NavBharat Times : Aug 11, 2020, 04:29 PM
तोक्यो: जापान ने पूर्वी चीन सागर में विवादित द्वीपों के पास चीन की मछली पकड़ने वाली नौकाओं की अवैध घुसपैठ पर चीन को गंभीर चेतावनी दी है। जापान ने कहा है कि चीन की नौकाओं की घुसपैठ का जवाब देने के लिए जापानी सेना पूरी तरह से तैयार है। जापान ने कहा कि अगर चीन ने मछली मारने वाली नौकाओं को दिआओयू द्वीप समूह के पास जाने की अनुमति दी या उन्हें उत्साहित किया तो इसे विवाद को भड़काने वाला कदम माना जाएगा।
उधर, विशेषज्ञों का कहना है कि चीन के मछली मारने वाली जहाजों की संख्या 100 तक रहती है और चीनी कोस्ट गार्ड उन्हें समर्थन देते हैं तो जापानी सेना के लिए उन्हें जवाब देना काफी मुश्किल होगा। चीन ने जापान से कहा है कि उसका चीनी जहाजों पर बैन 16 अगस्त को खत्म हो रहा है। चीन ने दावा किया है कि दिआओयू द्वीपों पर उसका अधिकार है और मछली मारने वाले जहाजों को रोकने का उसे हक नहीं है।जापान के रक्षा मंत्री तारो कोनो ने कहा है कि सेना चीन की घुसपैठ का जवाब देने के लिए तैयार है। इससे पहले वर्ष 2016 में 72 चीनी जहाजों और चीनी कोस्ट गार्ड के 28 जहाजों ने चार दिनों तक इस इलाके में घुसपैठ की थी। पिछले 18 महीने से चीनी कोस्टगार्ड के जहाज लगातार जापान पर दबाव बनाए हुए हैं। जापान के बार-बार अनुरोध के बाद भी चीनी जहाज 111 दिन तक लगातार इस इलाके में मौजूद था।विशेषज्ञों का कहना है कि चीन ईस्ट चाइना सी में जापानी कोस्ट गार्ड की जगह लेना चाहता है जो इन दिआओयू द्वीपों की जगह लेना चाहता है। इसके जरिए चीन इन द्वीपों की सरकार को बदलना चाहता है। अगर चीन ऐसा करता है तो जापान के लिए बेहद मुश्किल होगा। जापान को पहले से इस इलाके में रूस की नौसेना और उत्तर कोरिया के घुसपैठियों से निपटना पड़ रहा है।
उधर, विशेषज्ञों का कहना है कि चीन के मछली मारने वाली जहाजों की संख्या 100 तक रहती है और चीनी कोस्ट गार्ड उन्हें समर्थन देते हैं तो जापानी सेना के लिए उन्हें जवाब देना काफी मुश्किल होगा। चीन ने जापान से कहा है कि उसका चीनी जहाजों पर बैन 16 अगस्त को खत्म हो रहा है। चीन ने दावा किया है कि दिआओयू द्वीपों पर उसका अधिकार है और मछली मारने वाले जहाजों को रोकने का उसे हक नहीं है।जापान के रक्षा मंत्री तारो कोनो ने कहा है कि सेना चीन की घुसपैठ का जवाब देने के लिए तैयार है। इससे पहले वर्ष 2016 में 72 चीनी जहाजों और चीनी कोस्ट गार्ड के 28 जहाजों ने चार दिनों तक इस इलाके में घुसपैठ की थी। पिछले 18 महीने से चीनी कोस्टगार्ड के जहाज लगातार जापान पर दबाव बनाए हुए हैं। जापान के बार-बार अनुरोध के बाद भी चीनी जहाज 111 दिन तक लगातार इस इलाके में मौजूद था।विशेषज्ञों का कहना है कि चीन ईस्ट चाइना सी में जापानी कोस्ट गार्ड की जगह लेना चाहता है जो इन दिआओयू द्वीपों की जगह लेना चाहता है। इसके जरिए चीन इन द्वीपों की सरकार को बदलना चाहता है। अगर चीन ऐसा करता है तो जापान के लिए बेहद मुश्किल होगा। जापान को पहले से इस इलाके में रूस की नौसेना और उत्तर कोरिया के घुसपैठियों से निपटना पड़ रहा है।