Maharashtra News / नोएल टाटा महाराष्ट्र की GDP को रफ्तार देंगे, फडणवीस के साथ बनाया प्लान

टाटा ग्रुप ने महाराष्ट्र की इकोनॉमी को बूस्ट करने के लिए सक्रिय कदम उठाया है। टाटा ट्रस्ट के प्रमुख नोएल टाटा और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्य की आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए कई प्रोजेक्ट्स पर चर्चा की। महाराष्ट्र एफडीआई में सबसे ऊपर है, और निवेश आकर्षित करने में सफलता प्राप्त कर रहा है।

Vikrant Shekhawat : Jan 05, 2025, 06:00 AM
Maharashtra News: भारत की इकोनॉमी में सबसे बड़ी हिस्सेदारी रखने वाले महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था को और अधिक मजबूती देने के लिए टाटा ग्रुप एक बार फिर सक्रिय हो गया है। शनिवार को, टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन नोएल टाटा और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच मुलाकात हुई, जिसमें राज्य की आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर चर्चा की गई। इस बैठक को लेकर सीएम फडणवीस ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर भी पोस्ट किया और कहा कि टाटा ग्रुप के साथ राज्य सरकार के सहयोग से आर्थिक क्षेत्र में नई ऊँचाइयाँ छुई जा सकती हैं।

बैठक में हुई चर्चा के प्रमुख बिंदु

टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन नोएल टाटा ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ बैठक में राज्य की आर्थिक वृद्धि के लिए टाटा ट्रस्ट और राज्य सरकार के बीच मजबूत साझेदारी की संभावना पर चर्चा की। दोनों पक्षों ने उन परियोजनाओं पर विचार-विमर्श किया, जिनसे राज्य की इकोनॉमी को लाभ हो सकता है। फडणवीस ने इस मुलाकात को लेकर सोशल मीडिया पर जानकारी साझा की, जिसमें उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों ने कई प्रोजेक्ट्स पर चर्चा की है, जिनसे महाराष्ट्र की विकास प्रक्रिया में तेजी लाई जा सकती है।

नोएल टाटा का नेतृत्व और टाटा ट्रस्ट की भूमिका

नोएल टाटा ने पिछले साल रतन टाटा का स्थान लिया था और टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन का पद संभाला। रतन टाटा के निधन के बाद, नोएल ने यह जिम्मेदारी संभाली और टाटा ट्रस्ट के माध्यम से राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर सामाजिक और आर्थिक विकास में योगदान देने के लिए लगातार प्रयास किए हैं। टाटा ट्रस्ट के पास टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा संस में 66 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जो भारत की सबसे बड़ी और विश्वस्तरीय कंपनियों में से एक है। टाटा ट्रस्ट ने हमेशा ही सामाजिक कार्यों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, और अब राज्य की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए भी वह सक्रिय हो गया है।

महाराष्ट्र की एफडीआई में शीर्ष स्थिति

इस बीच, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को यह घोषणा की कि राज्य विदेशी निवेश (एफडीआई) के मामले में सबसे ऊपर पहुँच चुका है। वित्त वर्ष 2024-25 के पहले छह महीनों में राज्य ने अपने वार्षिक औसत एफडीआई प्रवाह का 95 प्रतिशत हिस्सा प्राप्त कर लिया है। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर इस सफलता को साझा करते हुए कहा कि राज्य में निवेश आकर्षित करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

सीएम फडणवीस ने यह भी बताया कि महाराष्ट्र ने पिछले चार वर्षों में विदेशी निवेश के मामले में अन्य सभी राज्यों को पीछे छोड़ दिया है। सितंबर 2024 में समाप्त होने वाली तिमाही के आंकड़ों के अनुसार, राज्य ने 1,13,236 करोड़ रुपए का विदेशी निवेश प्राप्त किया है, जो पिछले चार वर्षों के औसत से 94.71 प्रतिशत अधिक है। इस दौरान राज्य ने देश के कुल एफडीआई प्रवाह का लगभग 31.48 प्रतिशत हिस्सा प्राप्त किया है।

निष्कर्ष

महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने के लिए राज्य सरकार और टाटा ट्रस्ट के बीच इस सहयोग का बहुत महत्व है। टाटा ग्रुप की प्रतिष्ठा और विशेषज्ञता से राज्य को न केवल आर्थिक, बल्कि सामाजिक रूप से भी फायदा हो सकता है। साथ ही, राज्य में एफडीआई के बढ़ते प्रवाह से यह संकेत मिलता है कि महाराष्ट्र निवेश के लिहाज से एक आकर्षक गंतव्य बन चुका है। इस प्रकार, टाटा ग्रुप और महाराष्ट्र सरकार का सहयोग राज्य के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।