Vikrant Shekhawat : Mar 06, 2024, 12:35 PM
Tata Group: देश का सबसे बड़ा बिजनेस घराना यानी टाटा ग्रुप, एक के बाद एक करके मार्केट में अपना जलवा दिखा रहा है. अभी कुछ महीने पहले ही जब टाटा टेक्नोलॉजी शेयर बाजार में लिस्ट हुई थी, तब उसका प्राइस आईपीओ रेट के मुकाबले 140 प्रतिशत प्रीमियम पर लिस्ट हुआ था. हाल में टाटा मोटर्स के स्पिलिट के बाद इसका शेयर भी 1000 रुपए के लेवल का क्रॉस कर चुका है. ऐसे में सोचिए टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी Tata Sons का IPO जब आएगा, तब मार्केट का क्या होगा?एक्सपर्ट का मानना है कि टाटा संस को आईपीओ से पहले ही 8 लाख करोड़ (करीब 96 अरब डॉलर) की वैल्यूएशन मिल सकती है. इस तरह ये भारत में किसी कंपनी का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होगा.हर कंपनी में टाटा संस की हिस्सेदारी
टाटा ग्रुप की लगभग हर कंपनी में टाटा संस की हिस्सेदारी है. फिर वह चाहे टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस (TCS) हो या टाटा मोटर्स. सितंबर 2022 में भारतीय रिजर्व बैंक के एक नियम के चलते अब टाटा संस को अपना आईपीओ लाकर शेयर बाजार में लिस्ट होना है. केंद्रीय बैंक ने टाटा संस को एक ‘अपर लेयर’ की नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी का दर्जा दिया है और 3 साल के अंदर आईपीओ लाने के लिए कहा है. इस लिहाज से देखें तो अगले 1.5 साल में टाटा संस का आईपीओ आने की संभावना है.मार्केट में होगी पैसे की बरसातटाटा संस, चूंकि होल्डिंग कंपनी है, तो उसके निवेश वाली टाटा ग्रुप की कई कंपनियों का मार्केट वैल्यूएशन पहले ही 16 लाख करोड़ रूपए तक जा चुका है. इसी तरह टाटा संस ने फ्यूचर के लिहाज से सेमीकंडक्टर, स्क्रैप और ईवी बैटरी इंडस्ट्री में अच्छा खासा निवेश किया है. ऐसे में इसका आईपीओ और फिर शेयर बाजार में पैसों की बरसात कराने की दम रखता है.ईटी की खबर के मुताबिक कंपनी अगर मार्केट में अपना 5 प्रतिशत शेयर ही लिस्ट कराती है, तो भी इसका आईपीओ देश के सबसे बड़े एलआईसी के 21,000 करोड़ रुपए के आईपीओ से बड़ा होगा.
टाटा ग्रुप की लगभग हर कंपनी में टाटा संस की हिस्सेदारी है. फिर वह चाहे टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस (TCS) हो या टाटा मोटर्स. सितंबर 2022 में भारतीय रिजर्व बैंक के एक नियम के चलते अब टाटा संस को अपना आईपीओ लाकर शेयर बाजार में लिस्ट होना है. केंद्रीय बैंक ने टाटा संस को एक ‘अपर लेयर’ की नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी का दर्जा दिया है और 3 साल के अंदर आईपीओ लाने के लिए कहा है. इस लिहाज से देखें तो अगले 1.5 साल में टाटा संस का आईपीओ आने की संभावना है.मार्केट में होगी पैसे की बरसातटाटा संस, चूंकि होल्डिंग कंपनी है, तो उसके निवेश वाली टाटा ग्रुप की कई कंपनियों का मार्केट वैल्यूएशन पहले ही 16 लाख करोड़ रूपए तक जा चुका है. इसी तरह टाटा संस ने फ्यूचर के लिहाज से सेमीकंडक्टर, स्क्रैप और ईवी बैटरी इंडस्ट्री में अच्छा खासा निवेश किया है. ऐसे में इसका आईपीओ और फिर शेयर बाजार में पैसों की बरसात कराने की दम रखता है.ईटी की खबर के मुताबिक कंपनी अगर मार्केट में अपना 5 प्रतिशत शेयर ही लिस्ट कराती है, तो भी इसका आईपीओ देश के सबसे बड़े एलआईसी के 21,000 करोड़ रुपए के आईपीओ से बड़ा होगा.