Vikrant Shekhawat : Mar 27, 2024, 08:12 AM
Petrol-Diesel Price: कुछ साल पहले तक कौन सोच सकता था कि दुनिया का सबसे बड़ा क्रूड ऑयल इंपोर्टर दुनिया का सबसे बड़ा ऑयल प्रोड्यूसर बन जाएगा. जी हां, यहां बात अमेरिका की हो रही है. करीब 10 साल पहले अमेरिका ने कच्चे तेल के निर्यात पर से बैन हटाकर पूरी दुनिया को कच्चे तेल की सप्लाई की. साथ ही ओपेक देशों की उस मोनोपॉली को तोड़ने की कोशिश की जो दुनिया में तेल की कीमतों को कंट्रोल कर रही थे. मौजूदा समय में स्थिति ये है कि अमेरिका आज दुनिया का सबसे बड़ा क्रूड ऑयल एक्सपोर्टर बनने की कगार पर है. जिसकी भविष्यवाणी खुद साल 2017 में इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी ने की थी.खास बात तो ये है कि अमेरिका ने साल 2023 में रोज इराक से 3 गुना और यूएई से करीब 4 गुना ऑयल प्रोडक्शन किया. यहां तक कि ऑयल प्रोडक्शन के मामले में रूस और सऊदी अरब को भी पीछे छोड़ दिया. जिनकी दुनिया के ऑयल प्रोडक्शन में अहम हिस्सेदारी है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर दुनिया के कौन—कौन से देश ऐसे हैं, जिन्होंने साल 2023 में सबसे ज्यादा कच्चे तेल का प्रोडक्शन किया है.अमेरिका ने तोड़ा रिकॉर्डसाल 2023 में अमेरिका ने कच्चे तेल के प्रोडक्शन के मामले में सभी का रिकॉर्ड तोड़ते हुए 13 मिलियन बैरल प्रति दिन के लेवल को पार कर जिया. आज तक कोई भी देश इतना ऑयल प्राेेडक्शन नहीं कर सका है. आईईए की रिपोर्ट के अनुसार नवंबर के महीने में अमेरिका के क्रूड ऑयल प्रोडक्शन का लेवल 13.308 मिलियन बीपीडी तक पहुंच गया था. एसएंडपी ग्लोबल कमोडिटी इनसाइट्स की रिपोर्ट के अनुसार बढ़ते प्रोडक्शन के साथ-साथ, अमेरिकी कच्चे तेल और पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट में भी इजाफा देखने को मिल रहा है, जो सऊदी अरब या रूस जैसे प्रमुख तेल उत्पादकों के कुल उत्पादन के बराबर स्तर तक पहुंच रहा है.सऊदी अरबओपेक और ओपेक+ ग्रुुप को लीड करने वाला सऊदी अरब 2023 में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा क्रूड ऑयल प्रोड्यूसर था. 2023 की पहली छमाही में, सऊदी अरब का कच्चे तेल का उत्पादन औसतन लगभग 10.2 मिलियन बैरल प्रति दिन (बीपीडी) था. हालांकि, जुलाई में किंगडम ने 1 मिलियन बीपीडी की एक्स्ट्रा वॉलेंटरी कटौती लागू की, जिससे साल की दूसरी छमारी में इसका औसत उत्पादन 9 मिलियन बीपीडी तक कम हो गया. बाज़ार को स्थिर करने के उद्देश्य से की गई यह कटौती, संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्राज़ील, कनाडा, गुयाना और नॉर्वे सहित नॉन-ओपेक+ देशों के बढ़े हुए प्रोडक्शन से कुछ हद तक बैलेंस हो सकी.रूस रहा तीसरे नंबर परओपेक+ अलायंस में सऊदी अरब का प्रमुख भागीदार रूस ने साल 2023 में 9 मिलियन बैरल प्रति दिन (बीपीडी) कच्चे तेल का प्रोडक्शन किया है. यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद, रूस ने अपने तेल प्रोडक्शन और निर्यात डेटा को गुप्त रखा. दिसंबर 2023 में रूस तेल-फ्लो ट्रैकिंग कंपनियों और प्राइस रिपोर्टिंग एजेंसियों के साथ अपने उत्पादन, लिस्ट और फ्यूल प्रोडक्शन का डाटा शेयर करने पर सहमत हुआ. रूस की ओर से यह फैसला तब लिया जब ओपेक+ ने मास्को से प्रोडक्शन कट के नियमों का पालन के संबंध में पारदर्शिता बढ़ाने को कहा. अपनी ओपेक+ बैठक के दौरान, रूस ने 2024 की पहली तिमाही में अपने तेल निर्यात को 500,000 बैरल प्रति दिन (बीपीडी) कम करने का ऐलान किया था.कनाडा ने बढ़ाया प्रोडक्शनजैसे-जैसे रूस और सऊदी अरब अपनी मार्केट सप्लाई कम कर रहे हैं, संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा सहित उत्तरी अमेरिका अपना तेल प्रोडक्शन बढ़ा रहा है. कनाडा एनर्जी रेगूलेटर के अनुसार, कनाडा का तेल उत्पादन पिछले साल 4.86 मिलियन बैरल प्रति दिन (बीपीडी) के रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गया. जानकारों का अनुमान है कि कनाडा के तेल प्रोडक्शन में 2023, 2024 और 2025 में वृद्धि जारी रहेगी. उनका अनुमान है कि 2025 तक कनाडा के कच्चे तेल उत्पादन में 8 फीसदी की वृद्धि होगी.इराक भी कम नहींओपेक की मासिक रिपोर्ट में मौजूद सेकंडरी सोर्स के अनुसार, इराक, ओपेक का दूसरा सबसे बड़ा प्रोड्यूसर है. रिपोर्ट के मुताबिक साल 2023 में इराक में कुल ऑयल प्रोडक्शन लगभग 4.3 मिलियन बैरल प्रति दिन (बीपीडी) देखने को मिला था. जिसके बाद यह दुनिया का 5वां सबसे बड़ा ऑयल प्रोड्यूसर बन गया था. दिसंबर में आई ओपेक की रिपोर्ट में कहा गया है कि संगठन के कच्चे तेल का उत्पादन नवंबर में कई महीनों में पहली बार कम हुआ, अमेरिकी तेल उत्पादन ने नए रिकॉर्ड हासिल करना जारी रखा.इन देशों में कितना ऑयल प्रोडक्शनअगर बात दुनिया के बाकी देशों की करें तो चीन दुनिया का बड़ा इंपोर्टर होने के बाद भी दुनिया का 6वां सबसे बड़ा ऑयल प्रोड्यूसर बन गया है. साल 2023 में चीन ने 4.2 मिलियन बीपीडी ऑयल का उत्पादन किया. उसके बाद ईरान ने 3.6 मिलियन बीपीडी और ब्राजील और यूएई ने 3.4 मिलियन बीपीडी तेल उत्पादन कर टॉप 10 में अपनी जगह बनाई हुई है. इस लिस्ट में कुवैत का नाम भी शामिल है. जिसने हर रोज 2.7 मिलियन बीपीडी तेल का उत्पादन किया. दुनिया के बाकी देशों में ऑयल प्रोडक्शन हो रहा है. जिसका वॉल्यूम 22.8 मिलियन बीपीडी है.