राजस्थान / वरमाला डाल भाग गया दूल्हा, फिर दुल्हन की होने वाली भाभी से रचा ली शादी

रिश्तों को जोड़ने के लिए बनाई गई समाजिक आटा-साटा प्रथा तीन गांवों के लिए वेदना साबित हो गई। राजस्थान के तारपुरा गांव में दो दिन पहले शादी के दौरान अजीब वाकया हुआ। वरमाला के बाद फेरों से पहले दूल्हे ने डर और दहशत के बीच मंडप से पहले भागने में भलाई समझी और फ‍िर बाद में दूसरी शादी रचा ली। शादी भी उस लड़की से की ज‍िससे होने वाले साले की शादी होनी थी।

Vikrant Shekhawat : Jul 08, 2021, 07:30 AM
Delhi: रिश्तों को जोड़ने के लिए बनाई गई समाजिक आटा-साटा प्रथा तीन गांवों के लिए वेदना साबित हो गई। राजस्थान के तारपुरा गांव में दो दिन पहले शादी के दौरान अजीब वाकया हुआ। वरमाला के बाद फेरों से पहले दूल्हे ने डर और दहशत के बीच मंडप से पहले भागने में भलाई समझी और फ‍िर बाद में दूसरी शादी रचा ली। शादी भी उस लड़की से की ज‍िससे होने वाले साले की शादी होनी थी। 

दरअसल, 3 जुलाई को शादी में दूल्हे ने दुल्हन को वरमाला पहनाई। आरोप है क‍ि उसके बाद दूल्हे व उसके पिता ने दुल्हन के परिजनों से अचानक सवा लाख रुपये और बाइक देने की मांग रख दी। दुल्हन के पिता ने अपनी मजबूरी बताकर इस मांग को पूरा नहीं करने पर हाथ जोड़ लिए। उधर दुल्हन मंडप पर दूल्हे का इंतजार करती रही और दूल्हा टॉयलेट करने के बहाने वहां से भाग ल‍िया। उसके बाद पूरी बारात भी लौट गई। घटना का पता चलने पर दुल्हन ने दूल्हे और उसके परिवार के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए एसपी को शिकायत दी है।


आटा-साटा प्रथा के तहत पांच जुलाई को दुल्हन के भाई की होने वाली शादी भी इसी चक्कर में टल गई। तारपुरा गांव की सुभिता पुत्री सुरजाराम जांग‍िड़ ने बताया कि 3 जुलाई को उसकी शादी झुंझुनूं जिले के बुगाला गांव निवासी अजय के साथ होनी थी। उसके खुद के भाई पंकज की शादी आटा-साटा के तहत कंचन नाम की लड़की से 5 जुलाई को तय थी।

इधर, 3 जुलाई को अजय करीब 40 लोगों को बारात में लेकर उसके घर आ गया। आरोप है कि बाराती शराब के नशे में थे और नाश्ता-खाना आद‍ि सब कुछ कर लिया था। वरमाला के बाद केवल फेरे बाकी थे। इससे पहले दूल्हे पक्ष के लोग उसके पिता सुरजाराम को बाहर ले गए। यहां उनके साथ अभद्र व्यवहार करते हुए सवा लाख रुपये, बाइक और महंगे कपड़ों की मांग करने लगे। दुल्हन सुभिता के अनुसार, उसके पिता सुरजाराम ने उन लोगों के सामने बहुत हाथ जोड़े और कहा कि किसान होने के कारण वह उनकी मांग पूरी करने में सक्षम नहीं हैं। 

इधर, सुभिता इस बात से बेखबर मंडप में अजय के आने का इंतजार कर रही थी। पता लगा कि दूल्हा अजय टॉयलेट करने के बहाने घर से बाहर निकला और वापस नहीं लौटा तो बारात भी बगैर शादी के उसके पीछे निकल गई। सुभिता की शादी अजय से नहीं हुई तो पांच जुलाई को सुभिता के भाई पंकज की बजावा निवासी कंचन के साथ होने वाली शादी भी अटक गई। 

इधर, अजय ने रविवार कों झुंझुनूं जाकर कंचन से शादी कर ली। बताया गया कि इन सबका रिश्ता अजय के मामा आनंद कुमार ने कराया था। ये सब आटा-साटा प्रथा के तहत हुआ था। दो महीने पहले ही सुभिता और अजय की सगाई हुई थी। लड़की के पक्ष वालों का कहना है कि शादी से पहले अजय के परिजनों ने बताया कि उनका लड़का निजी कंपनी में अच्छी जॉब करता है। पता लगा है कि वह ऐसा कुछ नहीं करता है। 

3 जुलाई को दूल्हे के फरार हो जाने के बाद एमए पास दुल्हन सुभिता दुल्हन के लिबास में दादिया थाने में शिकायत देने पहुंची थी। शादी की तैयारी के ल‍िए उसके परिवार द्वारा खर्च किए गए आठ से दस लाख रुपये लड़के वालों से वापस दिलाने की शिकायत सौंपी और अजय पर शारीरिक व मानसिक शोषण के आरोप लगाये।

एसपी कुंअर राष्ट्रदीप ने इस मामले  ने बताया कि दुल्हन सुभिता की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। 

बता दें क‍ि आटा-साटा प्रथा के मुताबिक, दुल्हन के परिवार के सदस्य से उसके पति के घर की एक लड़की की शादी करवाई जाती है। यह एक तरह समझौता होता है, जिसके तहत दो परिवारों के सदस्यों के बीच शादियां होती हैं। इसमें लड़की की उम्र अहम नहीं होती है। लड़के के परिवार को आटा-साटा प्रथा की शर्त के अनुसार, अपने घर की एक बेटी की शादी पत्नी के परिवार में करनी ही होती है।