Donald Trump News / टाटा पर बरसा डोनाल्ड ट्रंप की जीत से पैसा, अंबानी को रिकॉर्ड नुकसान

डोनाल्ड ट्रंप की जीत से आईटी सेक्टर को बूस्ट मिला है। टीसीएस के मार्केट कैप में 58 हजार करोड़ और इंफोसिस में 29 हजार करोड़ का इजाफा हुआ। रिलायंस को 74,500 करोड़ का नुकसान हुआ। कुल मिलाकर टॉप 10 कंपनियों में 1,55,721 करोड़ का घाटा और 1,21,074 करोड़ का लाभ हुआ।

Vikrant Shekhawat : Nov 10, 2024, 03:40 PM
Donald Trump News: डोनाल्ड ट्रंप की अमेरिका में चुनावी जीत का असर भारत के आईटी सेक्टर पर सकारात्मक रूप से दिखाई दिया है। इस घटनाक्रम से भारतीय आईटी कंपनियों, विशेष रूप से टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और इन्फोसिस को जोरदार लाभ हुआ है। वहीं दूसरी ओर, देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है। पिछले हफ्ते में, भारतीय बाजार में सेंसेक्स और निफ्टी में उतार-चढ़ाव देखने को मिला, जिसने विभिन्न सेक्टर्स पर अलग-अलग असर डाला।

आईटी कंपनियों को बढ़त

भारतीय आईटी कंपनियों में इस हफ्ते सबसे ज्यादा लाभ टीसीएस और इन्फोसिस को हुआ। टीसीएस का मार्केट कैप 57,744.68 करोड़ रुपये बढ़कर 14,99,697.28 करोड़ रुपये हो गया है, जो कंपनी के निवेशकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। इसी तरह इन्फोसिस ने भी 28,838.95 करोड़ रुपये की वृद्धि दर्ज की और इसका बाजार मूल्य 7,60,281.13 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। आईटी सेक्टर में निवेशकों का बढ़ा हुआ भरोसा और भविष्य की बेहतर संभावनाएं इन आंकड़ों में परिलक्षित होती हैं।

साथ ही, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) और एचडीएफसी बैंक को भी लाभ हुआ। एसबीआई के मार्केट कैप में 19,812.65 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ, जिससे इसका मूल्यांकन 7,52,568.58 करोड़ रुपये हो गया। एचडीएफसी बैंक का मार्केट कैप 14,678.09 करोड़ रुपये बढ़कर 13,40,754.74 करोड़ रुपये हो गया। ये आंकड़े बैंकिंग सेक्टर के प्रति निवेशकों के भरोसे को दर्शाते हैं।

रिलायंस और अन्य टॉप कंपनियों को नुकसान

आईटी और बैंकिंग क्षेत्र के इस लाभ के विपरीत, देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज को इस हफ्ते भारी नुकसान झेलना पड़ा। कंपनी का मार्केट कैप 74,563.37 करोड़ रुपये की गिरावट के साथ 17,37,556.68 करोड़ रुपये पर आ गया। अन्य प्रमुख कंपनियां भी इस नुकसान की चपेट में आईं। भारती एयरटेल का मार्केट कैप 26,274.75 करोड़ रुपये घटकर 8,94,024.60 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।

आईसीआईसीआई बैंक, ईटीसी, एलआईसी, और हिंदुस्तान यूनिलीवर जैसी दिग्गज कंपनियों को भी झटका लगा है। आईसीआईसीआई बैंक का मूल्यांकन 22,254.79 करोड़ रुपये घटा, जिससे इसका मार्केट कैप 8,88,432.06 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। एफएमसीजी सेक्टर में, ईटीसी और हिंदुस्तान यूनिलीवर ने क्रमशः 15,449.47 करोड़ और 7,248.49 करोड़ रुपये का नुकसान दर्ज किया।

टॉप 10 कंपनियों का ओवरऑल प्रदर्शन

इस हफ्ते भारतीय बाजार की टॉप 10 कंपनियों में से 6 कंपनियों ने सामूहिक रूप से 1,55,721.12 करोड़ रुपये का नुकसान झेला। वहीं, 4 कंपनियों के मार्केट कैप में कुल 1,21,074.37 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी देखने को मिली। यह उतार-चढ़ाव शेयर बाजार के अस्थिर माहौल और बदलते आर्थिक परिदृश्य का प्रतीक है।

सेंसेक्स और निफ्टी में उतार-चढ़ाव

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स में इस हफ्ते 513.63 अंकों की बढ़त के साथ 79,486.32 अंक पर बंद हुआ। हालांकि, शुक्रवार को 55.47 अंकों की मामूली गिरावट देखी गई। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी भी 74.45 अंकों की तेजी के साथ उच्च स्तर पर पहुंचा, हालांकि शुक्रवार को इसमें 51.15 अंकों की गिरावट दर्ज की गई। यह उतार-चढ़ाव बाजार में निवेशकों की मानसिकता और आर्थिक प्रभावों को दर्शाता है।

निष्कर्ष

भारतीय शेयर बाजार में इस हफ्ते का प्रदर्शन मिश्रित रहा। आईटी और बैंकिंग सेक्टर में तेजी देखने को मिली, जबकि रिलायंस और अन्य कुछ प्रमुख कंपनियों को नुकसान उठाना पड़ा। निवेशकों के लिए यह सप्ताह नए अवसरों और चुनौतियों से भरा रहा। भारतीय शेयर बाजार की यह अस्थिरता आने वाले हफ्तों में कई और बदलाव ला सकती है, जिससे निवेशकों को सतर्क रहने और सही फैसले लेने की आवश्यकता होगी।