Share Market Today: घरेलू शेयर बाजार में तेजी का रुझान शुक्रवार को भी जारी रहा। सप्ताह के आखिरी कारोबारी सत्र में शेयर बाजार ने मजबूती के साथ कारोबार की शुरुआत की। सुबह 9 बजकर 15 मिनट पर बाजार खुलते ही बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का बेंचमार्क सेंसेक्स 170.21 अंक की बढ़त के साथ 76,930.02 के स्तर पर पहुंच गया। इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 50 भी 57.09 अंक की उछाल के साथ 23,307.40 पर कारोबार कर रहा था। हालांकि, निफ्टी बैंक 119.05 अंक की गिरावट के साथ 49,192.90 के स्तर पर देखा गया।
टॉप गेनर और टॉप लूजर
शुरुआती कारोबार में टाटा कंज्यूमर, टाइटन कंपनी, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स और मारुति सुजुकी जैसे शेयरों में बढ़त देखी गई। वहीं, भारती एयरटेल, कोल इंडिया, एनटीपीसी, अडानी एंटरप्राइजेज और बजाज फिनसर्व टॉप लूजर की सूची में रहे। एनएसई निफ्टी 50 पर लार्सन एंड टुब्रो, टाटा कंज्यूमर, टाइटन कंपनी, विप्रो और इंफोसिस जैसे स्टॉक्स ने मजबूती दिखाई और शुरुआती कारोबार में 3.63 प्रतिशत तक की वृद्धि दर्ज की।
बाजार के प्रमुख सेक्टरों की बात करें तो आईटी, ऑटो, एफएमसीजी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और फार्मा इंडेक्स में तेजी देखी गई। हालांकि, बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं से जुड़े शेयर लाल निशान में कारोबार कर रहे थे।
बजट सत्र पर निवेशकों की नजर
31 जनवरी से भारतीय संसद का बजट सत्र शुरू हो रहा है। आज 2024-25 के लिए आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाएगा, जिस पर निवेशकों की खास नजर रहेगी। इकोनॉमिक सर्वे में देश की आर्थिक स्थिति, रुपये की विनिमय दर में उतार-चढ़ाव और खपत में कमी जैसी प्रमुख आर्थिक गतिविधियों का विस्तृत आकलन प्रस्तुत किए जाने की उम्मीद है।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में हलचल
एशियाई बाजारों में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, ऑस्ट्रेलियाई बाजार ने बेहतर प्रदर्शन किया, जबकि चीन, हांगकांग और ताइवान के बाजार बंद रहे। अमेरिकी बाजारों में एसएंडपी 500 और नैस्डैक 100 के वायदा में शुक्रवार को बढ़त दर्ज की गई। Apple के राजस्व अनुमानों के बेहतर रहने के बाद इसके शेयरों में तेजी आई, जिससे अमेरिकी अनुबंधों को भी लाभ मिला। वहीं, एनवीडिया के शेयरों में गुरुवार को तेजी रही, लेकिन यह सितंबर के बाद से अब तक के सबसे खराब सप्ताह की ओर बढ़ रहा है।
निष्कर्ष
शेयर बाजार में तेजी के संकेत बरकरार हैं, लेकिन कुछ सेक्टरों में दबाव बना हुआ है। बजट सत्र और वैश्विक बाजारों की हलचल आने वाले दिनों में बाजार की दिशा तय कर सकते हैं। निवेशकों को सतर्कता और दीर्घकालिक रणनीति के साथ निवेश करने की सलाह दी जाती है।