Lucknow News / ट्रांसपोर्ट नगर में हुए हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 8 हुई, 28 लोग घायल

लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर में शनिवार शाम को एक पुरानी तीन मंजिला बिल्डिंग अचानक ढह गई। दवाइयों के गोदाम वाली इस इमारत में 36 लोग काम कर रहे थे। इमारत के गिरने से 8 लोग मृत और 28 घायल हुए। राहत कार्य जारी है और मलबे में लापता लोगों की खोजबीन चल रही है।

Vikrant Shekhawat : Sep 08, 2024, 08:43 AM
Lucknow News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के शहीदपथ से जुड़े ट्रांसपोर्ट नगर क्षेत्र में शनिवार की शाम एक भीषण हादसा घटित हुआ। यहां एक पुरानी तीन मंजिला इमारत, जिसमें दवाइयों का गोदाम संचालित हो रहा था, अचानक भरभरा कर गिर गई। इस घटना ने इलाके में खलबली मचा दी और सुरक्षा एजेंसियों को तुरंत राहत कार्य में जुटना पड़ा।

घटना के समय इमारत के भीतर तीन दर्जन से अधिक लोग काम कर रहे थे। अचानक से इमारत में कंपन होने लगा, जिसे वहां काम कर रहे लोगों ने भूकंप की तरह महसूस किया। जब तक लोग कुछ समझ पाते और बाहर निकलने की कोशिश करते, छत से अजीब-अजीब आवाजें आने लगीं, जिससे उन्हें ऐसा महसूस हुआ कि छत गिर रही है। इसके बाद पूरी इमारत तेजी से गिर पड़ी, जिससे कई लोग मलबे के नीचे दब गए।

सूचना मिलते ही पुलिस, फायर ब्रिगेड, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गईं। राहत और बचाव कार्य में जुटी इन टीमों ने देर रात तक मलबे से 28 लोगों को निकाल लिया, जिनमें से सभी गंभीर रूप से घायल थे। साथ ही, 8 मृतकों के शव भी मलबे से बाहर निकाले गए। मृतकों की पहचान मनजीत सिंह साहनी, धीरज, पंकज, अरुण, राम किशोर, राजेश कुमार, रुद्र यादव और जगरूप सिंह के रूप में की गई है।

मलबे में फंसे और लापता लोग

प्रशासन के अनुसार, इमारत के ग्राउंड फ्लोर पर मोटर वर्कशॉप और एक गोदाम था, जबकि पहले फ्लोर पर दवाई का गोदाम और दूसरे फ्लोर पर किसी कंपनी का गोदाम था। इमारत के गिरने के बाद, राहत कार्य लगातार जारी है। पुलिस और आपदा राहत टीमें जेसीबी की मदद से मलबा हटाकर लापता लोगों की तलाश कर रही हैं। ड्रोन तकनीक का भी उपयोग किया जा रहा है ताकि मलबे के भीतर आवाजों का पता लगाया जा सके।

प्रशासन की प्रतिक्रिया और सीएम का संज्ञान

लखनऊ के जिलाधिकारी और स्थानीय प्रशासन ने त्वरित राहत और बचाव कार्य सुनिश्चित किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना को गंभीरता से लिया और एसडीआरएफ तथा एनडीआरएफ की टीमों को मौके पर भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।

इस दुर्घटना पर शोक व्यक्त करते हुए, लखनऊ के सांसद और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्विटर पर जानकारी साझा की कि उन्होंने लखनऊ के जिलाधिकारी से फोन पर बातचीत की है और मौके पर चल रहे राहत कार्यों की जानकारी प्राप्त की है। उन्होंने स्थानीय प्रशासन की ओर से पीड़ितों की मदद करने के प्रयासों की सराहना की है।

घायलों की स्थिति और अस्पताल में इलाज

घायलों को लोक बंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनके इलाज की पूरी व्यवस्था की जा रही है। आठ एंबुलेंस मौके पर तैनात की गई थीं और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त एंबुलेंस की व्यवस्था भी की गई है।

इस गंभीर हादसे ने लखनऊ में सुरक्षा मानकों और भवन निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन ने सुनिश्चित किया है कि इस घटना के बाद समुचित जांच और आवश्यक कदम उठाए जाएंगे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।