News18 : Nov 06, 2019, 05:34 PM
नई दिल्ली. आपने कई जगह पर ये तो लिखा देखा होगा की यहां फोटो खींचना माना है. शायद ही आपने कही देखा हो की यहां पर फोटो खिंचवाने पर टैक्स लिया जाता हो. कुछ ऐसा गोवा में आजकल हो रहा है. दिवंगत केंद्रीय मंत्री मनोहर पर्रिकर के पैतृक गांव के रूप में पहचाने जाने वाला गोवा (Goa) के पर्रा गांव में तस्वीर खीचने (Clicking a photo is chargeable) के लिए चार्ज लगना शुरू हो चुका है. ये गांव खूबसूरत नारियल से बने लैंडस्केप के लिए चर्चित है. पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय लोगों को भी उत्तरी गोवा के इस गांव में सड़क पर एक फोटोशूट करवाने या वीडियो बनवाने के लिए "स्वछता टैक्स" या "फोटोग्राफी टैक्स" देना होगा.पारा ग्राम पंचायत द्वारा इस टैक्स लगाने का स्थानीय लोग कड़ा विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि इस टैक्स के लगाने के बाद पर्यटकों का यहां आना कम होगा. यह मामला अब एक चर्चा का विषय बन गया है क्योंकि एक टूरिस्ट ने पारा गांव द्वारा लगाए जा रहे एक वीडियो को पोस्ट किया है. इसके बाद से यह विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. वीडियो को स्थानीय निवासी पॉल फर्नांडिस ने रिकॉर्ड किया था.एएनआई को दिए अपने बयान में फर्नांडीस ने बताया कि उन्हें इस नए टैक्स के बारे में तब पता चला जब उनके कुछ रिश्तेदारों पर पंचायत द्वारा 500 रुपए का शुल्क लगाया गया. एक तस्वीर के लिए 500 रुपए लेना गलत है. उन्होंने कहा कि देश में कहीं भी, फोटोग्राफी शुल्क नहीं है. पूरे गोवा में ही कई सारी सुन्दर जगहें हैं जहां लोग फोटो खिचवाते हैं. अगर ऐसा होता है, तो यह कई गांवों में होगा जो पर्यटन के लिए अच्छा नहीं है.पारा के पूर्व सरपंच बेनेडिक्ट डिसूजा, का कहना है कि पंचायत को कमर्शियल शूट के लिए चार्ज करने का हर अधिकार है, लेकिन सिर्फ एक फोटो पर व्यक्तियों को चार्ज करना उचित नहीं है.