News18 : Dec 27, 2019, 10:15 AM
नई दिल्ली। दिल्ली (Delhi) में लगातार बढ़ती सर्दी ने अब लोगों के हाल खराब कर दिए हैं। वहीं गुरुवार को मौसम की सबसे सर्द रात रही। इस दौरान पारा 4.2 डिग्री पर दर्ज किया गया। बताया जा रहा है कि अभी इससे राहत मिलने के आसार नहीं हैं और हिमालय क्षेत्र में लगातार हो रही बर्फबारी और तेज हवाओं के चलते मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ सकती है। वहीं बताया जा रहा है कि ठंड बढ़ने का सिलसिला यदि ऐसे ही जारी रहा तो 1901 के बाद दूसरी बार ऐसा हो सकता है जब साल का आखिरी महीना इतना सर्द निकले। ठंड बढ़ने के साथ ही दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) क्षेत्र में प्रदूषण का स्तर भी तेजी से बढ़ा है। राजधानी की बात की जाए तो शुक्रवार को इंडिया गेट के आसपास के क्षेत्र में एयर क्वालिटी इंडेक्स 367 दर्ज किया है। जो कि अत्यंत खराब श्रेणी है।अधिकतम तापमान में भी गिरावट
वहीं दिल्ली के न्यूनतम तापमान के साथ ही अधिकतम तापमान में भी काफी गिरावट दर्ज की गई है। राजधानी में गुरुवार को अधिकतम तापमान 13.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गौरतलब है कि दिल्ली में पिछले 13 दिनों से लगातार तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। इससे पहले 1997 में ऐसा हुआ था जब 17 दिनों तक लगातार तापमान इतना गिरा था। भारतीय मौसम विभाग के एक अधिकारी ने जानकारी दी कि दिसंबर में औसत अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से कम 1919, 1929, 1961 और 1997 में रहा है। दिसंबर के आखिरी महीने में इस साल औसत अधिकतम तापमान अब तक 19।85 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और यह दिसंबर 31 तक 19.15 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाने की संभावना है। यदि ऐसा होता है तो यह 1901 के बाद दूसरा सबसे सर्द दिसंबर होगा। दिसंबर 1997 में औसत अधिकतम तापमान 17.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में भी हाल खराबराजस्थान में कई स्थानों पर रात का तापमान एक डिग्री सेल्सियस से पांच डिग्री सेल्सियस तक रहा है। सीकर जिले में गुरुवार को पारा जमाव बिन्दु पर पहुंच गया। इससे पेड़ों पर पहाड़ी क्षेत्रों की तरफ बर्फ जमने लग गई है। हरियाणा में नारनौल का न्यूनतम तापमान 2.5 डिग्री सेल्सियस रहा जबकि हिसार का न्यूनतम 3.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं उत्तर प्रदेश में भी ठंड से जनजीवन प्रभावित है। तापमान गिरने के साथ ही लखनऊ और कानपुर क्षेत्र में घना कोहरा देखने को मिला।
वहीं दिल्ली के न्यूनतम तापमान के साथ ही अधिकतम तापमान में भी काफी गिरावट दर्ज की गई है। राजधानी में गुरुवार को अधिकतम तापमान 13.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गौरतलब है कि दिल्ली में पिछले 13 दिनों से लगातार तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। इससे पहले 1997 में ऐसा हुआ था जब 17 दिनों तक लगातार तापमान इतना गिरा था। भारतीय मौसम विभाग के एक अधिकारी ने जानकारी दी कि दिसंबर में औसत अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से कम 1919, 1929, 1961 और 1997 में रहा है। दिसंबर के आखिरी महीने में इस साल औसत अधिकतम तापमान अब तक 19।85 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और यह दिसंबर 31 तक 19.15 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाने की संभावना है। यदि ऐसा होता है तो यह 1901 के बाद दूसरा सबसे सर्द दिसंबर होगा। दिसंबर 1997 में औसत अधिकतम तापमान 17.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में भी हाल खराबराजस्थान में कई स्थानों पर रात का तापमान एक डिग्री सेल्सियस से पांच डिग्री सेल्सियस तक रहा है। सीकर जिले में गुरुवार को पारा जमाव बिन्दु पर पहुंच गया। इससे पेड़ों पर पहाड़ी क्षेत्रों की तरफ बर्फ जमने लग गई है। हरियाणा में नारनौल का न्यूनतम तापमान 2.5 डिग्री सेल्सियस रहा जबकि हिसार का न्यूनतम 3.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं उत्तर प्रदेश में भी ठंड से जनजीवन प्रभावित है। तापमान गिरने के साथ ही लखनऊ और कानपुर क्षेत्र में घना कोहरा देखने को मिला।
Delhi: Air Quality Index at 367 in 'very poor' category in areas around India Gate, according to Central Pollution Control Board. pic.twitter.com/KMUaL11FjK
— ANI (@ANI) December 27, 2019
Air Quality Index in 'very poor' category in Sector-116, Sector-125 and Sector-1 of Noida, according to
— ANI UP (@ANINewsUP) December 27, 2019
Uttar Pradesh Pollution Control Board. pic.twitter.com/9hpqcgDnP5