीलंका दौरे पर खेली T20 सीरीज में क्लीन स्वीप कर लिया है. 3 T20 की सीरीज में मिली 3-0 की जीत के बाद भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव का दिया बयान चर्चा में हैं. उन्होंने पोस्ट मैच प्रजेन्टेशन के दौरान कहा कि वो कप्तान नहीं बनना चाहते. सवाल है क्यों? सूर्या ने ऐसा क्यों कहा? उनके इस बयान का मतलब क्या है? सूर्यकुमार यादव को श्रीलंका दौरे से पहले ही टीम इंडिया का नया T20 कप्तान बनाया गया है.सूर्यकुमार यादव ने फिर वही बात दोहराईजाहिर है अगर पूरी सीरीज में टीम के बेजोड़ प्रदर्शन के बाद अगर उसका कप्तान इस तरह का बयान देगा तो अचरच तो होगा ही. लेकिन, सूर्यकुमार यादव के मामले में हैरान होने जैसी कोई चीज नहीं है. क्योंकि, ये कोई पहली बार नहीं जब उन्होंने ऐसा बयान दिया है. वो कप्तान नहीं बनना चाहते, इस तरह की बातें उन्होंने श्रीलंका से T20 सीरीज के शुरू होने से पहले भी कही थी. सीधे शब्दों में कहें श्रीलंका से सीरीज जीतने के बाद उन्होंने अपने पुराने बयान को ही दोहराया है.सूर्यकुमार क्यों कप्तान नहीं बनना चाहते?दरअसल, सूर्यकुमार यादव ने जो कहा है उसके भाव अच्छे हैं. उसके पीछे ऐसा कुछ भी नहीं जिससे टीम इंडिया को झटका लग सकता है या फिर नुकसान पहुंच सकता है. अब सबसे पहले तो भारत के T20 कप्तान सूर्यकुमार यादव का वो पूरा बयान सुन लीजिए, जो उन्होंने श्रीलंका से सीरीज जीतने के बाद फिर से दिया है. और, फिर जानेंगे कि उसके पीछे की वजह क्या है?कप्तान नहीं, लीडर है बनना- सूर्यासूर्यकुमार यादव ने कहा कि वो कप्तान नहीं बनना चाहते. वो लीडर बनना चाहते हैं. उन्होंने ऐसा कहते हुए ये भी बताया कि इस तरह के बयान वो सीरीज शुरू होने से पहले भी दे चुके हैं. सूर्यकुमार यादव के इस बयान के पीछे की वजह है टीम इंडिया के खिलाड़ियों का प्रदर्शन और ड्रेसिंग रूम का माहौल. सूर्या ने माना कि खिलाड़ियों की काबिलियत और आत्मविश्वास के चलते उनका काम आसान हो गया है. उन्हें बस उनकी क्षमताओं का सही इस्तेमाल करते रहना है. उन्होंने कहा कि वो ड्रेसिंग रूम के माहौल से खुश हैं, जहां हर खिलाड़ी एक-दूसरे के प्रदर्शन का जश्न मना रहा है.फ्रंट से लीड करने वाले लीडर हैं सूर्यकुमारसाफ है कि सूर्या जो बताने की कोशिश कर रहे हैं, उसे अमलीजामा पहनाना बगैर लीडर बने संभव नहीं है. लीडर फ्रंट से लीड करता है और ये काम सूर्यकुमार यादव तीसरे T20 में आखिरी ओवर डालकर गेंद से करते दिखे तो पूरी सीरीज में अपने बल्ले से, जिसके लिए वो प्लेयर ऑफ द सीरीज भी चुने गए.