AajTak : Jul 07, 2020, 04:37 PM
USA: साउथ चाइना सी में अमेरिका से बढ़ते तनाव के बीच चीन ने अत्याधुनिक जे-10 फाइटर जेट्स को एयरफोर्स में शामिल करने की तैयारी शुरू कर दी है। जे -10 फाइटर जेट्स हाल ही में उड़ान अभ्यास के लिए टेकऑफ़ से पहले उत्तरी थिएटर कमांड फ्लाइटलाइन पर पीएलए वायु सेना के फाइटरजेट ब्रिगेड से जुड़े थे।
अमेरिका को जवाब देने के लिए पीएलए उत्तरी थिएटर कमांड के तहत चीनी वायु सेना के पायलटों ने हाल ही में इस अत्याधुनिक फाइटर जेट से युद्धाभ्यास भी किया है और इसकी मारक क्षमता की टेस्टिंग भी की है। बता दें कि रविवार को यूएस नेवी के परमाणु हथियारों से लैस 11 फाइटर जेट ने निगरानी विमानों के जरिए चीन को अपनी ताकत का एहसास कराया था। इस दौरान यूएस नेवी के परमाणु युद्धपोत निमित्ज और रोनाल्ड रीगन जैसे दुनिया के सबसे बड़े एयरक्राफ्ट कैरियर ने भी अभ्यास में हिस्सा लिया था।अमेरिकी फाइटर जेट ने विवादित क्षेत्र में उड़ान भरी थी जिससे चीन बुरी तरह भड़क गया था। चीन का मुखपत्र कहे जाने वाले सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने इसे शक्ति का खुला प्रदर्शन बताया था और अमेरिका को धमकी दी थी। ग्लोबल टाइम्स ने कहा था कि अमेरिका के किसी भी कार्रवाई पर पीएलए मुंहतोड़ जवाब देने के लिए इंतजार कर रही है। अब पीएलए की वायु सेना में इस अत्याधुनिक फाइटर जेट के प्रवेश की तैयारी को चीन के जवाब के तौर पर देखा जा रहा है। अमेरिकी फाइटर जेट के विवादित क्षेत्र में उड़ान के बाद चीन की तरफ से ये भी कहा गया था कि उनके पास DF-21D और DF-26 "एयरक्राफ्ट कैरियर और किलर मिसाइल जैसे एंटी-एयरक्राफ्ट कैरियर हथियारों का जखीरा है। चीन ने कहा था कि दक्षिण चीन सागर पूरी तरह से पीएलए की मुट्ठी में है। क्षेत्र में किसी भी अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर के खिलाफ कार्रवाई में PLA को खुशी मिलेगी।
अमेरिका को जवाब देने के लिए पीएलए उत्तरी थिएटर कमांड के तहत चीनी वायु सेना के पायलटों ने हाल ही में इस अत्याधुनिक फाइटर जेट से युद्धाभ्यास भी किया है और इसकी मारक क्षमता की टेस्टिंग भी की है। बता दें कि रविवार को यूएस नेवी के परमाणु हथियारों से लैस 11 फाइटर जेट ने निगरानी विमानों के जरिए चीन को अपनी ताकत का एहसास कराया था। इस दौरान यूएस नेवी के परमाणु युद्धपोत निमित्ज और रोनाल्ड रीगन जैसे दुनिया के सबसे बड़े एयरक्राफ्ट कैरियर ने भी अभ्यास में हिस्सा लिया था।अमेरिकी फाइटर जेट ने विवादित क्षेत्र में उड़ान भरी थी जिससे चीन बुरी तरह भड़क गया था। चीन का मुखपत्र कहे जाने वाले सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने इसे शक्ति का खुला प्रदर्शन बताया था और अमेरिका को धमकी दी थी। ग्लोबल टाइम्स ने कहा था कि अमेरिका के किसी भी कार्रवाई पर पीएलए मुंहतोड़ जवाब देने के लिए इंतजार कर रही है। अब पीएलए की वायु सेना में इस अत्याधुनिक फाइटर जेट के प्रवेश की तैयारी को चीन के जवाब के तौर पर देखा जा रहा है। अमेरिकी फाइटर जेट के विवादित क्षेत्र में उड़ान के बाद चीन की तरफ से ये भी कहा गया था कि उनके पास DF-21D और DF-26 "एयरक्राफ्ट कैरियर और किलर मिसाइल जैसे एंटी-एयरक्राफ्ट कैरियर हथियारों का जखीरा है। चीन ने कहा था कि दक्षिण चीन सागर पूरी तरह से पीएलए की मुट्ठी में है। क्षेत्र में किसी भी अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर के खिलाफ कार्रवाई में PLA को खुशी मिलेगी।